नई दिल्ली। केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि अब यूपी में दंगे नहीं, बल्कि दंगल होते हैं। खेलों को प्रोत्साहन (promotion of sports) देने के लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार (Central and Uttar Pradesh Government) मिलकर उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं। देश में तीन माह के भीतर 1000 खेलो इंडिया सेंटर स्थापित (1000 Khelo India Center established) किए जाएंगे, जिनके संचालन की जिम्मेदारी चैंपियन खिलाड़ियों (champion players) को दी जाएगी। उन्होने कहा कि यूपीए सरकार के मुकाबले मोदी सरकार ने खेलों के बजट में तीन गुना तक की वृद्धि की है। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को तीन दिवसीय अमर उजाला खेल खिलाड़ी उत्तर प्रदेश बालिका ओलंपिक-2023 के समापन समारोह में विजेता टीमों और खिलाड़ियों को सम्मानित किया। यह आयोजन राजधानी के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए अमर उजाला समूह का आभार व्यक्त करता हूं। खेलों में बेटियों को आगे बढ़ाने का यह प्रयास सोने पे सुहागा है।
हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जिस समाज में मातृशक्ति की पूजा होती है, वहां देवता निवास होता है। जहां उनका सम्मान नहीं होता, वहां कितने भी प्रयास कर लें, अच्छा से अच्छा कार्य विफल हो जाता है। वर्ष 2014 में जब पीएम मोदी ने इस देश की बागडोर संभाली, तब हरियाणा और पंजाब में स्त्री-पुरुष अनुपात 837 का था, जो नौ वर्षों में बढ़कर 990 पर पहुंच गया है। अमर उजाला के इस प्रयास में 1000 हजार बालिका खिलाड़ी जुटी हैं और पांच साल बाद जब यह आयोजन होगा तो यहां 15-20 हजार से कम बालिका खिलाड़ी नहीं होंगी। यह मैदान छोटा पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी और विंटर गेम पीएम नरेंद्र मोदी की सोच का परिणाम हैं। वर्ष 2017-21 में जहां देश में खेलो इंडिया का बजट 2700 करोड़ रुपये था, वहीं इस साल खेलो इंडिया का 3200 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत किया गया है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 15 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग लेते हैं। वर्ष 2022 में इन खेलों में 25 राष्ट्रीय रिकॉर्ड टूटे, जिनमें से 21 रिकॉर्ड बेटियों ने ही तोड़े हैं। टोक्यो ओलंपिक हों या फिर कॉमन वेल्थ गेम्स, भारत को पहला गोल्ड मेडल महिला खिलाड़ियों ने ही दिलाया। अमर उजाला के आयोजन में हिस्सा लेने वाली बालिका खिलाड़ियों में से ही कुछ आगे बढ़कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर नाम रोशन करेंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों में खेल संघों के पदाधिकारियों को अवश्य बुलाया जाना चाहिए। ताकि, अगर कोई असाधारण प्रतिभा दिखे तो उसे आगे ले जाया जा सके। उन्होंने कहा कि सांसद खेल-कूद प्रतियोगिता में लाखों खिलाड़ियों ने भाग लिया। पिछली बार यूपी में हुई खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 21 खेलों में 7000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। प्रदेश में अनेक खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड बनाए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और अमर उजाला के भी स्थापना के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इन वर्षों में सूचनाओं का प्रचार-प्रसार करके अमर उजाला ने समाज को सशक्त बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यूपी अन्य राज्यों से आगे बढ़कर कदम उठाते हुए ग्राम स्तर पर खेल स्टेडियम बनाने जा रहा है। वैसे भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए वो काम कर रहे हैं, जो देश के किसी अन्य राज्य में नहीं किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने टोक्यो ओलंपिक में जीतकर आए सभी खिलाड़ियों को बुलाकर सम्मानित किया। देश में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इकलौते हैं, जिन्होंने इन खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए नकद पुरस्कार दिए।
अनुराग ठाकुर ने कह कि प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में सीएम ट्रॉफी जैसे खेल आयोजन होने चाहिए। जिला पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर पर टूर्नामेंट होने चाहिए। अच्छे खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें प्रशिक्षण दिलवाया जाना चाहिए, ताकि उनके आगे बढ़ने का रास्ता साफ हो सके। उन्होंने अमर उजाला बालिका ओलंपिक में सहयोग देने वाले व्यापारिक व औद्योगिक समूहों का भी आभार व्यक्त किया। कहा कि उनके सहयोग के बिना खेल और खिलाड़ियों को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार में खेल का बजट 864 करोड़ रुपये था, जिसे तीन गुना बढ़ाकर हमारी सरकार ने 2400 करोड़ रुपये कर दिया है। खिलाड़ियों के रहने-खाने, ट्रेनिंग, देश-विदेश में दौरों के खर्च के साथ ही जेब खर्च भी सरकार उन्हें दे रही है। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह में खेलो इंडिया सेंटर चालू कर देने की योजना है। जो चैंपियन एथलीट नौकरी नहीं कर रहे हैं, उन्हें इन सेंटरों की जिम्मेदारी दी जाएगी। ताकि, वे अपने घरों के पास ही इन सेंटरों के लिए चला सकें। इसके लिए उन्हें 5 लाख रुपये साल दिए जाएंगे। ब्लॉक स्तर पर ये सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि खेल में जीतना ही महत्वपूर्ण नहीं है, भागीदारी भी महत्वपूर्ण है। इसलिए पीएम मोदी कहते हैं कि खेलोगो तो खिलोगे। उन्होंने कहा कि जूडो और करांटे अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकते हैं तो हमारे भारतीय खेल ओलंपिक में शामिल क्यों नहीं हो सकते। इसके लिए हमने पहल शुरू की है, जो शीघ्र ही जमीन पर उतरते हुए दिखेगी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि यूपी में खेलों को लगातार प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मेरठ में विश्वस्तरीय खेल यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है।
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