इन्दौर (Indore)। 20 सालों सें पानी भरने के कैंसर का दर्द (cancer pain) झेल रहे कैंसर अस्पताल (cancer hospital) के इलाज के लिए आज नगर निगम के 10 स्पेशलिस्ट मौके पर उतरेंगे। पिछले पांच दिनों से चल रहे पानी निकालने के काम को अंजाम देते हुए निगम की टीम ने ढाई फुट ड्रिल कर गड्ढा किया, तब कहीं जाकर सफलता हासिल हुई।
दो दशक से पानी भरने की समस्या के कारण नींव कमजोर होने की चिंता से अब कैंसर अस्पताल को शायद निजात मिल जाएगी। जीएसआईटीएस के सिविल इंजीनियर विवेक तिवारी, एमजीएम के डीन संजय दीक्षित व टीम ने कल दौरा कर आगे की रणनीति तैयार की, जिसके बाद पानी खाली करने के बाद भी गाद के नहीं सूखने के बाद कैंसर अस्पताल के तलघर में कल दोपहर ढाई फुट ड्रिल कर गड्ढा किया गया, तब जाकर पानी निकालने में सफलता हासिल हुई है। आज नगर निगम के दस स्पेशलिस्ट आकर गाद खाली करने की प्रक्रिया को अंजाम देंगे।
पिलर की जांच करेंगे इंजीनियर
पिछले दो दशकों से जमी हुई गाद को साफ करने के बाद एसजीएस आईटीएस के सिविल इंजीनियरों की टीम अस्पताल के नींव के पिलरों की जांच करेगी। यदि नींव में कोई कमजोरी या दुर्घटना होने की आशंका नजर नहीं आई तो विभाग इस क्षेत्र को रंगरोगन और सुधार कार्य करने का काम करवाएगा। हालांकि फिलहाल इंजीनियरों द्वारा पानी के सोर्स ढूंढने की तैयारी की जा रही है। उसके बाद वाटर प्रूफिंग और सीमेंटीकरण का काम किया जाएगा।
बन सकेगी नई ओपीडी
कैंसर अस्पताल के विशेषज्ञ डा. ओ.पी. गुर्जर ने बताया कि यदि तल मंजिल को साफ कर लिया जाए तो प्रथम मंजिल जितनी जगह ओपीडी के लिए अस्पताल को मिल जाएगी। अभी अस्पताल में छात्रों को बैठने से लेकर विशेषज्ञों को मरीजों की जांच करने तक में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जगह की कमी के कारण कई विशेषज्ञ अपनी सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं, जिसके बाद नई ओपीडी शुरू की जा सकेगी।
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