नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और इंडियन नेवी (Indian Navy), एंटी-ड्रग एजेंसी (anti-drug agency) के जॉइंट ऑपरेशन (joint operation) में नशे के एक बड़ी खेप पकड़ी गई. ये खेप केरल तट (Kerala Coast) के पास एक बड़े वेसल से पकड़ी गई, जिसका वजन 25 क्विंटल यानी 2500 किलो है. ड्रग का नाम मेथामफेटामाइन है. इसकी कीमत का अनुमान 12,000 करोड़ रुपए का लगाया गया है. इस बीच NCB के DDG ऑपरेशन संजय कुमार सिंह ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में बैठा शातिर भारत में करोड़ों रुपए की ड्रग्स भेज रहा है.
बताया गया है कि 12 हजार करोड़ की पकड़ी गई ड्रग्स के तार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तान ISI से जुड़े पाए गए हैं. एजेंसियां चौकन्नी हो गई है. उन्होंने ड्रग के साथ संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को धर दबोचा है, जिसके जरिए सच सामने आएगा. NCB ने बयान जारी कर बताया है कि हिंद महासागर में एक वेसल को रोके जाने के बाद पाकिस्तानी नागरिक को ड्रग बरामदगी के सिलसिले में हिरासत में लिया. उसे और ड्रग्स को कोचीन के मट्टनचेरी तट पर लाया गया. एजेंसी ने पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए जांच शुरू कर दी है.
NCB ने देश में अब तक मेथामफेटामाइन ड्रग की जब्ती को सबसे बड़ा बताया है. उसका कहना है कि ड्रग को “मदर शिप” से जब्त किया गया. NCB ने बताया है कि एक मदर शिप बड़ा वेसल है जो रास्ते में अलग-अलग बोट्स को ड्रग बांटता जाता है. ड्रग का सोर्स “डेथ क्रीसेंट” था. एजेंसी ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान के क्षेत्रों की पहचान डेथ क्रीसेंट के रूप में की है क्योंकि देश में सप्लाई किया जाने वाला ड्रग इन क्षेत्रों से ही आता है.
एनसीबी का कहना है कि नेवी की इंटेलीजेंस विंग के साथ काम करने के दौरान अधिकारियों को पाकिस्तान और ईरान के आसपास मकरान तट से बड़ी मात्रा में मेथमफेटामाइन ले जा रहे एक “मदर शिप” के बारे में इनपुट मिला था. इसके बाद सभी इनपुट्स को एनालाइज किया गया और संभावित रूट की पहचान की गई जहां से मदर शिप के जरिए ड्रग को सप्लाई किया जाना था. इसके अनुसार ही पूरी डिटेल इंडियन नेवी के साथ साझा की गई है और एक नेवल शिप को आसपास के इलाके में तैनात किया गया. इसके बाद पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
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