नई दिल्ली (New Delhi) । रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में टीम इंडिया (Team India) ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर 11 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी (ICC Trophy), 13 साल बाद कोई वर्ल्ड कप और 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का खिताब जीतकर ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया। भारत को इस ट्रॉफी का इंतजार बेसब्री से था। टीम पिछले कुछ सालों में आईसीसी इवेंट्स में शानदार प्रदर्शन कर नॉकआउट स्टेज में तो पहुंचने में कामयाब रहती, मगर एक मुकाबला हारने की वजह से टीम को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था। भारत को आईसीसी इवेंट में लगातार मिल रही हार से उनपर भी चोकर्स का टैग लगाया जा रहा था। हालांकि इस बार टीम इंडिया ने कोई गलती नहीं कि और फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया।
भारत ने 2007 के बाद यह पहला टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता है, मगर क्या आप जानते हैं कि इन दोनों वर्ल्ड कप में भारत की जीत में 7 समानताएं थी। जी हां, आई बिना किसी देरी के इनके बारे में जानते हैं-
दिल्ली के ओपनर ने बनाए 70 से अधिक रन
2007 टी20 वर्ल्ड कप में जहां गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रनों की पारी खेल भारत को 157 रनों के स्कोर तक पहुंचाया था। वहीं 2024 में ये काम विराट कोहली ने किया। किंग कोहली की 59 गेंदों पर 76 रनों की पारी के दम पर टीम इंडिया 176 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। ये दोनों ही सलामी बल्लेबाज दिल्ली से हैं।
भारत 10 से कम रनों से जीता
भारत ने यह दोनों ही फाइनल 10 से कम रन के अंतर से जीते हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2007 में भारत ने जहां पाकिस्तान को 5 रन से हराया था, वहीं 2024 में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका पर 7 रनों से जीत दर्ज की थी।
आखिरी ओवर का कैच ने निभाया जीत में अहम रोल
टी20 वर्ल्ड कप 2007 में श्रीसंत की मिस्बाह उल हक के कैच ने तो 2024 में सूर्यकुमार यादव की डेविड मिलर की हैरतअंगेज कैच ने जीत में अहम रोल निभाया। ये दोनों ही कैच 1983 वर्ल्ड कप के कपिल देव के कैच जितना महत्वपूर्ण थे।
भारत का ग्रुप मैच बारिश के चलते धुला
2007 और 2024 टी20 वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज का भारत का 1-1 मैच बारिश की भेंट चढ़ा था। 2007 में स्कॉटलैंड के खिलाफ भारत का मैच बारिश के चलते रद्द हुआ था, तो 2024 में भारत बारिश के चलते कनाडा के खिलाफ मैच नहीं खेल पाया था।
लेफ्ट आर्म पेसर ने चटकाए सबसे ज्यादा विकेट
इन दोनों ही टी20 वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में आरपी सिंह 12 विकेट के साथ भारत के लीडिंग विकेट टेकर रहे थे। वहीं 2024 में अर्शदीप सिंह ने सर्वाधिक 24 विकेट चटकाए है।
एक लेग स्पिनर पूरे टूर्नामेंट में प्लेइंग XI से बाहर रहा
2007 में पीयूष चावला को तो 2024 में युजवेंद्र चहल को पूरे टूर्नामेंट के दौरान एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। ये दोनों ही लेग स्पिनर बिना मैच खेले वर्ल्ड चैंपियन बन गए।
एक तेज गेंदबाज जिसने तीन मैच में 1 विकेट लिया वो फाइनल नहीं खेला
2007 टी20 वर्ल्ड कप में अजीत अगरकर को तीन मैच में 1 विकेट लेने के बाद ड्रॉप कर दिया गया था, उनको जोगिंदर शर्मा ने रिप्लेस किया था।
2024 में मोहम्मद सिराज ने ग्रुप स्टेज के तीन मैचों में एक विकेट चटकाया। हालांकि उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया, कंडीशन को देखते हुए उनकी जगह कुलदीप यादव को मौका मिला।
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