इंदौर। मध्य भारत के इतिहास में पहली बार इंदौर की जयरामपुर कॉलोनी में एक ही पंडाल में अलग-अलग रूपों में 108 गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। 11 बाय 30 फीट की प्रतिमा में 108 गणेशजी होंगे, जो 19 फीट ऊंचे शिवलिंग में विराजेंगे। यहीं 10 फीट के नंदी और त्रिशूल के भी दर्शन होंगे। शहर के अन्य स्थानों पर भी गणेशोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। सभी जगह अलग-अलग रूपों में भव्य पंडालों में गणेशजी के दर्शन हो सकेंगे।
शहर में 19 सितंबर से गणेशोत्सव के दौरान कई तरह के सामाजिक सरोकार से जुड़े काम व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जयरामपुर कॉलोनी गणेशोत्सव सार्वजनिक महोत्सव समिति के अनिल डागा ने बताया कि हर दिन 56 भोग लगाए जाएंगे। भक्त ही सेवा कार्य करेंगे और अन्नदान भी होगा। पंडाल में फल वाटिका भी सजाई जाएगी, जिसके फलों का वितरण अलग-अलग बस्तियों में किया जाएगा। जयरामपुर कॉलोनी के गणेशोत्सव का ये 40वां वर्ष है। जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। सजावट और पंडाल की तैयारियां आयोजन समिति ने शुरू कर दी हैं।
शहर में कई जगह आयोजन, महीनों पहले से दिए प्रतिमाओं के ऑर्डर
शहर में कई जगह गणेशोत्सव वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है, जो साल-दर-साल भव्य स्वरूप लेता जा रहा है। आयोजक बड़ी गणेश प्रतिमाओं के निर्माण के ऑर्डर महीनों पहले से ही दे देते हैं। हर बड़े पंडाल में स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमाएं मिट्टी से ही बनाई जाती हैं। मूसाखेड़ी के राजा को लेकर भी आयोजकों ने तैयारी शुरू कर दी है। यहां स्थापित की जाने वाली प्रतिमा बंगाल के मूर्तिकारों ने बंगाल की मिट्टी से ही तैयार की है। सर्वधर्म एकता गणेश उत्सव समिति के गणेशोत्सव का यह 25वां साल है। इस साल 50 हजार एलईडी बल्ब से सजावट की जाएगी। समिति के संरक्षक राजू प्रजापत ने बताया कि प्रतिमा विशाल और वजनी है, जिसे क्रेन से लाया जाएगा। कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं भी होंगी। इस साल गणेश प्रतिमा का विसर्जन पंडाल में ही किया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved