इंदौर। अभी देश के कुछ हिस्सों में कोरोना मरीजों (corona patients) की संख्या बढऩे के चलते केन्द्र ने एडवाइजरी (center issued advisory) भी जारी की है। हालांकि सर्दी, जुखाम, बुखार के ही पीडि़त मरीज मिल रहे हैं, जिसमें से अधिकांश एनफ्लूएंजा के भी हैं। इंदौर में लगभग 22 मरीज उपचाररत स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बताए गए हैं। हालांकि इनमें से एक-दो को छोडक़र सभी का होम आइसोलेशन में ही इलाज चल रहा है। वहीं जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं के परीक्षण के लिए 10 और 11 अप्रैल को मॉकड्रिल भी रखी गई है, जिसमें ऑक्सीजन संयंत्रों से लेकर अस्पतालों की बेड क्षमता कोरोना उपचार से संबंधित दवाइयों की उपलब्धता के साथ अन्य एतियाती प्रबंधों को देखा जाएगा। वहीं सर्दी-जुखाम पीडि़तों के साथ-साथ अन्य लोगों को मास्क के इस्तेमाल की सलाह भी बाहर निकलते वक्त दी गई है।
हालांकि अब कोरोना (Corona) से डर लगभग खत्म हो गया है और बहुत कम लोग जांच करवाते हैं। जिन लोगों को विदेश यात्रा करना है या सर्दी, जुखाम, बुखार का अधिक असर रहता है वे ही लोग निजी प्रयोगशालाओं में जाकर जांच करवा रहे हैं, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार की जा रही टेस्टिंग भी बंद कर दी है। अभी प्रदेश स्तर पर जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना का मेडिकल बुलेटिन जारी होता है उसके मुताबिक 207 टेस्टों में 5 कोरोना मरीज प्रदेशभर में पाए गए हैं। हालांकि पूरे प्रदेश में लगभग 53 कोरोना मरीज उपचाररत हैं, जिनमें से सर्वाधिक 22 इंदौर में, तो भोपाल में भी 21 मरीज हैं। जबकि बड़वानी और अलीराजपुर में 3-3, वहीं सागर और उज्जैन में 1-1 मरीज है। जबकि अन्य किसी भी जिले में फिलहाल कोई कोरोना मरीज नहीं बताया गया है। अभी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो एडवाइजरी राज्यों के लिए जारी है उसके मद्देनजर सभी जिलों को मॉकड्रिल करने के निर्देश भी दिए हैं, जिसके चलते इंदौर में 10 और 11 को संयुुक्त टीम द्वारा अस्पतालों का अवलोकन किया जाएगा और जो गाइडलाइन स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेजी उसके आधार पर यह मॉकड्रिल की जाएगी, जिसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम, आईसीयू, वेंटीलेटर से लेकर चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स सहित एम्बूलेंस और अन्य उपलब्ध कोरोना से संबंधित दवाइयों, आरटीपीसीआर और आरएटी किट्स सहित अन्य व्यवस्थाओं को जांचा-परखा जाएगा।
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