इंदौर। लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही जिला प्रशासन जहां तैयरियों में जुट गया है, वहीं एफएसटी के उडऩदस्तों ने चप्पे चप्पे पर नजर रखना शुरू कर दिया है। 26 वाहनों के माध्यम से एफएसटी की टीम इंदौर जिले की सीमाओं पर जहां नजर रख रही है, वहीं कई ऐसे इलाके जिन्हें पूर्व में संवेदनशील घोषित किया गया था या यहां पर कुछ छुटपुट घटनाएं भी देखी गई थीं, उन पर विशेष नजर रखी जा रही है।
लोकसभा चुनाव की तैयरियों के साथ साथ मतदाताओं को लुभाने के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधनों और व्यय पर नजर रखने के लिए इंदौर की सीमा में 13 एफएसटी की टीमों को तैनात कर दिया गया है, वहीं कई व्यय प्रेक्षक भी अलर्ट मोड में आ गए हैं। जिला प्रशासन ने उडऩदस्तों को 26 वाहन उपलब्ध कराए हैं। ये टीमें जहां जिले की सीमाओं पर विशेष नजर रखेंगी, वहीं ऐसे सवंदेनशील क्षेत्र जहांं पूर्व में घटनाएं या मतदाताओं को लुभाने के लिए सामग्री वितरण जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ज्ञात हो कि निर्वाचन व्यय पर नजर रखने के लिए 9 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। फ्लाइंग स्क्वाड की 13 टीमें, एसएसटी की 18 टीमें तैनात हैं, वहीं वीडियोग्राफी के माध्यम से नजर रखने वाली बीएससी 27, टीमों में तैनात की गई है, वहीं प्रत्याशियों के व्यय लेखों के लिए एकाउंट टीम लगाई गई है, जिसमें एक जिला स्तरीय व नौ विधानसभा स्तरीय टीमें हैं।
[relost]
सिर्फ 12 शिकायतें
लोकसभा चुनाव के लिए निगरानी दल और इशकायतों के लिए कलेक्टर कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। यह कंट्रोल रूम 24 घंटे आने वाली शिकायतों पर नजर रख रहा है। लेकिन अभी चुनाव की तारीख दूर होने के चलते शिकायतों का दौर शुरू नहीं हुआ है, सिर्फ 12 शिकायतें ही कंट्रोल रूम में की गई है, जो कि अधिकारियों कर्मचारियों की पोस्टिंग को लेकर ही है। प्रत्याशियों द्वारा लुभाने या चुनाव से संबंधित कोई भी शिकायत अब तक विभाग को नहीं मिली है। एडीएम रोशन राय को कंट्रोल रूम का नोडल अधिकारी घोषित किया गया है. उनके अनुसार शिकायतों पर नजर रखी जा रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved