डेस्क। शुक्रवार सुबह गाजा में इस्राइली हवाई हमलों में बच्चों समेत कम से कम 17 लोग मारे गए। इस्राइल की यह कार्रवाई तब सामने आई जब इस्राइल में अमेरिका के नए राजदूत ने येरुशलम में पहली बार सार्वजनिक रूप से उपस्थिति दर्ज कराई है। इस्राइल की तरफ से जबालिया शरणार्थी शिविर (उत्तर गाजा) में हमला किया गया। जहां एक ही घर से 8 लोगों सहित कुल 10 लोगों की मौत हुई। शवों को इंडोनेशियाई अस्पताल में लाया गया।
दूसरा हमला खन युनुस (दक्षिण गाजा) में किया गया। यहां 7 लोगों की मौत हुई, जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी। इस्राइली हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब इस्राइल हमास पर दबाव बढ़ा रहा है ताकि वह बंधकों को रिहा करे और आत्मसमर्पण कर दे। एक दिन पहले ही गाजा में 25 से अधिक लोग मारे गए थे।
माइक हक्काबी, जो कभी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी रह चुके हैं, शुक्रवार को यरूशलम के पवित्र पश्चिमी दीवार पहुंचे। उन्होंने दीवार पर एक प्रार्थना पत्र भी डाला, उन्होंने कहा कि पत्र अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से लिखा गया था।
उन्होंने मीडिया को वह पत्र दिखाते हुए कहा, ‘ये उनके शुरुआती अक्षर हैं, DT।’ हक्काबी ने कहा कि ट्रंप ने उन्हें यह पत्र देकर यरूशलम की शांति के लिए प्रार्थना करने को कहा था। हक्काबी ने यह भी कहा कि अमेरिका हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि बचे हुए बंधकों को हमास से छुड़ाया जा सके।
माइक हक्काबी पहले यह कह चुके हैं कि वे वेस्ट बैंक को इस्राइल में मिलाने और वहां के फलस्तीनियों को इस्राइली नागरिक बनाने का समर्थन करते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह अब उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved