उपचाररत मरीजों की संख्या में भी तेजी से गिरावट… मात्र 12795 ही बचे, अब हर 24 घंटे में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अधिक
इंदौर। कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third wave) इंदौर (Indore) में तो उतार पर है, मगर भोपाल में संक्रमण दर (infection rate) अभी भी 25 फीसदी से ज्यादा दर्ज हो रही है। इंदौर की तुलना में भोपाल में सैम्पलिंग (sampling) भी कम होती है। कल भी 6350 सैम्पलों (samples) की जांच में 1757 नए पॉजिटिव मिले। यानी 25 फीसदी से अधिक संक्रमण दर रही। इसकी तुलना में इंदौर में 10329 सैम्पलों की जांच में 1197 नए मरीज मिले और संक्रमण दर 11.59 फीसदी पर आ गई है। इंदौर में अब हर 24 घंटे में नए मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या दो गुना से ज्यादा दर्ज होने लगी।
इंदौर (Indore) में अभी कोरोना (Corona) उपचाररत मरीजों की संख्या घटकर 12795 हो गई है और इनमें से मात्र 250 मरीज ऐसे हैं जो अस्पतालों (hospitals) या कोविड केयर सेंटर (covid care center) में भर्ती हैं। बाकी साढ़े 12 हजार से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन (home isolation) में स्वस्थ हो रहे हैं। कल भी एक व्यक्ति की मृत्यु हुई। जनवरी के माह में 32 लोगों की मौत कोरोना से बताई गई। मगर हकीकत यह है कि इनमें से 30 से अधिक मरीज दूसरी अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त रहे हैं। कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने प्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने प्रजेंटेशन देकर बताया कि प्रदेशभर में 72 लोग ऑक्सीजन बेड पर और 150 आईसीयू में हैं और भोपाल की संक्रमण दर इंदौर से काफी ज्यादा है। 15 फरवरी तक पूरे प्रदेश में कोरोना के प्रकरण कम होने का अंदेशा जताया है, लेकिन इंदौर (Indore) में तेजी से मरीजों की संख्या में कमी तो आ ही रही है, संक्रमण दर भी जो 22-23 जनवरी को 27 फीसदी तक पहुंच गई थी वह अब घटकर साढ़े 11 फीसदी रह गई है और उपचाररत मरीजों की संख्या में भी हर 24 घंटे में कमी आ रही है। कल भी 2604 मरीज स्वस्थ हुए, जबकि नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1197 ही रही। जबकि सैम्पलों की संख्या 10329 थी।
कल से स्कूल खुलेंगे या नहीं यह आज होगा तय
मुख्यमंत्री ने कल जो कोरोना (Corona) की समीक्षा की उसमें स्कूलों को खोलने के संबंध में चर्चा तो हुई मगर कोई निर्णय नहीं लिया। अन्य प्रदेशों की स्थिति भी देखी जा रही है और विशेषज्ञों से इस संबंध में आज चर्चा की जाएगी, ताकि तय हो सके कि कल से स्कूल खुलेंगे या नहीं। हालांकि अधिकांश शिक्षाविदों और यहां तक कि चिकित्सकों का भी कहना है कि बच्चों में कोई डर नहीं है और अभी तीसरी लहर (Third wave) में भी बच्चे संक्रमित जरूर हुए मगर जल्दी स्वस्थ भी हो गए। इसलिए अब स्कूल-कॉलेज खोल देना चाहिए। तमिलनाडु-हरियाणा में कल से स्कूल खुल भी रहे हैं।
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