भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आजाद होंगे 109 कैदी

  • जेल मुख्यालय ने शासन को भेजा गया प्रस्ताव
  • सबसे ज्यादा कैदी भोपाल व ग्वालियर के 17-17 छोड़े जाएंगे

भोपाल। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रिहा इस बार प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद सजायाफ्ता 109 कैदियों को रिहा किया जाएगा। इसके लिए जेल मुख्यालय ने प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है। दरअसल, केंद्र सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर की जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को कुछ विशेष श्रेणियों में माफी देकर रिहा कर रही है। इसके लिए 22 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सभी केंद्रीय जेलों से ऐसे कैदियों की सूची तैयार करने को कहा था, जिन्होंने जेल में रहते लगातार अच्छा आचरण बनाए रखा। इस आदेश के तहत मप्र जेल मुख्यालय ने 109 कैदियों के नाम शासन को भेजे हैं। इसमें 106 पुरुष व 3 महिला कैदी हैं। डीजी जेल अरविंद कुमार ने बताया कैदियों की रिहाई के पीछे शासन की मंशा है कि वे केवी जिन्हें पछतावा है और दंड का अधिकांश हिस्सा पूरा कर चुके हैं, उन्हें समाज में रहने का मौका मिलना चाहिए। वैसे हर साल 15 अगस्त, 25 जनवरी को सरकार कुछ कैदियों को रिहा करती है, लेकिन उनमें वो कैदी छोड़े जाते हैं, जिन्होंने आजन्म कारावास में 14 साल पूरे कर लिए हैं। पहले उनकी समीक्षा होती है, फिर उन्हें छोड़ा जाता है। अभी जो कैदी छोड़े जा रहे हैं, वे आजादी के अमृत महोत्सव में अतिरिक्त पहल के तहत रिहा किए जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा कैदी भोपाल व ग्वालियर के 17-17 हैं। इसके अलावा उज्जैन से 13, इंदौर व नरसिंहपुर से 11-11, सतना से नौ व सागर से आठ हैं। कुछ कैदी बड़वानी, रीवा, शिवपुरी के भी हैं। प्रस्तावित सूची में से कुछ कैदियों के नाम कम हो सकते हैं। अंतिम सूची 15 अगस्त पहले ही जारी की जाएगी। मप्र की जेलों में लगभग 50 हजार 500 कैदी हैं। इनमें से 60 प्रतिशत अंडर ट्रायल हैं।



इन कैदियों को मिलेगा लाभ
सरकार की योजनानुसार महिला या ट्रांसजेंडर कैदी की उम्र 50 साल या उससे अधिक हो और पुरुष कैदी की उम्र 60 साल या उससे अधिक हो उसको रिहा किया जाएगा। वहीं 70 प्रतिशत या उससे ज्यादा विकलांगता वाले, जिन्होंने अपनी सजा का 50 प्रतिशत पूरा कर लिया है। ऐसे कैदी रिहा किए जाएंगे। साथ ही जिन्होंने अपनी सजा का 50 प्रतिशत या उससे ज्यादा समय काट लिया हो और जिनका आचरण जेल में हमेशा अच्छा रहा हो, उन्हें रिहा किया जाएगा। अमृत महोत्सव के तहत कैदियों को तीन चरणों में रिहा किया जाएगा। तैयार की गई सूची के कैदियों को 15 अगस्त 2022 को रिहा किया जाएगा। इसके बाद दूसरी व तीसरी सूची बनेगी और उन कैदियों को क्रमश 26 जनवरी 2023 व 15 अगस्त 2023 को रिहा किया जाएगा। प्रदेश में 11 केंद्रीय, 41 जिला, 73 उप और छह खुली जेल है। 31 जनवरी 2022 की स्थिति में प्रदेश की जेलों में बंदी आवास क्षमता 29 हजार 571 है। इसके विरुद्ध 47 हजार 405 कैदी बंद है। सजायापता 19 हजार 469 (पुरुष 18 हजार 674. एवं महिला 795) और विचाराधीन बंदी 27 हजार 936 (पुरुष 26 हजार 909 एवं महिला एक हजार 27 ) है।

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