सतारा: विवादित ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर मामले में लगातार अपडेट सामने आ रहे हैं. UPSC ने पूजा खेडकर के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया है. वहीं, राज्य के विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि जो अधिकारी अब सतारा और सांगली में डिप्टी कलेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं, उन्होंने भी एमपीएससी के साथ धोखाधड़ी की है. उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है… जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी इस मामले को गंभीरता से लेने वाले हैं.
ये मामला सतारा और सांगली जिले का है. विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि दो अधिकारियों, माधुरी कल्याण नास्ते और अजय कल्याण नास्ते ने खुद को विकलांग बताकर एमपीएससी को गुमराह किया. ये दोनों डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. माधुरी नस्तई सतारा में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और अजय नस्तई सांगली में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं.
विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि इन दोनों ने 80 प्रतिशत विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त किया है. वडेट्टीवार का दावा है कि यह प्रमाणपत्र फर्जी है और इसी प्रमाणपत्र के आधार पर उन्हें सरकारी नौकरी मिली है. वडेट्टीवार ने मांग की है कि उन दोनों के विकलांगता प्रमाण पत्र की जांच करने के बाद यदि उनका विकलांगता प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाना चाहिए.
इस मामले में विजय वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. इस बीच सूत्रों से खबर है कि दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. इस मामले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जानकारी मांगी है. विवादित IAS अधिकारी पूजा खेडकर ने भी कुछ ऐसा ही किया है. अब UPSC ने भी पूजा खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. जांच में यह भी पता चला कि खेडकर परिवार ने काफी संपत्ति जमा कर रखी थी. अब ये देखना अहम होगा कि सांगली और सतारा में हुई इस धांधली मामले में आखिर क्या निकलकर सामने आता है.
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