1. कानपुर हादसाः पीड़ितों के आरोप-‘समय पर नहीं पहुंची एंबुलेंस, हॉस्पिटल पहुंचे तो नहीं थे डॉक्टर’
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में एक ट्रैक्टर ट्रॉली (tractor trolley overturned ) तालाब में पलट गई. चंद्रिका देवी के दर्शन (Chandrika Devi Darshan) कर लौट रही श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर ट्रॉली पलट जाने से 11 बच्चों और 11 महिलाओं समेत 26 लोगों की मौत (26 people died) हो गई है. देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला और तालाब से श्रद्धालुओं को निकालकर अस्पताल ले जाया गया जहां कई घायलों का उपचार चल रहा है। शनिवार-रविवार की रात करीब तीन बजे तालाब में डूबी ट्रैक्टर ट्रॉली को बाहर निकालकर पुलिस थाने ले गई. एक तरफ राहत और बचाव कार्य को लेकर कानपुर से लेकर लखनऊ तक पुलिस और प्रशासन एक्टिव नजर आया, वहीं दूसरी तरफ पीड़ित परिवारों में व्यवस्था को लेकर आक्रोश नजर आया. हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों ने एंबुलेंस से लेकर डॉक्टर्स की उपलब्धता तक, व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
2. गांधी जयंतीः बापू ने अहिंसा के इस भारतीय सूत्र को बनाया राजनीति का सबसे बड़ा शस्त्र!
अहिंसा (nonviolence) का प्रयोग जब योग्य पात्रों (worthy characters) के साथ किया गया तो ऐसे बदलाव आए जिससे इतिहास (history) बन गया. इसे उदाहरणों से समझना हो तो सनातन भारत (Sanatan Bharat) के लोकजीवन में सैकड़ों सालों से चले आ रहे प्रसंगों पर गौर कीजिए. कैसे नारद के प्रश्न डाकू रत्नाकर को बींधते हैं? फिर एक परिवर्तन से वो आदिकवि वाल्मीकि (Adikavi Valmiki) बन जाते हैं? कैसे बुद्ध का तोड़ो नहीं जोड़ो का सवाल अंगुलिमाल डाकू को तिलमिला कर रख देता है और वह एक खूंखार डकैत से बुद्ध का अनुयायी बन जाता है. कलिंग के युद्ध का रक्तपात देखकर सम्राट अशोक का ह्रदय कैसे परिवर्तित होता है? ये उदाहरण अहिंसा के सफल प्रयोग के हैं। इन परिघटनाओं में जो हुआ उसे ही गांधी जी (Gandhiji) सत्याग्रह और अहिंसा कहते थे. सत्याग्रह माने सत्य की शक्ति पर आग्रह. इसका अर्थ यह है कि अगर आपका उद्देश्य पवित्र है, यदि आपका संघर्ष झूठ और अन्याय के खिलाफ है तो उत्पीड़क से लड़ने के लिए शरीर के बल की आवश्यकता नहीं है. इस लड़ाई में सत्याग्रही प्रतिशोध की भावना के बिना या फिर आक्रामक हुए बगैर अहिंसा के रास्ते पर चलकर, सत्य को सामने रखकर अपने लक्ष्य में कामयाब हो सकता है. इसके लिए शत्रु या प्रतिपक्ष की चेतना झिंझोड़ना जरूरी है. इसलिए ऋषि नारद ने सहज संवाद के द्वारा पाप और पुण्य का सवाल उठाकर डाकू रत्नाकर को विकल कर दिया और उसे सच देखने का नजरिया दिया. गौतम बुद्ध अंगुलिमाल की चेतना को झकझोरने में कामयाब होते हैं और उसका जीवन बदल देते हैं।
3. टाटा ग्रुप दो और कंपनियों का कर सकता है विलय, जानें क्या है प्लान?
टाटा ग्रुप अब अपनी दो और कम्पनियों का जल्द ही विलय कर सकता है, क्योंकि टाटा ग्रुप का कंपनियों के मर्जर का सिलसिला जारी है. इससे कुछ दिनों पहले टाटा ग्रुप ने टाटा स्टील में 7 सहायक कंपनियों का विलय कर दिया था. अब टाटा समूह की ऑटो कंपनी में भी विलय की संभावना दिख रही है. बता दें कि टाटा मोटर्स की फाइनेंस से जुड़ी दो कंपनियां- टाटा मोटर्स फाइनेंस सॉल्यूशंस यानी TMFSL और टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड यानी TMFLके बोर्ड मर्जर पर मंथन होने वाला हैं. यह मंथन 3 अक्टूबर की बोर्ड बैठक में होगा. ये दोनों कंपनियां टाटा मोटर्स के फाइनेंस से जुड़े कामकाज देखती हैं.
4. ICC Cricket Rules: बदल गए क्रिकेट के ये नौ नियम, हाइब्रिड पिच की अनुमति, मांकडिंग में भी बदलाव
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नए नियम एक अक्तूबर से प्रभावी हो रहे हैं। नए नियमों को बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की अगुवाई वाली आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति ने हाल ही में मंजूरी प्रदान की। यहां हम बता रहे हैं कि जिन नौ जरूरी नियमों में बदलाव हुआ है, उनसे खेल पर क्या असर होगा और पुराने नियम क्या थे? कैच आउट : बल्लेबाज कैच आउट होता है, तो नया बल्लेबाज स्ट्राइक पर आएगा। भले ही बल्लेबाज कैच लेने से पहले एक-दूसरे को पार हो गए हों। अब किसी बल्लेबाज के कैच आउट होने पर नए बल्लेबाज को ही अगली गेंद खेलनी होगा। पहले नियम था कि किसी बल्लेबाज के कैच आउट होने पर अगर बल्लेबाज अपने छोर बदल लेते थे तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर रहता था और दूसरे छोर पर रहने वाला बल्लेबाज अगली गेंद खेलता था। अब ऐसा नहीं होगा। हर स्थिति में नया बल्लेबाज ही अगली गेंद खेलेगा। अगर ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट गिरता है तो दूसरे छोर पर रहने वाला बल्लेबाज अगली गेंद खेलेगा और नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर रहेगा। इस नियम का असर अंतिम ओवरों में ज्यादा दिखेगा। क्योंकि, जब दो सेट बल्लेबाज क्रीज पर होते थे, तब एक के कैच आउट होने पर दोनों छोर बदल लेते थे और बाकी गेंदे दूसरा सेट बल्लेबाज खेलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और नया बल्लेबाज ही अगली गेंद खेलेगा। ऐसे में गेंदबाजी करने वाली टीम के पास वापसी करने का बेहतर मौका रहेगा।
5. कोरोना के बीच आसान नहीं था चीन बॉर्डर पर सेना को भेजना, जयशंकर ने की मोदी की तारीफ
भारत की विदेश नीति (India’s Foreign Policy) पर बेबाक रहने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर गुजरात पहुंचे. यहां पर उन्होंने छात्रों से बातचीत की. चर्चा के दौरान छात्रों ने भी कई महत्वपूर्ण विषयों पर सवाल पूछे. विदेश मंत्री ने भी अपने अंदाज से छात्रों को जवाब दिए. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑपरेशन गंगा और वंदे भारत के उदाहरण देते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व और कूटनीति की प्रशंसा की. जयशंकर ने कहा कि नेता, विचारधारा और विश्वास मायने रखते हैं लेकिन पीएम मोदी जिस सोच का प्रतिनिधित्व करते हैं, वह राष्ट्रीय सोच का एक बड़ा हिस्सा है. जयशंकर ने कहा कि जिस वक्त चीन ने नापाक हरकत की उस वक्त पूरे देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन था. उस वक्त अपने जवानों को सरहद भेजना आसान नहीं था. ऑपरेशन गंगा के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि संघर्षग्रस्त यूक्रेन से लगभग 20,000 छात्रों को निकालना कूटनीति का नायाब उदाहरण है. जयशंकर ने कहा कि पूरे सिस्टम के लिए ये परीक्षा थी कि क्या हम 7-8 साल बाद इस तरह के संकट से निपट सकते हैं और इसमें नेतृत्व ने एक प्रमुख भूमिका निभाई. एस जयशंकर ने कहा कि जो लोग पीएम मोदी की कार्यशैली को जानते हैं, वे जानते हैं कि उनकी नजर हर तरफ होती है. उस समय यूपी चुनाव प्रचार चल रहा था. वह दिन में बचाव अभियान की अपडेट लेते थे और शाम को बैक-टू-बैक रैलियां करते थे.
6. उत्तरकाशी में महसूस हुए भूकंप के झटके, घरों में आई दरारें, लोगों में दहशत
उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi of Uttarakhand) में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. सुबह 10.42 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसके बाद दहशत में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.5 आंकी गई. मिल रही जानकारी के मुताबिक जसपुर गांव के कई घरों में दरारें भी देखी गई है. फिलहाल अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की बात सामने नहीं आई है. इससे पहले अप्रैल और जुलाई में भी उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. बता दें कि उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है. भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील उत्तरकाशी भूकंप के जोन 4 व 5 में स्थित है. 20 अक्टूबर 1991 को यहां आए भूकंप में आठ सौ से अधिक लोग मारे गए थे. सैकड़ों परिवार बेघर हो गए थे. इसके बाद 1999 के भूकंप ने भी उत्तरकाशी को डराया था.
7. अरविंद केजरीवाल का दावा- ‘गुजरात में बन रही AAP सरकार, बस जीत का अंतर थोड़ा कम है’
आम आदमी पार्टी आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat assembly election) में पूरे दमखम के साथ ताल ठोंकने की तैयारी में है. इसी सिलसिल में दिल्ली के मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार राज्य के अलग-अलग हिस्सों में दौरे कर रहे हैं. रविवार को उन्होंने राजकोट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. गुजरात के लोगों से मेरी अपील है, एक जोरदार धक्का और लगाने की जरूरत है. एक जोरदार धक्का लग गया तो पंजाब और दिल्ली दोनों के रिकॉर्ड टूट जाएंगे. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘कांग्रेस के कुछ नेता बीजेपी में जाना चाहते थे. बीजेपी ने उनसे कहा, ‘हम राज्य में कांग्रेस को और कमजोर नहीं करना चाहते. अभी वहीं रहो, आपका ख्याल रखेंगे. कांग्रेस को वोट देकर भाजपा को जीता मत देना. कांग्रेस खत्म है. उनकी 10 सीटें भी नहीं आ रहीं. कांग्रेस नेता चुनाव बाद भाजपा में शामिल हो जाएंगे.’ उन्होंने कहा कि पूरे देश में लगभग एक ही समस्या है. किसान, अस्पताल, शिक्षा सबका बुरा हाल है. हर जगह सिर्फ भ्रष्टाचार है. पहले सड़क में गड्ढे देखते थे, लेकिन गड्ढे में सड़क कल पहली बार देखा.
8. महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी, पहले मिला लेटर, अब आया फोन
सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) को जान से मारने की धमकी मिली है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को आत्मघाती विस्फोट से उड़ाने की धमकी दी गई है. इसकी जानकारी गुप्तचार विभाग को मिली है. विश्ववसनीय सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे को जान से मारने की धमकी से भरा एक पत्र एक महीने पहले आया था जिसमें सीएम शिंदे को जान से मारने की बात कही गई थी. अब धमकी देने वाला फोन भी आया है. इससे पहले भी नक्सलवादियों द्वारा मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है. मुख्यमंत्री बनने के बाद अब तक एकनाथ शिंदे को तीन बार जान से मारने की धमकी दी गई है. एक बार तब भी उन्हें मारने की साजिश रची गई थी जब वे आषाढ़ी एकादशी के वक्त पंढरपुर के दौरे पर थे. गढ़चिरोली का संरक्षक मंत्री होने की वजह वे नक्सलियों के निशाने पर भी थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने राज्य की पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज करने को कहा है. इसके अलावा पीएफआई के खिलाफ भी राज्य में कार्रवाइयां तेज हैं. ऐसे में सीएम शिंदे को जान से मारने की धमकी मिलने से खलबली मच गई है.
9. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला, पुलिसकर्मी शहीद और CRPF का एक जवान घायल
जम्मू-कश्मीर में आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बिल्कुल भी बाज नहीं आ रहा है. वह घाटी में लगातार सेना और आम नागरिकों को निशाना बना रहा है. ताजा मामला पुलवामा का है. यहां के पिंगलाना इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ (CRPF) टीम को निशाना बनाया है. इस आतंकी हमले में एक पुलिस कर्मी के शहीद हो गया जबकि सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया. घायल जवान को अस्पताल पहुंचाया गया है. वहीं, इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया, ‘पुलवामा के पिंगलाना में सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त पार्टी पर आतंकियों ने फायरिंग की. इस आतंकी हमले में एक पुलिस कर्मी शहीद हो गया और सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया. अतिरिक्त सैन्य को भेजा गया है. क्षेत्र की घेराबंदी की जा रही है.’
10. मुलायम सिंह की तबीयत बिगड़ी, ICU में भर्ती
समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। वह खराब सेहत के चलते 22 अगस्त से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital in Gurugram) में भर्ती हैं। जहां डॉक्टरों ने उन्हें कमरे से आईसीयू में शिफ्ट (shift to ICU) किया है। डॉक्टर लगातार मुलायम सिंह यादव की सेहत पर नजर रख रहे हैं। दोपहर में जैसे ही पिता मुलायम सिंह की हालत गंभीर होने की जानकारी मिली सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तत्काल पत्नी डिंपल यादव, बेटे अर्जुन सहित परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उधर, इटावा से मुलायम सिंह के भाई अभय राम व परिवार के अन्य सदस्य भी दिल्ली चले गए हैं। दूसरे बेटे प्रतीक यादव और छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर मुलायम सिंह के स्वास्थ्य की कामना की है।
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