उज्जैन। विद्युत मंडल ने बिजली चोरी रोकने के लिए चाहे केवल लगा दी हो लेकिन बिजली चोरी फिर भी थमने का नाम नहीं ले रही है। यह लाइन लास के आंकड़े दिखा रहे हैं। हर महीने चोरी का आंकड़ा 45 से 55 प्रतिशत तक का रहता है। इससे साफ है कि बिजली चोरी करने वालों पर सख्ती का असर नहीं दिख रहा है।
शहर में जमकर बिजली चोरी हो रही है इस बात की पुष्टि विद्युत मंडल के पिछले महीने के आंकड़े करते हैं, विद्युत मंडल ने पिछले महीने 2 करोड़ 37 लाख यूनिट जो शहर में वितरण के लिए प्रदाय की थी, इसके बदले इन यूनिट में से मात्र एक करोड़ 7 लाख यूनिट का ही पैसा आया। मतलब एक करोड़ 30 लाख यूनिट लाइन लास में जा रही है। मतलब चोरी हो रही है। उज्जैन शहर का यह आंकड़ा चिंताजनक है, क्योंकि इन्हीं आंकड़ों के आधार पर मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनी बाद में बिजली के भाव बढ़ाती है और इस बढ़े हुए भाव का आम नागरिक पर जो हर महीने ईमानदारी से नियमित बिल भरते हैं। विद्युत मंडल के अधिकारियों ने बताया लाइन लास क्रम पूरे साल चलता है औसतन 43 से लेकर 55 प्रतिशत तक हो जाता है। उल्लेखनीय है कि बिजली चोरी रोकने के लिए पांच विजिलेंस की टीम और विद्युत मंडल के अधिकारी पूरे समय घूम रहे हैं लेकिन अभी तक इसमें कोई सुधार नहीं आ रहा है। लोग चोरी करने के नए-नए तरीके निकाल रहे जिसको पकडऩे में विद्युत मंडल कामयाब नहीं हो पा रहा है।
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