रात 3 बजे तक होटलों में गाडिय़ां करवाई उपलब्ध, सुबह की फ्लाइट से कई संत हुए रवाना, प्राधिकरण अमले ने की लगातार ड्यूटी
इंदौर। ओंकारेश्वर (Omkareshwar) में कल आयोजित हुए एकात्म धाम लोकार्पण के लिए देशभर से साधु-संत, आध्यात्मिक विचारकों की इंदौर (Indore) से ही रवानगी शुरू हो गई। आज सुबह की फ्लाइट (Flight) से कई साधु-संत अपने-अपने गंतव्य स्थल की ओर रवाना हुए। वहीं कुछ कल रात की फ्लाइट से भी चले गए। लगभग 1298 साधु-संत हवाई जहाज से आए, जिन्हें शहर की 3 और 5 सितारा होटलों में ठहराया गया और रात 3 बजे कई साधु-संतों को गाडिय़ां उपलब्ध कराईं, ताकि एयरपोर्ट समय पर पहुंच सके। प्राधिकरण का अमला बीते तीन दिनों से इस ड्यूटी में लगा रहा।
हवाई जहाज के अलावा रेलवे और सडक़ मार्ग से भी 800 से अधिक साधु-संत इंदौर पहुंचे और लगभग 2 हजार लोगों के ठहरने-खाने से लेकर वाहनों की व्यवस्था शासन स्तर पर ही की गई। इनमें कई महामंडलेश्वरों को राजकीय अतिथि का भी दर्जा दिया गया। प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार सहित पूरे अमले की ड्यूटी एयरपोर्ट पर भी रही। वहीं शहर की सभी बड़ी होटलों, सायाजी, रेडिसन, ब्रिलियंट, मेरिएट, कन्वेंशन सेंटर सहित 40 होटलों में साधु-संतों को ठहराने की व्यवस्था की गई और 1298 साधु-संत हवाई जहाज से इंदौर पहुंचे और फिर कल रात और आज इनमें से अधिकांश की रवानगी हो गई। कुछ बचे साधु-संत शाम तक विदा होंगे। पूरी सरकारी मशीनरी इंदौर आए इन अतिथियों की आवभगत में बीते 3-4 दिनों से जुटी रही। ओंकारेश्वर में चूंकि ठहरने का बंदोबस्त नहीं है, लिहाजा सभी अतिथि इंदौर ही रूके और यहां से वाहनों के जरिए कल सुबह ओंकारेश्वर के लिए रवाना हुए, जहां पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में आदि शंकराचार्य जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण हुआ और सिद्धवरकूट में ब्रह्मोत्सव आयोजित किया गया। देशभर से हजारों की संख्या में संत, विचारक, प्रबुद्धजन इस धार्मिक आयोजन में जुटे। स्वामी अवधेशानंद जी, परमानंदगिरी जी से लेकर संघ के भैयाजी जोशी, सुरेश सोनी व अन्य भी इस आयोजन में शामिल हुए। वहीं जाने-माने फिल्म निदेशक आशुतोष गोवारीकर भी सपत्नीक इंदौर आकर ओंकारेश्वर गए।
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