भोपाल। मध्यप्रदेश में अवारा कुत्तों की नसबंदी का मामला मंगलवार को विधानसभा में जम कर गूंजा। इस बात को लेकर बीजेपी (BJP) विधायक यशपाल सिसोदिया (Yashpal Sisodiya), विधान सभा का सदस्य, मंदसौर, ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर सरकार क्या रही है? इस पर नगरीय प्रशासन ने चौंकाने वाला जवाब दिया। जिसे सुनकर के सदन में बैठे सभी सदस्य हैरान रह गए।
अवारा कुत्तों की नशबंदी के लिए इन शहरों में खर्च हुए इतने रुपए:
–इंदौर (Indore) – 1 लाख 6 हजार कुत्तों की नसबंदी पर 7 करोड़ 46 लाख रुपए
– भोपाल (Bhopal) – 1 लाख 4 हजार कुत्तों की नसबंदी पर 6 करोड़ 76 लाख रुपए
– जबलपुर (Jabalpur) – 31 हजार 385 कुत्तों की नसबंदी पर 1 करोड़ 70 लाख रुपए
– उज्जैन (Ujjain) – 9000 कुत्तों की नसबंदी पर 50 लाख रुपए
– ग्वालियर (Gwalior) – 13277 कुत्तों की नसबंदी पर 53 लाखों रुपए
नगरीय प्रशासन ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार प्रदेश के 5 बड़े शहरों में पिछले पांच साल में आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने के लिए नसबंदी पर 17 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। इस पर सवाल उठाते हुए बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि सरकार द्वारा कुत्तों की नशबंदी की जिम्मेदारी NGO को दी गई है। यशपाल सिसोदिया ने कहा कि इस कार्य का भार हैदराबाद के दो एनजीओ (NGO) और दो भोपाल के NGO हैं। जमीनी हकीकत तो यह है कि नसबंदी का अभियान कहीं चलता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में खर्च कीये गए करोड़ों रुपये कहाँ खर्च हुए है उसका हिसाब पर पर सवाल उठ रहे हैं?
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