भोपाल। शहर में हर माह सेक्सटॉर्शन अथवा न्यूड कॉल के 15 से 20 मामले सामने आ रहे हैं। इस लिहाज से हर दूसरे दिन कोई न कोई पुरुष सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहा है। राजधानी की सायबर क्राइम पुलिस लगातार ऐसे मामलों का पर्दाफ ाश करने में लगी है। न्यूड कॉल से ब्लैकमेलिंग के अलावा काफ ी सारे ऐसे मामले भी सायबर क्राइम ब्रांच में आ रहे हैं जिनमें ब्लैकमेलिंग की नौबत आने से पहले ही जागरूक फ रियादी थाने पहुंचकर इस सिलसिले को बंद कराने के लिए आवेदन दे रहा है। इसमें सायबर क्राइम पुलिस नंबरों को ब्लॉक करवा देती है। सायबर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि लगातार 8-10 बार ब्लॉक करने की प्रकिया के बाद सायबर अपराधी खुद ही मैसेज करना छोड़ देता है।
रिटायर्ड अधिकारी से वसूले थे 7 लाख
भोपाल के 62 वर्षीय एक सेवानिवृत्त अधिकारी से सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेल कर दो दिन में 7 लाख रुपए हड़प वसूले गए थे। इस मामले में सायबर क्राइम पुलिस ने तीन आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार किया था। दो जून 2022 को फ रियादी ने शिकायत करते हुए बताया था कि फेसबुक पर एक युवती ने रिक्वेस्ट भेजी थी। स्वीकार करते ही मोबाइल नंबर मांगा। इसके बाद बातचीत होने लगी। एक वीडियो कॉल में युवती ने कपड़े उतारने को कहा। फ रियादी ने युवती के कहे अनुसार किया। कु छ देर बाद ही स्क्रीन शॉट भेजा गया। जिसमें फ रियादी लड़की का अश्लील वीडियों देखते हुए आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे थे।
क्या होता है सेक्सटॉर्शन
वेबकैम अथवा मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहा जाता है। देशभर में ऐसे मामले लगातार सामने रहे हैं। सायबर अपराधी अधिकतर स्कू ल-कॉलेज में पढऩे वाले युवा, कारोबारी, रिटायर्ड कर्मचारी-अधिकारी अथवा राजनीति से जुड़े लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। सायबर ठग फ र्जी आईडी बनाकर फ्रें ड रिक्वेस्ट अथवा मैसेज भेजते हैं और दोस्ताना माहौल बनाने के साथ अश्लील बातें करते हैं। कु छ देर या दिन बाद न्यूड वीडियो कॉलिंग कर रिकार्डिंग करते हैं और फि र शुरू हो जाता है ब्लैकमेलिंग अथवा वसूली का सिलसिला।
राजस्थान व बंगाल से आते हैं अधिक कॉल
न्यूड कॉल अथवा सेक्सटॉर्शन के ज्यादातर कॉल या मैसेज राजस्थान और उसके बाद पश्चिम बंगाल से आते हैं। ऐसे सायबर अपराधी बेहद ही शातिर और चालाक होते हैं। 8-10 मैसेज अथवा कॉल करने पर जब उन्होंने ढंग से रिप्लाई नहीं मिलता तो वह समझ जाते हैं यह शख्स जाल में नहीं फं सेगा। किसी भी नंबर के सिम कार्ड को अपराधी बार-बार इस्तेमाल नहीं करते। सायबर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि न्यूड कॉल अथवा सेक्सटॉर्शन मामलों का डिटेक्शन ग्राफ पहले से काफ ी बढ़ा है।
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