- भागे कैदियों में बड़े बदमाश भी शामिल-पुलिस सभी की तलाश कर रही है
उज्जैन। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक बीते दो साल में भैरवगढ़ जेल से 11 कैदी पैरोल पर आकर वापस नहीं लौटे हैं। भागे कैदियों में अधिकांश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि जेल मुख्यालय लंबे समय से फरार उन तमाम कैदियों की फिर से तलाश करवा रहा है, जो अभी तक हाथ नहीं आए हैं। वैसे पूरे प्रदेश की बात की जाए तो पिछले कुछ साल में 110 कैदी पैरोल से भाग गए हैं। उज्जैन जेल के रिकॉर्ड में भी वर्ष 2022 से 2024 के बीच 11 कैदी पेरोल पर गए थे, जो आज तक वापस नहीं लौटे हैं। पुलिस को भी इन सभी कैदियों का कोई सुराग नहीं लगा है। बता दें कि पूरे प्रदेश की जेलों का अब तक जो रिकॉर्ड मिला है, अनुसार 110 कैदी अभी भी फरार हैं, जिनका लंबे समय बाद भी कोई पता नहीं चला है। कुछ ऐसी कैदी भी हैं, जो 10 साल से फरार हैं, जिन्हें पुलिस ने भी यहां वहां खोजा, लेकिन कोई पता नहीं चला। इनमें कुछ बड़े बदमाश भी शामिल हैं। ऐसे में इनकी जेल में वापसी के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। ऐसे सभी कैदियों को जेल में पुलिस द्वारा वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस ऐसे कैदियों की लगातार सुराग ढूंढ रही हैं। पुलिस उनको अरेस्ट करेगी जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ इनाम भी घोषित किया जाएगा।
जेल प्रशासन पर उठने लगे सवाल…
उल्लेखनीय है कि पैरोल की आड़ में कैदियों के फरार होने और कई सालों तक वापस नहीं लौट के मामले में अब जेल प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। प्रशासन पर ये सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में पैरोल पर या फिर जमानत पर छोड़े गए कैदियों के खिलाफ जेल प्रशासन ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, अब जब मामला बढ़ रहा है तो उनको वापस लाने की बात की जा रही है पर सवाल तो यही है कि आखिर इतने लंबे वक्त बाद कैसे उनकी लोकेशन मिल पाएगी और इतनी बड़ी संख्या में कैदियों को वापस लाया जा सकेगा।