जानापाव अहिंसा पर्वत से लेकर महू के
तडक़े 6 बजे आर्मी कैम्पस में घूमता नजर आया तेंदुआ
इंदौर। सुरक्षा व निगरानी के लिए लगाए कैमरे में आज सुबह लगभग 6 बजे महू के आर्मी वार कॉलेज कैम्पस में तेंदुआ घूमता हुआ नजर आया। इसके बाद तत्काल सैन्य अफसरों ने वन विभाग के साथ मिलकर सर्चिंग शुरू कर दी।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार मई माह से लेकर अभी तक महू से लेकर जानापाव अहिंसा पर्वत के 40 वर्ग किलोमीटर के जंगलों में 2 बाघ, 3 तेंदुओं का मूवमेंट जारी है, जिसमें एक आदमखोर बाघ और 2 शावकों के साथ एक मादा तेंदुआ शामिल है। अगर 2 शावकों को भी गणना में शामिल कर लिया जाए तो 2 बाघ, 5 तेंदुओं ने इस जंगल क्षेत्र को अपना ठिकाना बना रखा है। फारेस्ट ऑफिसर रेंजर के अनुसार मात्र 40 वर्ग किलोमीटर के जंगल में इतनी संख्या में बाघ व तेंदुओं का होना बहुत खतरनाक है, बल्कि अब तो इसमें एक बाघ आदमखोर हो चुका है। इसलिए अब परिस्थितियां पहले से ज्यादा खतरनाक हो गई हैं। इसलिए वन विभाग पिछले मई माह से आसपास के 25 से ज्यादा गांवों में बार-बार अपील कर रहा है कि सुबह सूर्योदय के पहले व सूर्यास्त के बाद घर से बाहर न निकलें, मगर इसके बावजूद लोग नहीं मानते, जिसका परिणाम कल की घटना है। बाघ का आदमखोर हो जाना, यकीनन चिंता का विषय है। भोपाल और रालामण्डल की रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर अब युद्ध स्तर पर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
मृतक परिजनों को मुआवजा
फारेस्ट रेंजर वैभव उपाध्याय के बताया आदमखोर बाघ द्वारा शिकार किये गए मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के पहले 25 हजार दिए गए हैं। इसके बाद नियमानुसार वन विभाग 8 लाख रुपये का मुआवजा भी देगा। रेंजर के अनुसार कल की आदमखोर बाघ की घटना के बाद आज महू के आर्मी अफसरों ने दोपहर में आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें वन विभाग इंदौर-महू के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। खबर लिखे जाने तक मेलेंडी गांव के जंगलों में आदमखोर बाघ और महू के आर्मी कैम्पस में तेंदुए की तलाश जारी है।
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