इंदौर। आर्थिक तंगी का असर अब स्वास्थ्य सेवाओं पर पडऩे लगा है। हालात यह हैं कि एमवाय हॉस्पिटल में 10 हाईटेक ऑपरेशन थिएटर बनकर तैयार हो चुके हैं, मगर आर्थिक संकट के चलते महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन सभी मॉड्यूलर ओटी, यानी दसों ऑपरेशन थिएटर्स को शुरू ही नहीं करवा पा रहा है। इस वजह से इंदौर सहित बाहर से आने वाले सभी जरूरतमंद मरीज ऑपरेशन के वास्ते अपनी बारी का इंतजार करने के लिए आज भी मजबूर हैं। ऑपरेशन थिएटर्स और संसाधनों की कमी के चलते लंबी प्रतीक्षा सूची की वजह से कई मरीज या तो दम तोड़ देते हैं या फिर कर्जा लेकर निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कराते हैं। इस मामले में जिम्मेदारों का कहना है कि सभी ऑपरेशन थिएटर तो बनकर तैयार हैं, मगर पीडब्लूडी की देनदारी और उपकरण एमवाय हॉस्पिटल के गायनिक वार्ड के एमटीएच हॉस्पिटल में शिफ्ट हो जाने के कारण खाली पड़े वार्ड में लगभग 15 माह पहले 6 बाय 6 के 10 हाईटेक ऑपरेशन थिएटर बनाने का काम पीडब्लूडी ने शुरू किया था ।
5 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च हुए
यह सभी ऑपरेशन थिएटर की वॉल स्टील प्लेट से तैयार की गई हैं। इन पर एंटीबैक्टीरिया पेंट का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा इनमें ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन, फायर एंटीसिस्टम सहित ऑपरेशन टेबल के ऊपर जलने वाली ओटी लाइट लगाई गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इन सभी ऑपरेशन थिएटर को बनाने में 5 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।
1 करोड़ 20 लाख रुपए की देनदारी बाकी
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि हमने अनुबंध के अनुसार तय समय, यानी 15 माह में मार्च में 10 ओटी बनाकर तैयार कर दिए हैं। हमे ं मेडिकल प्रशासन से अभी 1 करोड़ 20 लाख रुपए लेना बाकी हैं। इस मामले में पीडब्लूडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन सहित भोपाल में बैठे आला अधिकारियों से ओटी निर्माण की देनदारी के लिए सैकड़ों बार तगादा कर चुका है। वह हमारा पेमेंट करके कभी भी काम शुरू कर सकते हैं।
उपकरण-मशीन आते ही शुरू कर देंगे
सरकार से पैसा मिलते ही पीडब्ल्यूडी का बाकी पेमेंट कर देंगे। ऑपरेशन थिएटर शुरू करने के लिए कई जरूरी उपकरण और मशीनों की खरीदारी बाकी है। सारे अतिआवश्यक संसाधन मिलते ही ऑपरेशन थिएटर शुरू कर दिए जाएंगे।
संजय दीक्षित, डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर
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