उज्जैन। शहर और जिले में बीते 5 माह में कुल 153 मौत हुई है जिनमें अधिकतर दो पहिया वाहन चालक ने दुर्घटना के वक्त सर पर हेलमेट नहीं पहन रखा था और सिर में गंभीर चोट लगने से मौत हो गई।
उज्जैन का यातायात और पुलिस विभाग लगातार लोगों से हेलमेट पहनकर बाइक चलाने या अन्य दो पहिया वाहन चलाने के लिए कई प्रयास और अभियान चलाता है लेकिन लापरवाह लोग नहीं मानते हैं। ऐसा नहीं है कि हर दो पहिया वाहन चालक बगैर हेलमेट के ही शहर में घूम रहे हैं। कई ऐसे सचेत और परिवार के प्रति चिंतित नागरिक भी हैं जो कानून के नियमों का पालन और परिवार के साथ स्वयं की चिंता करते हैं लेकिन जो चिंता नहीं करते और लापरवाह है उन्हें परेशानी भी होती है या फिर दुर्घटना में भारी नुकसान शरीर को होता है। इस पूरे मामले में अग्रिबाण ने जब पड़ताल की और पिछले 5 माह का आंकड़ा उज्जैन यातायात पुलिस विभाग से निकाला गया तो बगैर हेलमेट के हुई मौत के आंकड़े चौंकाने वाले थे।
यह बात सिर्फ आपको सजग और सतर्क करने के लिए बताई जा रही है कि दौड़ती भागती जिंदगी में सुरक्षा के लिए हेलमेट कितना जरूरी है। उज्जैन यातायात पुलिस के पिछले 5 माह के आंकड़ों के अनुसार पूरे उज्जैन जिले में सड़क पर दोपहिया एक्सीडेंट की कुल 932 घटनाएं हुई। इन दुर्घटनाओं में 153 लोगों की मौत हुई और 881 लोग घायल हुए। उज्जैन यातायात थाना प्रभारी दिलीप परिहार ने अग्रिबाण को बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में पिछले 5 माह में हुई 153 मौतों में 80 प्रतिशत मौत का कारण हेलमेट सिर पर नहीं होना था। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति अगर सर पर हेलमेट पहना होता तो जान बच सकती थी क्योंकि अधिकतर एक्सीडेंट में घायल लोगों की मौत सर पर गंभीर चोंट लगने से हुई है। पुलिस की सड़क पर की जाने वाली चालानी कार्रवाई को लोग भले ही गलत मानते हों लेकिन पुलिस विभाग द्वारा हेलमेट को लेकर की गई सख्ती में हमें भी यह समझना होगा कि यह एक चालान हमारे लिए सबक है कि पुलिस की वर्दी हमसे हमदर्दी भी करती है। आप सजग रहें सुरक्षित रहें।
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