भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बीच सुरक्षा बलों के जवान पूरी मुश्तैदी के साथ दिन राम काम कर रहे हैं। इस दौरान वे संक्रमित भी हो रहे है। प्रदेश में पिछले एक महीने के भीतर कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की चपेट में 1850 से ज्यादा जवान कोरोना (Corona) की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से करीब 72 से ज्यादा जवानों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद भी सुरक्षा बल कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) में जगह-जगह तैनात हैं। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) में कोरोना (Corona) आपदा में ड्यूटी कर रहे जवानों की चिंता करते हुए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में सशस्त्र बल (एसएएफ (SAF)), होमगार्ड गार्ड (Home Guard) और पुलिस के प्रदेश भर में 1850 लोग कोरोना संक्रमित (Corona infected) है। जेल विभाग में भी कुछ लोगों की कोरोना (Corona) से मृत्यु होना अवगत कराया गया। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) की ब्लैकमार्केटिंग (Black Marketing) करने वालों के खिलाफ अभी तक 11 प्रकरण दर्ज हुए है। इंदौर (Indore) और भोपाल (Bhopal) में कालाबाजारी (Black marketing) करने वालों के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई की जा रही है। मंत्री डॉ. मिश्रा (Dr. Mishra) ने अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार से रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
कोविड अस्पतालों में परिजनों का प्रवेश बंद
कोविड गाइडलाइन के अनुसार कोविड अस्पतालों में मरीजों के परिजनों का प्रवेश पूर्णत: वर्जित है। लेकिन कुछ अस्पतालों में परिजनों को मरीज तक जाने की छूट है। अनहोनी होने पर परिजनों द्वारा तोडफ़ोड़ एवं मारीपी की घटनाओं के बाद अब परिजनों का प्रवेश भी बंद कर दिया है। अनुमति लेने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।
जवानों को सुरक्षा सामग्री हर हाल में दी जाए
गृह मंत्री ने अफसरों से कहा कि फील्ड में सीधे जनता के बीच काम कर रहे जवानों को मास्क, सेनेटाइजर, फेसशील्ड समेत अन्य जरूरी सुरक्षा सामग्री प्रदान की जाए। हर जवान की जान कीमती है। विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे जवाने पुरी मुश्तैदी के साथ फील्ड में डटे हुए हैं। पीएचक्यू सूत्रों ने बताया कि गृुहमंत्री ने कोरोना काल के बाद पुलिस जवानों को पुरस्कृत करने की भी बात कही है।
सुरक्षा घेरे में रहेंगे अस्पताल
प्रदेश में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण बढ़् रहा है, वैसे-वैसे अस्पतालों में मरीजों के परिजन और चिकित्सीय अमले के बीच विवाद के मामले बढ़ रहे हैं। राजधानी भोपाल में प्रमुख अस्पताल हमीदिया, जेपी अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अभद्रता एवं मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। जेपी अस्पताल में ने अधीक्षक के साथ पूर्व मंत्री पीसी शर्मा एवं उनके समर्थक ने दुव्र्यवहार किया था। इस मामले में पीसी शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मरीजों के अलावा चिकित्सीय स्टाफ को अस्तपाल में बिना अनुमति के जाने नहीं दिया जा रहा है।
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