नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस जियो इंफोकॉम को 3 अरब डॉलर का लोन देने के लिए 10 और बैंक शामिल हो चुके हैं. इन बैंकों की रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ चर्चा चल रही है. अगर ये डील होती है तो ये सबसे बड़ा सिंडिकेट टर्म लोन होगा.
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, जब रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ सिंडिकेशन पूरा होगा तो कम से कम दर्जनों बैंक ये लोन का अमाउंट देंगे. ईटी के सूत्रों ने बताया कि सभी बैंक लोन देने के लिए तैयार हैं और इस लोन को देने के लिए केवल औपचारिकता पूरी कर रहे हैं. बैंकों के बीच इस सिडिकेशन में शामिल होने की मजबूत डिमांड है.
कौन कौन से बैंक हैं शामिल
अभी तक रिलायंस इंडस्ट्रीज को लोन देने के लिए 15 बैंक तैयार हैं और इनकी चर्चा अंबानी की कंपनी के साथ चल रही है. इसमें सिटीबैंक, बैंक ऑफ अमेरिका, बीएनपी पारिबास, एचएसबीसी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे बैंकों ने डॉलर करेंसी में लोन के लिए साइन किया है. इसके बाद अब 10 और बैंक बार्कलेज, JP मॉर्गन, ING बैंक, बैंक आॅफ इंडिया, बैंक ऑफ ताइवान और सुमिटोमो मिट्सुई ट्रस्ट बैंक शामिल हुए हैं.
पांच साल से ज्यादा सिंडिकेशन की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 3 बिलियन डॉलर लोन में से जनवरी के दौरान इन बैंकों ने 1.3 अरब डॉलर सिंडिकेशन लोन को सब्सक्राइब किया है. अब एक और सब्सक्रिप्शन की डिमांड हो रही है, जो 1.5 अरब डॉलर की होगी. इसमें से ज्यादातर एशियन बैंक पांच साल से ज्यादा के सिंडिकेशन की उम्मीद कर रहे हैं.
कहां खर्च होंगे लोन के पैसे
रिलायंस इंडस्ट्रीजज इस लोन अमाउंट को कैपिटल बिजनेस में खर्च और जियो 5G के विस्तार के लिए खर्च किए जा सकते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये किसी भी इंडियन कॉरपोरेट हाउस को पांच साल के लिए दिया जाने वाला सबसे बड़ा लोन अमाउंट होगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved