ड्रग्स एवं फूड्स की 3 टेस्टिंग लैब का 4 मंजिला भवन बनकर तैयार
एमवाय अस्पताल के पास 2 कमरों में बिना लैबोरेटरी के चल रहा है विभाग
इंदौर, प्रदीप मिश्रा। लगभग 40 साल बाद अब फ़ूड और ड्रग्स सम्बन्धित सैम्पल्स (Food and drug related samples) की न सिर्फ जांच इंदौर (Indore) शहर में होने लगेगी, बल्कि 24 घण्टे में उसकी रिपोर्ट भी मिलने लगेगी। इसके लिए शहर के तलावलीचांदा इलाके में मेनरोड पर 4 करोड़ 33 लाख 33 हजार रुपये की लागत से तीन प्रयोगशाला (three labs) वाला चार मंजिला भवन तैयार हो चुका है।
हाउसिंग बोर्ड विभाग का कहना है कि ड्रग्स व फूड्स विभाग को लैबोरेटरी शुरू करने के लिए लगभग छह महीने और इंतज़ार करना पड़ेगा, क्योंकि बिल्डिंग बनने के बाद यहां स्थापित होने जा रही तीनों लैबोरेटरी में सैम्पल्स में मिलावट की जांच करने के लिए करोड़ों रुपये की अत्याधुनिक जांच मशीनें व प्रयोगशाला सम्बन्धित कई उपकरण मंगाना और लगाना बाकी है। यानी सैम्पल्स की शुद्धता की जांच के लिए इंदौर को अभी 6 महीने और भोपाल के भरोसे रहना पड़ेगा।
14 दिन की बजाय महीने में मिलती है रिपोर्ट
इंदौर सम्भाग में मिलावट से सम्बंधित जितने भी जांच वाले सैम्पल जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन और ड्रग्स एंड फ़ूड के खाद्य विभागों द्वारा लिए जाते हैं, उन्हें जांच के लिए के लिए भोपाल लैबोरेटरी में भेजा जाता है। वहां से सैम्पल्स में मिलावट है कि नहीं, इसकी जांच रिपोर्ट आने में महीनाभर लग जाता है, जबकि खाद्य विभाग के नियम अनुसार सैम्पल्स की जांच रिपोर्ट 14 दिन में मिल ही जाना चाहिए। इंदौर में यह लैबोरेटरी शुरू हो जाने के बाद न सिर्फ समय पर रिपोर्ट मिलने लगेगी, बल्कि इसका फायदा उज्जैन व इंदौर सम्भाग को मिलने लगेगा।
फूड्स एन्ड ड्रग्स डिपार्टमेंट के लिए हमने जी प्लस फोर मतलब चार मंजिला भवन बनाकर तैयार कर लिया है।, जिसमे अब सैम्पल कलेक्शन व तीन टेस्टिंग लैब के हिसाब से चारों फ्लोर पर फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। लैब्स की मशीनें व उपकरण लगते ही जांच का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए अभी शहरवासियों 6 महीने और इंतज़ार करना पड़ेगा।
-एसके जायसवाल, उपयंत्री हाउसिंग बोर्ड इंदौर
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