नई दिल्ली । दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग (Chhatrasal Stadium parking in Delhi) में हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में फरार चल रहे ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार (Lumpian wrestler Sushil Kumar) की आखिरी लोकेशन पंजाब के भटिंडा की मिली है। इसलिए जांच की कड़ी अब दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड व हरियाणा होते हुए पंजाब से भी जुड़ गई हैं। दरअसल, सागर पहलवान हत्या मामले में दिल्ली पुलिस के लिए वांटेड पहलवान सुशील कुमार के पास जो मोबाइल है, वह भठिंडा निवासी एक पहलवान के नाम पर है। भटिंडा का यह पहलवान ओलंपियन सुशील कुमार का साथी रह चुका है। उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की 15 टीमों के अलावा हरियाणा पुलिस भी जुटी हुई है। सुशील की पहले उत्तराखंड के साथ हरियाणा के कुछ जगहों की लोकेशन मिली थी। उसकी सोनीपत में कई लोगों से अच्छी पहचान है। इसलिए पुलिस को उसके ठिकानों का पता करके नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पांच मई से फरार सुशील लगातार पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहा है। उसने पुलिस को चकमा देने के लिए मोबाइल फोन एक साथी को देकर दिल्ली की तरफ रवाना कर दिया था। ताकि पुलिस उसतक नहीं पहुंच सके।
पुलिस को बरगलाने के लिए वह बीच-बीच में रास्ते में फोन चालू करता। लेकिन जब पुलिस उस नंबर की जांच में जुटती है तो इस बीच वह अपना सिम बदल देता था। इस तरह से सुशील बहादुरगढ़-झज्जर-नजफगढ़ के आसपास कई दिनों तक छिप कर अलग अलग सिम से अपने जानकारों के सम्पर्क था। हालांकि पुलिस ने सिम जारी करने वाले दुकानदार और जिस दस्तावेज पर सिम जारी हुआ था, उससे भी सघन पूछताछ की थी।
फरार सुशील पुलिस से बचने के लिए सिर्फ नए सिम ही नहीं ले रहा है, बल्कि वह उससे भी सामान्य फोन करने की बजाए इंटरनेट कॉलिंग कर रहा है। ताकि पुलिस को उसकी बातचीत का पता करने और उसकी लोकेशन लेने में दिक्कत हो। लेकिन पुलिस ने उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर उसके तकरीबन सभी करीबियों पर अपनी पैनी नजर गड़ा रखी है। इसलिए वह मोबाइल पर बात करने की बजाए इनटरनेट कॉलिंग कर रहा है।
जिस वीडियो में सुशील पिटाई करते हुए दिखाई दे रहा है, उस मोबाइल वीडियो को पुलिस ने रोहिणी के एफएसएल में जांच के लिए भेजा था। जांच में एफएसएल की तरफ से वीडियो के ठीक होने, उसमें किसी तरह का छेड़छाड़़ नहीं होने की बात का खुलासा किया तो पहलवान सुशील की मुश्किल और भी बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक जिस रात ये सागर धनखड़ की हत्या हुई, उस रात स्टेडियम के अंदर और बाहर करीब 40 लोगों के मौजूद होने की जानकारी मिली है। वैसे पुलिस से बचने के लिए सुशील पहलवान एक शातिर अपराधी की तरह लुका-छिपी का खेल खेल रहा है।