बीजिंग। दुनियाभर में कोरोना का खौफ पहले की तुलना में भले ही कम हो गया हो लेकिन चीन में अब भी डर बरकरार है। चीन की सरकार ने गुरुवार को एक बड़े शहर में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। लगभग 2.1 करोड़ की आबादी वाले चेंगदू शहर में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए यह कड़ा कदम उठाया गया है। सरकार का कहना है कि चार दिन लॉकडाउन लगाकर न्यूक्लेइक एसिड टेस्ट किया जाएगा। बता दें कि एक महीने शंघाई में भी इसी तरह का लॉकडाउन लगाया गया था।
क्या है लॉकडाउन का नियम
चेंगदू दक्षिण पश्चिम चीन के शिचुआन प्रांत की राजधानी है और एक बड़ा शहर है। बुधवार को यहां कोरोना के 106 नए मामले सामने आए थे जिनमें से 51 मरीजों में लक्षण नहीं थे। शहर में 381 हाई रिस्क एरिया की पहचान की गई है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान परिवार का कोई सदस्य दिन में एक बार ही बाहर जा सकता है। हालांकि उसके पास भी निगेटिव न्यूक्लेइक टेस्ट रिपोर्ट होनी जरूरी है।
रद्द कर दी गईं उड़ानें
वैसे तो सरकार ने चार दिन का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है लेकिन यह कन्फर्म नहीं है कि चार दिन बाद प्रतिबंध हटाए जाएंगे या नहीं। ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, यहां स्थिति बहुत ही गंभीर है। महामारी बहुत तेजी से फैल रही है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चेंगदू से विमान सेवा भी स्थगित कर दी गई है। फ्लाइट मास्टर के डेटा के मुताबिक सुबह 10 बजे तक 398 उड़ान रद्द कर दी गई थीं। दूसरे एयरपोर्ट्स पर भी कई फ्लाइट रद्द की गई हैं।
चीन में केवल चेंगदू में ही लॉकडाउन नहीं लगाया गया है बल्कि कई अन्य जगहों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। शेंझेन और गुआंगझोऊ में भी प्रतिबंध लागू किए गए हैं। कारोबारी संगठनों का कहना है कि ओमिक्रोन के तेज प्रसार की वजह से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। खास तौर पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बहुत नुकसान हुआ है।
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