उज्जैन। लगभग एक माह बाद आज सुबह से तड़के होने वाली भगवान महाकाल की भस्मारती में भक्त शामिल हो पाए, यह व्यवस्था शुरु करने के निर्देश कल देर शाम जारी हुए थे। इस कारण आज सीमित संख्या में ही भस्मारती में शामिल होने के लिए लोग पहुँचे। कोरोना मामले घटने के साथ ही केन्द्र सरकार तथा स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाईड लाईन के कई नियमों को शिथिल कर दिया है। इसे देखते हुए कलेक्टर ने भी महाकाल मंदिर समिति को कल शाम आदेश देकर आज से महाकाल की तड़के होने वाली भस्मार्ती में श्रद्धालुओं के प्रवेश शुरु करने के लिए कहा था। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया था कि भस्मारती में ऑफलाईन काउंटर से 100 श्रद्धालुओं को प्रवेश की नि:शुल्क अनुमति जारी की जाएगी। इसके अलावा प्रोटोकाल में आने वाले लोगों से 200 रुपए की रसीद काटने के बाद प्रवेश दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब एक माह पहले कोरोना के मामले बढऩे के बाद से पूरे प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों और धार्मिक स्थलों पर लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया था, इसी के साथ महाकाल मंदिर की तड़के होने वाली भस्मार्ती में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। कलेक्टर के आदेश के बाद अब आज से मंदिर समिति ने भस्मार्ती में श्रद्धालुओं का प्रवेश फिर से शुरू कर दिया है। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी मूलचंद जूनवाल ने आज सुबह चर्चा में बताया कि यह व्यवस्था आज से शुरु हुई है। आज केवल 100 श्रद्धालुओं ही भस्मारती में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि व्यवस्था शुरु होने का पहला दिन होने तथा आदेश देर शाम जारी होने के कारण आज श्रद्धालुओं की भीड़ रही लेकिन कल से इसमें इजाफा होगा।
चमकेगा कारोबार, पर्यटन बढ़ेगा
कोरोना के चलते पहली तथा दूसरी लहर के दौरान भी महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश के साथ-साथ तड़के होने वाली भस्मारती में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था। इसके चलते शहर में होटल तथा अन्य कारोबार 70 प्रतिशत तक घट गए थे। आज से भस्मारती शुरु होने के बाद एक बार फिर महाकाल सहित शहर में पर्यटकों एवं यात्रियों और पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी।
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