900 शिक्षक की जगह 300 आए
इंदौर। 5 मार्च से मूल्यांकन (Evaluation) कार्य शुरू हो गया है और अब तक जिले में सिर्फ 44 हजार कॉपियां ही जांची जा सकी हैं, जबकि पहला चरण आज समाप्त हो रहा है। कई शिक्षक मूल्यांकन (Evaluation) में ड्यूटी होने के बाद भी नहीं आ रहे हैं, जिससे कार्य धीमा हो रहा है। अब ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर में 1 लाख 91 हजार 407 कॉपियां जंचने के लिए पहले चरण में आई है। इनमें से 10 दिन में अब तक एक चौथाई ही जांची जा सकी है। मूल्यांकनकर्ता कम आने के कारण यह कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है। बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं, फिर भी कुछ शिक्षक मूल्यांकन करने नहीं आ रहे हैं। अब जिला शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों की जानकारी निकाल रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास ने बताया कि जो शिक्षक बिना कारण के नहीं आ रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कल से दूसरा चरण शुरू होना है और जल्द ही लाखों कॉपियां फिर जांचने के लिए आने वाली हैं। जिला शिक्षा विभाग ने 900 से ज्यादा शिक्षकों को पहले चरण के लिए चुना था, लेकिन अब तक सिर्फ लगभग 300 के आस-पास ही शिक्षक पहुंच रहे हैं, जिसके कारण 10 दिनों में सिर्फ 44 हजार कॉपियां ही जांची जा सकी है।
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