इंदौर। चुनावी ड्यूटी में लगाए गए मतदानकर्मी कितने योग्य हैं इसकी परीक्षा भी कलेक्टर द्वारा करवाई गई, जिसमें 1967 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और 1949 पास हुए, तो 18 मतदानकर्मी फेल पाए गए, जिन्हें अब दूसरी बार फिर प्रशिक्षण लेना पड़ेगा, तो पहली बार आयोग के निर्देश पर मतपत्रों पर चुनाव चिन्ह के साथ उम्मीदवारों के फोटो भी चस्पा होंगे। मतपत्रों पर उम्मीदवारों का फोटो उसके नाम और चुनाव चिन्ह के बीच में दो गुना ढ़ाई सेंटीमीटर के आकार (स्टेम्प साइज) में अंकित किये जायेंगे।
मतपत्रों पर फोटो अंकित करने के लिए उम्मीदवारों को अपने फोटो नाम निर्देशन पत्र के साथ ही प्रस्तुत करने कहा गया है। उम्मीदवारों से कहा गया है कि मतपत्रों पर अंकित करने के लिए अपने ऐसे फोटो देवें जो तीन माह से अधिक पुराने नहीं हों। इधर, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष सिंह की पहल पर प्रशिक्षण उपरान्त उपरोक्त मतदान कर्मियों की योग्यता को जाँचने के लिए नवाचार के तहत प्रदेश में पहली बार ऑनलाईन परीक्षा की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण के पहले दिन इस परीक्षा में 1967 मतदान कर्मियों ने भाग लिया। इसमें से 1949 मतदान कर्मी पास हुये तथा 18 मतदान कर्मी फेल हुये।
फेल मतदान कर्मियों को दूसरी बार प्रशिक्षण लेना होगा। दूसरी बार का प्रशिक्षण 19 अप्रैल को आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी तथा इंदौर विकास प्राधिकरण मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.पी. अहिरवार ने बताया कि मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण का सिलसिला 15 अप्रैल से होल्कर कॉलेज में प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण का पहला सत्र 19 अप्रैल तक चलेगा। इसमें लगभग 10 हजार मतदान कर्मियों को प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों की योग्यता जाँचने के लिए नवाचार करते हुये ऑनलाईन परीक्षा की व्यवस्था की गई है। पहले दिन आयोजित प्रशिक्षण में 1967 मतदान कर्मी शामिल हुये।
इनमें से शत-प्रतिशत अंकों के साथ 994 मतदान कर्मी उत्तीर्ण हुये। साथ ही 405 मतदान कर्मियों को 90 प्रतिशत, 262 को 80 प्रतिशत, 150 को 70 प्रतिशत, 91 को 60 प्रतिशत तथा 47 को 50 प्रतिशत अंक प्राप्त हुये। इससे नीचे के 18 मतदान कर्मियों को फेल माना गया। इन्हें 19 अप्रैल को पुन: प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि मतदान में किसी भी तरह की गलती नही हो इसको देखते हुये बहुत ही सूक्ष्मता के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रयास यह है कि चुनाव ड्यूटी में किसी भी तरह की गलती नही हो। प्रशिक्षण के तत्काल बाद ऑनलाईन परीक्षा की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह द्वारा चुनाव शुद्ध रूप से और बिना गलती के कराने के लिए यह नवाचार किया गया है। पुराने नहीं हों।
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