इंदौर। कोरोना का तीसरा वैक्सीन यानी बूस्टर डोज, जिसे प्रिकॉशन डोज भी कहा जाता है, उसके लिए आज से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इंदौर में लगभग 23 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगना है। आज 50 हजार डोज लगाने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग ने रखा है। 250 टीकाकरण केन्द्र बनाए गए हैं। वहीं 50 मोबाइल टीमें भी गठित की गई है। वैसे तो 27 जुलाई से ही यह अभियान शुरू हो गया था, मगर अब 28 सितम्बर तक इसे लगातार चलाया जाएगा और शत-प्रतिशत लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर में केन्द्र सरकार ने 75 दिनों तक नि:शुल्क कोविड टीकाकरण का यह नया महाअभियान शुरू करवाया है, जिसमें बूस्टर डोज नि:शुल्क लगाया जा रहा है। 27 जुलाई से शुरू होकर 28 सितम्बर तक चलने वाले इस अभियान में इस माह तीन बड़े अभियान चलाए जाएंगे, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आज 3 अगस्त के अलावा 17 और 31 अगस्त को भी इसी तरह का महाअभियान चलेगा और सितम्बर में 14 और 28 सितम्बर को भी अधिक से अधिक डोज लगाया जाना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या के मुताबिक आज आयोजित होने वाले महाअभियान में 250 से अधिक केन्द्रों पर 50 हजार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों तरह की वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि इंदौर में 80 फीसदी से अधिक लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन ही लगी है। इस बार 50 से अधिक मोबाइल टीमें भी लगाई गई है। इस महाअभियान में प्रिकॉशन डोज के साथ-साथ पहला और दूसरा डोज भी लगाया जाएगा। कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगवाया है। जिन लोगों को दूसरा डोज लगाने के बाद 6 माह पूरे हो चुके हैं वे तीसरे यानी प्रिकॉशन डोज पात्र हितग्राही रहेंगे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता के मुताबिक जिले में लगभग 23 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें बूस्टर डोज लगाया जाना है। 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को केन्द्र सरकार ने बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे दी है और अभी तक 3 लाख 20 हजार लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाए हैं। लिहाजा सभी लोगों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपना बूस्टर डोज अवश्य लगवा लें। पूर्व में सरकार ने बूस्टर डोज को भी सशुल्क कर दिया था, मगर अब वह सभी के लिए नि:शुल्क है।
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