नई दिल्ली: पाकिस्तान से आ रही एक खबर काफी चिंता बढ़ाने वाली है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पिछले तीन हफ्ते के दौरान 200 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. कहा जा रहा है कि ये मौतें निमोनिया के कारण हो रही है क्योंकि पाकिस्तान में बहुत कड़ाके की ठंड पड़ रही है. 200 से ज्यादा बच्चों के मरने का ये आंकड़ा किसी मीडिया या विपक्ष की ओर से नहीं आया है बल्कि पाकिस्तान की केयरटेकर सरकार ने इस बात को माना है कि वाकई इतने बच्चों की जानें पिछले 20 दिनों में जा चुकी है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की केयरटेकर सरकार ने कहा है कि ज्यादातर बच्चों के मरने की वजह कुपोषण रही. साथ ही मरने वाले बहुत से बच्चों को निमोनिया का वैक्सीन भी नहीं लगा था. इन बच्चों की इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी कमजोर कही जा रही है. पंजाब की सरकार ने पहले ही ये कह रखा है कि स्कूलों में मॉर्निंग असेंबली इस महीने की 31 तारीख तक आयोजित न की जाए. इसकी वजह ठंड बताई गई है.
इस साल 1 जनवरी की शुरूआत से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अब तक कुल 10 हजार 500 के करीब निमोनिया के मामले दर्ज किए जा चुके हैं. जिन 220 बच्चों की इस महीने जान निमोनिया के कारण गई है, उनमें से 47 मौतें लाहौर में हुई हैं. लाहौर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी है.
ऐसे में राजधानी में बच्चों की जान जाना केयरटेकर सरकार की परेशानी बढ़ा सकता है. पाकिस्तान की सरकार ने लोगों से कहा है कि वे अपने बच्चों को मास्क पहनाए और हाथ को बराबर धोते रहें. साथ ही ठंड की वजह से गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है. पिछले साल पंजाब में 990 बच्चों की मौत पंजाब प्रांत में निमोनिया की वजह से हुई थी. अब पाकिस्तान की सरकार इस कोशिश में है कि जल्द से जल्द लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कर इस तरह की चिंताओं से निपटा जा सके.
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