नई दिल्ली: इंडियन आर्मी में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. जालसाज भोले-भाले युवाओं को फंसाकर उनसे लाखों की ठगी करते हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है, जहां एक जालसाज ने आर्मी में नौकरी के नाम पर 16 लाख रुपए ठग लिए. खास बात यह है कि यह जालसाज कोई और नहीं बल्कि खुद सेना का सिपाही निकला. आरोपी सिपाही ने कर्नल बनकर युवक को फर्जी नौकरी दिलवाई. हद तो तब हो गई, जब कानपुर टेरीटोरियल में 15 दिन की ट्रेनिंग भी करा दी. इसके बाद पठानकोट में आर्मी के मेस में खाना बनवाया और बार्डर पर ड्यूटी भी करवाई. यही नहीं वेतन के रूप में चार महीने तक 12 हजार रुपए उसके अकाउंट में डाले गए.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी सिपाही का नाम राहुल है. राहुल ने मेरठ के दो युवकों मनोज और उसके भाई की आर्मी में नौकरी लगवाने का वादा किया. राहुल ने मनोज से बताया कि वह सेना में कर्नल है. राहुल की बात से प्रभावित होकर मनोज और उसके भाई ने 16 लाख रुपए उसको दे दिए. 10 लाख कैश के रूप में दिए गए, जबकि छह लाख रुपए अकाउंट में डाले गए. उसके बाद राहुल मनोज को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कानपुर टेरीटोरियल में ले गया.
बाजार से खरीदकर दी सेना की वर्दी
यहां पर राहुल ने अपने जान-पहचान के राजा से संपर्क कर मनोज को 15 दिनों की ट्रेनिंग दिलवाई. यहां 15 दिनों की ट्रेनिंग करने के बाद राहुल, मनोज को लेकर पठानकोट चला गया. राहुल, मनोज को टेरिटोरियल आर्मी के ऑफिस में अपने साथ रखने लगा. राहुल ने मनोज को बाजार से खरीदकर सेना की वर्दी और आईडी कार्ड दे दिया. अपने पठानकोट ऑफिस में बतौर फॉलोअर रखा. वहां का खाना भी मनोज बनाने लगा. साथ ही कभी-कभी बॉर्डर पर सेना के हथियारों के साथ ड्यूटी भी करवाई.
हर महीने 12 हजार रुपए दिया वेतन
ट्रेनिंग को मिलाकर चार महीने तक मनोज से ड्यूटी करवाई गई. यही नहीं हर महीने उसके खाते में 12 हजार रुपए भी भेजे गए. खास बात यह है कि चार साल तक यह सबकुछ होता रहा, लेकिन किसी को कुछ भनक तक नहीं लगी. जानकारी होने के बाद अधिकारियों के कान खड़े हो गए. आनन-फानन में पुलिस ने सिपाही राहुल को गिरफ्तार कर लिया. आर्मी इंटेलिजेंस और दौराला थाना पुलिस ने राहुल के बताए स्थान पर छापा मारा, जहां से पिस्टल मिली है. आर्मी इंटेलिजेंट ने कानपुर टेरिटोरियल में संपर्क किया तो पता चला कि राजा फरार है.
मामले को रक्षा मंत्रालय ने लिया संज्ञान
पुलिस ने इस मामले में राहुल, बिट्टू के साथ राजा पर एफआईआर दर्ज की है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है, क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से यह मामला काफी गंभीर है. वहीं आर्मी इंटेलिजेंस, पुलिस टीम के साथ आरोपियों की धरपकड़ करने में जुटी है. पुलिस का कहना है कि एक युवक को फर्जी तरीके से भर्ती कर, उसे सेना के कैंप में ड्यूटी कराई गई. यह सेना की सुरक्षा में सेंधमारी है. साथ ही देश की सुरक्षा के साथ भी खतरा है.
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