इन्दौर। नगर निगम उद्यान विभाग के पास संसाधनों की कमी के चलते खतरनाक पेड़ों को काटने का काम नहीं हो पा रहा है। शहर में 200 जानलेवा पेड़ खड़े हैं। निगम की टीमों में 30 से ज्यादा कर्मचारी हैं, पर हाइड्रोलिक गाड़ी नहीं होने से पेड़ छंटाई का मामला अधर में लटका है। कल रानीपुरा मेनरोड पर पीपल का पेड़ गिरने के बाद जागे निगम के कर्मचारियों ने आज सुबह अभियान शुरू किया और रीगल तिराहे के पास खतरनाक पेड़ के हिस्से ढहाए।
नगर निगम उद्यान विभाग को कई बार लोग खतरनाक पेड़ों की शिकायतें करते-करते थक जाते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती है और पेड़ों के हिस्से गिरने के कारण हादसे होते हैं। शहर के कई अन्य हिस्सों में भी खतरनाक पेड़ों की शिकायतों के यही हाल हैं। रामबाग, जूनी इंदौर, माणिकबाग, टॉवर चौराहा, फूटी कोठी, द्वारकापुरी से लेकर कई स्थानों की शिकायतें लम्बित पड़ी हैं। कल हुए हादसे के बाद आज निगम उद्यान विभाग की टीम हरकत में आई और सुबह-सुबह रीगल तिराहे के समीप वर्षों पुराने खतरनाक पेड़ के हिस्से ढहाने की कार्रवाई शुरू की। उद्यान विभाग के अफसरों का कहना है कि उनके पास 30 लोगों का स्टाफ है और हाइड्रोलिक नहीं होने के कारण कई बार कार्रवाई नहीं हो पाती है। निगम के आला अधिकारियों को भी एक और वाहन आवंटित करने के लिए कई दिनों से पत्र लिखा गया है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved