इंदौर। किल कोरोना का सर्वे गंभीरता से चलाया जा रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक लगभग 14 लाख लोगों तक सर्वे टीम पहुंच चुकी है और कोविड-19 के 1700 संदिग्धों की पहचान की गई, जिनकी टेस्टिंग और आवश्यक उपचार भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। डेंगू और मलेरिया के भी 341 मरीज इस सर्वे में मिले हैं। अभी तक लगभग 3 लाख घरों तक 2831 सर्वे दल पहुुंच चुके हैं।
सर्वे दल शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर जाकर कोविड-19, मलेरिया तथा डेंगू से संबंधित सर्वेक्षण कर रही है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार संपूर्ण राज्य में 1 से 15 जुलाई 2020 तक किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि, सर्वेक्षण के दौरान सामने आये मलेरिया के प्रकरणों का मौके पर ही टेस्ट कर आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श एवं दवा उपलब्ध कराई जा रही है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के अंतर्गत दो कैटेगरी शामिल है जिनमें आई एल आई अर्थात इनफ्लुएंजा लाइक इन्फेक्शन एवं एस ए आर आई अर्थात सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन शामिल है। वहीं दूसरी तरफ स्वस्थ मरीजों को भी घर भेजा जा रहा है। अरविन्दो अस्पताल से इंदौर सहित प्रदेश के अन्य जिलों और यहां तक कि महाराष्ट्र के धुलिया के भी 29 मरीजों को स्वस्थ कर घर भेजा गया। इंदौर में विभिन्न अस्पतालों में कोरोना मरीजों का लगातार सफल उपचार किया जा रहा है। शासन-प्रशासन द्वारा किये गये बेहतर चिकित्सकीय इंतजामों के फलस्वरूप प्रति दिन मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा 8 जुलाई 2020 को जारी बुलेटिन के अनुसार कल 1338 नेगेटिव और 45 पॉजिटिव मरीज मिले। वहीं 2295 सेम्पल नए लिए गए। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5 हजार का आंकड़ा पार कर 5043 हो गई है और मरने वालों की संख्या 255 मरीजों तक पहुंच गई। कल 32 स्वस्थ मरीजों को घर भिजवाया और अभी तक 3903 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और 885 मरीजों का इलाज चल रहा है।
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