उज्जैन। जहाँ बूस्टर डोज लगाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, वहीं कोरोना के नए मरीज भी मिल रहे हैं। उज्जैन में पिछले 24 घंटे में आधा दर्जन नए मरीजों को कोरोना होने की पुष्टि हुई तथा अभी जन्माष्टमी और शाही सवारी जैसे भीड़ वाले कार्यक्रम उज्जैन में होना है लेकिन मास्क नहीं पहनने से खतरा बढ़ सकता है..लोगों को चाहिए कि वह एक अच्छे नागरिक का परिचय देते हुए अपने बच्चों को भी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनाएँ और यह नहीं देखें कि दूसरों ने पहना है कि नहीं..!
जिले में कल कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज अर्थात बूस्टर डोज के लिए अभियान चलाया गया। शहर में इसके लिए 77 सेंटरों पर सुबह से शाम तक टीकाकरण चला। जिले में बूस्टर डोज की पात्रता रखने वाले नागरिकों की संख्या 10 लाख से अधिक बची है। बावजूद इसके कल टारगेट से आधे से कम लोगों ने वैक्सीन लगवाई। महा अभियान के बावजूद लोग तीसरा डोज लगवाने में रूचि नहीं ले रहे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. केसी परमार ने बताया कि पूरे जिले में कल फिर बूस्टर डोज लगाने का महा अभियान चलाया गया। कल 54 हजार टीके लगाने का टारगेट रखा गया था। इसके लिए शहर में 77 सेंटर बनाए गए थे। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। अभियान की शुरूआत सभी सेंटरों पर सुबह 9 बजे से हो गई थी तथा शाम 5 बजे तक डोज लगाए गए। लेकिन शाम तक सभी सेंटरों पर टारगेट 54 हजार के मुकाबले 22 हजार लोगों ने ही वैक्सीन का तीसरा डोज लगवाया। उन्होंने कहा कि हालांकि सभी को बूस्टर टीके लगाने के लिए 30 सितंबर तक अभियान चलता रहेगा। उल्लेखनीय है कि जिले में वैक्सीनेशन अभियान के तहत इस साल के आरंभ तक 14 लाख 50 हजार से अधिक नागरिकों ने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए थे।
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