उज्जैन। सवारी निकलने में मात्र 15 दिन बचे हैं और नगर निगम अब सवारी मार्ग की मरम्मत करने तथा सड़क बनाने में लगा है। जर्जर मकानों पर इस बार भी केवल नोटिस चिपकाए जाएंगे। महाकाल की सवारी जिस मार्ग से प्रारंभ होती है वह मार्ग पिछले कई दिनों से उखड़ा पड़ा था जो कि यहाँ चौड़ीकरण होने वाला था। इस चौड़ीकरण में सड़क 24 मीटर की होना है इसको लेकर महाकाल घाटी से लेकर महाकाल मंदिर चौराहे तक के व्यापारी विरोध में आ गए थे और उन्होंने अदालत की शरण ली। इनमें से तीन चार को स्टे मिल गया है। इस कारण चौड़ीकरण का मामला फिलहाल टल गया है। ऐसे में अब उखड़े हुए इस मार्ग को ताबड़तोड़ बनाने की कवायद की गई। इसका टेंडर पहले ही हो चुका था। यादव धर्मशाला से लेकर महाकाल चौराहा और महाकाल चौराहा से महाकाल घाटी चौराहे तक की सड़क बनानी है। अब जबकि 10 जुलाई को पहली श्रावण मास की सवारी निकलना है और सवारी का प्रमुख मार्ग यही है इसलिए इस मार्ग की सड़क बनाने का काम शुरू किया गया है।
निगमायुक्त से जब पूछा गया कि चौड़ीकरण के बाद भी यह सड़क काम आएगी तो उनका कहना था कि इसको इसी तरह से बनाया जा रहा है कि चौड़ीकरण होगा तो ज्यादा काम इसमें नहीं करना पड़ेगा। कोर्ट से स्टे हटने के बाद ही इस मार्ग का चौड़ीकरण हो पाएगा। फिलहाल सड़क बनाने का काम शुरू हो गया है और 30 जून तक इस सड़क को बना लिया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि 8 से 10 दिन में यह सड़क पूरी तरह सूख जाएगी लेकिन अब बारिश शुरु हो चुकी है और बारिश में यह सड़क कैसे सूखेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी सड़कों को सूखने में 10 से 15 दिन का समय लगता है। ऐसे में जब सवारी 10 जुलाई को निकलेगी और उसमे मात्र 15 दिन बचे हैं इनमें से 7 दिन तो सड़क को बनाने में ही लग जाएँगे और सूखने में 15 दिन। ऐसा ना हो की सवारी जब निकलने वाली हो और सड़क ठीक ढंग से सूख नहीं पाए तो सड़क खराब हो जाए, नहीं तो सरकार का पैसा बर्बाद होगा।
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