इंदौर। इंदौर नकली खाद्य पदार्थों का गढ़ भी बनता जा रहा है। पूर्व में कई मौकों पर इस तरह के मिलावटी, नकली और दूषित खाद्य पदार्थ मिलते रहे हैं और प्रशासन भी इस तरह के प्रतिष्ठानों पर छापे डालता रहा है। अभी जयपुर की खाद्य सुरक्षा टीम ने कुछ खाद्य प्रतिष्ठानों पर छापे मारे, तो उसमें डेढ़ हजार किलो नकली घी पकड़ाया। जब उसकी जानकारी निकाली गई तो पता चला कि जयपुर के कारोबारी ने इंदौर में यह नकली घी बनवाकर बुलवाया।
इंदौर से जाने वाली ट्रेवल्स कम्पनियों की बसों में भी बड़े पैमाने पर खाद्य सामग्री भेजी जाती है, जिसमें घी, मावा, ड्रायफ्रूट्स से लेकर अन्य सामग्रियां रहती है। राजस्थान सरकार द्वारा भी मिलावट के खिलाफ अभियान चलाती रही है और अभी एक दिन पहले जयपुर में कई प्रतिष्ठानों पर खाद्य महकमे ने छापे डाले, जिसमें एक ट्रेवल एजेंसी के गोदाम में भरा नकली घी बरामद किया गया। जयपुर के ही किसी श्रीराम मिल्क फूड द्वारा यह नकली घी इंदौर में बनवाया गया, जिसकी कीमत मात्र 290 रुपए प्रति किलो बताई गई। यानी इतने सस्ते में तो शुद्ध घी मिल ही नहीं सकता। एसेंस या अन्य कैमिकल की सहायता से ये नकली घी बनता है। इंदौर में ही कई मर्तबा इस तरह का घी पकड़ाया है, जो शुद्ध घी के नाम पर बेचा जाता है। दरअसल, श्रीराम मिल्क फॉर डेयरी इंडस्ट्रीज ने इंदौर में यह घी बनवाया और ट्रेवल्स के जरिए किसी अन्य फर्म के नाम से बुकिंग करवाकर इसे जयपुर बुलवाया। संभव है जयपुर पुलिस अब इस मामले में इंदौर आकर भी जांच करेगी कि नकली घी कहां से बनवाया।
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