नई दिल्ली: भारत को शतरंज में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर (GM) आर प्रज्ञानानंद नॉर्वे (R Pragyananand Norway) शतरंज ग्रुप ए ओपन शतरंज टूर्नामेंट के नौ दौर के मुकाबले में 7.5 अंकों के साथ विजेता बने. उन्होंने इस टूर्नामेंट में बहुत ही शानदार खेल दिखाया. आर प्रज्ञानानंद पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारे.
प्रज्ञानानंद ने हासिल की जीत
शीर्ष वरीयता प्राप्त 16 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर (GM) आर प्रज्ञानानंद शानदार लय को जारी रखते हुए पूरे टूर्नामेंट के दौरान अजेय रहे. उन्होंने शुक्रवार देर रात साथी भारतीय इंटरनेशनल मास्टर (आईएम) वी प्रणीत पर जीत के सांथ टूर्नामेंट का अंत किया. प्रज्ञानानंद (ईएलओ 2642) दूसरे स्थान पर काबिज आईएम मार्सेल एफ्रोइम्स्की (इजराइल) और आईएम जंग मिन सेओ (स्वीडन) से एक अंक आगे रहे.
प्रज्ञानानंद ने इन खिलाड़ियों को दी मात
वी प्रणीत छह अंकों के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर थे, लेकिन कम टाई-ब्रेक स्कोर के कारण आखिरी तालिका में छठे स्थान पर खिसक गए. प्रणीत के अलावा प्रज्ञानानंद ने विक्टर मिखलेव्स्की (आठवां दौर), विटाली कुनिन (छठा दौर), मुखमदजोखिद सुयारोव (चौथा दौर), सेमेन मुतुसोव (दूसरा दौर) और माथियास उननेलैंड (पहला दौर) को शिकस्त दी. उन्होंने अपने अन्य तीन मुकाबले ड्रॉ खेले.
2018 में बने थे ग्रैंडमास्टर
आर प्रज्ञानानंद चेस ओलंपियाड के लिए भारत लौट रहे हैं. चेस ओलंपियाड की मेजबानी भारत ही कर रहा है. प्रज्ञानानंद ने पिछले महीने ही ऑनलाइन टूर्नामेंट में मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन गैग्नस कार्लसन को हराया था. प्रज्ञानानंद ने साल 2018 में ही 12 साल की उम्र में ग्रैंड मास्टर का टाइटल हासिल किया था. वह ऐसा करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के प्लेयर हैं. आर प्रज्ञानानंद का मार्गदर्शन दिग्गज विश्वनाथन आनंद ने किया है.
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