नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी करमे वाली छात्रा को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। साइकोलॉजी की इस छात्रा में करीब 11 लोगों को 2.25 लाख का चूना लगाया है। साउथ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में एक शख्स ने पुलिस को शिकायत दी कि उन्हें रेमडिसवर इंजेक्शन की जरूरत थी। उन्हें गूगल से एक नंबर मिला। उस नंबर पर सपर्क करने पर उन्हें रेमडिसवर के 4 इंजेक्शन के बदले 32000 के आसपास अमाउंट बैंक में डालने को कहा गया। अमाउंट डालने के बाद कॉलर ने जवाब देना बंद कर दिया।
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए ट्रेप लगाया और मध्य प्रदेश में छापेमारी की। 1000 किलोमीटर तक पता ढूंढ़ने के बाद वर्तिका नाम की लड़की जो इग्नू से साइकोलॉजी की फर्स्ट ईयर की छात्रा है, को गिरफ्तार किया। पूछताछ में वर्तिका ने बताया उसके पिता की मेडिकल शॉप है। कोविड महामारी के दौरान वर्तिका को पैसा कमाने का तरीका सूझा। वर्तिका ने बताया कि उससे 11 लोगों ने संपर्क किया और उनको ठग कर करीब 225000 रुपये कमाए।
कोरोना काल मे दवाइयों की मदद के नाम पर लूटने वाले कई मामले सामने आ चुके है। दिल्ली की द्वारका पुलिस आयुष नाम के एक शख्स को भी गिरफ्तार किया है जो ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन Lipsomal के नाम पर लोगों को ठगता था। इस शख्स ने लोगों से ठगी करके 10 लाख रुपए कमा लिए थे। डीसीपी संतोष कुमार मीना ने बताया कि गिरफ्तार शख्स के खिलाफ दिल्ली, एनसीआर, यूपी, गुरुग्राम समेत देश भर से शिकातयें मिली थी और उन्हीं शिकायतों के आधार पर उसे गिरफ्तार किया है।
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