1. Deepotsav 2023: 22 लाख 23 हजार दीपों से जगमगाई अयोध्या, फिर बना विश्व रिकॉर्ड
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अयोध्या (Maryada Purushottam Shri Ram’s Ayodhya) ने एक बार फिर अपने ही रिकार्ड को तोड़ दिया (broke my own record) है। दीपोत्सव 2023 (Deepotsav 2023) में 22 लाख 23 हजार दीप प्रज्ज्वलित (22 lakh 23 thousand lamps lit) किए। पिछली वर्ष 2022 में प्रज्ज्वलित 15.76 लाख दीपों से यह संख्या लगभग छह लाख 47 हजार अधिक है। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर इस प्राचीन नगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस ‘भव्य दीपोत्सव’ को देखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया। कीर्तिमान रचने में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय व इससे जुड़े महाविद्यालयों के शिक्षक, इंटर कॉलेजों के शिक्षक व छात्रों, स्वयंसेवी संस्थाओं की बड़ी भूमिका रही। दीप प्रज्ज्वलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जाप के साथ एक-एक कर 22.23 लाख दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी।
2. आइसलैंड में आपातकाल घोषित, 14 घंटों में भूकंप के 800 झटके, ज्वालामुखी का भी खतरा
आइसलैंड (Iceland) ने देश के दक्षिण-पश्चिम रेक्जेन्स प्रायद्वीप (South-West Reykjanes Peninsula) में भूकंप (Iceland Earthquake) के कई झटकों के बाद आपातकाल की घोषणा (Declaration of emergency) कर दी है। 14 घंटों में 800 झटकों (800 aftershocks in 14 hours) के कारण ज्वालामुखी फटने का खतरा (Danger of volcanic eruption) भी मंडराने लगा है। इसे देखते हुए ग्रिंडाविक शहर के लोगों को जल्द से जल्द अपने घर छोड़ने को कहा गया है। आइसलैंड के नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन विभाग ने कहा है कि भूकंप के लगातार झटकों के बाद ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने की आशंका बनी हुई है। आइसलैंडिक मौसम विज्ञान कार्यालय के मुताबिक, शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद अगले 14 घंटों में यहां करीब 800 झटके दर्ज किए गए, जिनके केंद्र तीन से साढ़े तीन किलोमीटर तक की गहराई पर थे।
3. राम मंदिर में होगी अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था, आजमगढ़ में तैयार हो रहे कमांडो
अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर (Ramlala Temple) के निर्माण के साथ ही उसकी सुरक्षा को लेकर भी तैयारियां जोरों से चल रही हैं। राम मंदिर की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था (security system) के लिए आजमगढ़ में कंमाडो (Commando) तैयार किए जा रहे हैं। आधुनिक हथियार चलाने के साथ ही ये किसी भी तरह की परिस्थितियों से भी निपटने में सक्षम होंगे। अपर पुलिस महानिदेशक एलवी एंटनी देव कुमार के निर्देशन में 20वीं वाहिनी पीएसी आजमगढ़ में राम मंदिर की सुरक्षा के लिए 150 जवानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेष सुरक्षा बल (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के गठन के लिए पुलिस और पीएसी से 75-75 जवानों का चयन किया गया है। इनमें उन जवानों को ही शामिल किया गया है, जिन्हें भर्ती हुए अभी दो से तीन साल ही हुए हैं। ज्यादातर जवान 2019 बैच के हैं। किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए प्रशिक्षण निदेशालय की तरफ से नियुक्त ट्रेनर इन्हें हर दिन प्रशिक्षित कर रहे हैं। कुल 90 का प्रशिक्षण दिया जाना है। अब तक एक माह की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। प्रशिक्षण को चार चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में निदेशालय की तरफ से नियुक्त ट्रेनर इन्हें तैयार करेंगे।
4. PM मोदी हिमाचल प्रदेश के लेप्चा पहुंचे, सेना के जवानों के साथ मनाएंगे दिवाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) हमेशा की तरह सेना के जवानों के साथ रोशनी का त्योहार दिवाली (Diwali) मनाने हिमाचल प्रदेश के लेप्चा पहुंचे. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि “हमारे बहादुर सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश के लेप्चा पहुंचे.
5. चंद्रयान-3 और आदित्य L1 मिशन पर टिकीं अमेरिका-रूस की निगाहें- जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) और आदित्य एल1 (Aditya L1) मिशन की सफलता का श्रेय सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से ‘अंतरिक्ष के क्षेत्र को खोलने’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति को दिया और कहा कि अमेरिका और रूस भी इन परियोजनाओं को लेकर भारत द्वारा जानकारी साझा किए जाने का उत्सुकता से इंतजार करते हैं. जितेंद्र सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 मिशन भारत में तेजी से होते विकास का प्रतीक हैं. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे मिशन लगभग एक साथ शुरू हुए. चंद्रयान-3 का उल्लेखनीय पहलू चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर उतरना था, जहां पर अभी तक कोई नहीं पहुंचा था. हम वायुमंडल, खनिजों और तापीय स्थितियों पर महत्वपूर्ण डेटा एकत्र कर रहे हैं और निष्कर्षों का विश्लेषण कर रहे हैं.’ जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद ने कहा कि वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से अमेरिका और रूस में भारत से मिलने वाली जानकारी को लेकर उत्सुकता रहती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और रूस ने भारत से बहुत पहले अंतरिक्ष के क्षेत्र में यात्रा शुरू की थी. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका ने 1969 में चंद्रमा पर पहली बार मानव उतारा था, लेकिन हमारा चंद्रयान-3 ही पानी (चंद्रमा पर) – ‘एच2ओ’ अणु – के अस्तित्व का प्रमाण लेकर आया. यह (वहां) जीवन की संभावना के बारे में बताता है. यह जांच का महत्वपूर्ण क्षेत्र है.’
6. उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग का हिस्सा ढहा, 50-60 मजदूरों के फंसने की आशंका
उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi of Uttarakhand) जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग का हिस्सा ढह गया है. बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और बचाव अभियान जारी है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मलबे में 50-60 मजदूरों के फंसे होने की खबर है. बता दें कि इस मॉनसून के मौसम में उत्तराखंड में भी भारी बारिश हुई, जिसके कारण लोगों की जान चली गई और इमारतों, सड़कों और राजमार्गों को नुकसान पहुंचा. इस साल अगस्त में, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की ‘एडिट-II’ नामक सुरंग के अंदर लगभग 114 श्रमिक फंस गए थे, जब शिवपुरी क्षेत्र में बाढ़ की धारा का पानी इसमें भर गया था. हालांकि, पुलिस की एक टीम ने पानी को बाहर निकाला और रस्सियों की मदद से सभी 114 श्रमिकों को बचा लिया. वहीं उत्तराखंड सरकार और प्रशासन की टीमों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि अंदर मजदूरों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दिया गया है. टनल के अंदर सभी मजदूर सुरक्षित हैं. घटना रविवार सुबह पांच बजे के आसपास का बताया जा रहा है. सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि सुरंग में जो मजदूर काम कर रहे थे वो द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं.
7. वर्ल्ड कप के बाद इंग्लैंड में भूचाल, 9 खिलाड़ी हुए बाहर; बेन स्टोक्स की भी छुट्टी
साल 2019 में अपने घर में वनडे वर्ल्ड कप (one day world cup) जीतने वाली इंग्लैंड की टीम से उम्मीद थी कि वह भारत में अपने खिताब का बचाव करेगी. लेकिन जॉस बटलर की कप्तानी वाली ये टीम खिताब का बचाव तो दूर सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाई. ये टीम नौ मैचों में से किसी तरह तीन मैच जीत पाई और 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालिफाई कर सकी. वर्ल्ड कप के बाद इंग्लैंड की टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. इंग्लैंड को वेस्टइंडीज का दौरा करना है. इस दौरे के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने वनडे और टी20 टीम का ऐलान किया है जिसमें बड़े बदलाव हुए हैं. वर्ल्ड कप में जो टीम चुनी गई थी उसमें से नौ खिलाड़ियों को वनडे टीम से बाहर कर दिया गया है. वर्ल्ड कप खेलने वाली इंग्लैंड टीम में से सिर्फ छह खिलाड़ियों को वनडे सीरीज के लिए बनाए रखा गया है. इन खिलाड़ियों में कप्तान बटलर, हैरी ब्रूक, सैम करन, लियम लिविंगस्टन, गस एटिंगसन,ब्रायडन कार्स को टीम में बनाए रखा गया है. बाकी खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है. ईसीबी ने जो बयान जारी किया है उसमें बताया गया है कि वनडे टीम में छह खिलाड़ियों को बनाए रखा है लेकिन जो खिलाड़ी नहीं चुने गए हैं उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
8. नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात महिलाओं के लिए अब नई ड्रेस, जानें क्या है खास
भारतीय नौसेना (Indian Navy) के युद्धपोतों पर तैनात महिलाओं के लिए अब नई ड्रेस बनाने की तैयारी चल रही है. यह ड्रेस अधिक आरामदायक और त्वरित गति वाले माहौल में महिलाओं की शारीरिक जरूरतों को पूरा करने वाले होंगे. भारतीय नौसेना युद्धपोतों पर सेवारत महिलाओं के लिए एक एर्गोनोमिक डिजाइन की ड्रेस बना रही है और पहली बार अधिकारी रैंक कैडर से नीचे के कर्मियों को इस सेवा में शामिल करने के बाद यह निर्णय किया गया है और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही हैं. इसके साथ ही नौसेना ने सभी अधिकारियों और नाविकों (पुरुषों और महिलाओं) की वर्दी को मानकीकृत करने का भी निर्णय लिया है. नई अग्निरोधी ड्रेस युद्धपोतों पर सेवारत कर्मियों के लिए मानक वर्कवियर – महिलाओं को अधिक आराम प्रदान करेंगे और त्वरित गति वाले वातावरण में खुद को राहत देने के शारीरिक पहलू को संबोधित करेंगे. नौसेना सभी धाराओं में पीबीओआर कैडर में महिलाओं को शामिल करने वाली तीन सेवाओं में से पहली है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “महिला अधिकारियों और नाविकों के लिए नए कपड़ों पर काम चल रहा है ताकि उन्हें काम में असुविधा न हो.”
9. World Cup 2023: KL राहुल ने तोड़ा रोहित शर्मा का रिकॉर्ड, जड़ा सबसे तेज शतक
टीम इंडिया (team india) के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने वर्ल्ड कप-2023 (World Cup-2023) में नीदरलैंड के खिलाफ मैच में शतकीय पारी खेली. राहुल ने 64 गेंदों में 102 रन बनाए. टीम इंडिया के इस धाकड़ बल्लेबाज ने इसके साथ कप्तान रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. राहुल वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे तेज शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने 62 गेंदों में शतक पूरा किया. इससे पहले रोहित शर्मा ने इसी वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 63 गेंदों में शतक जड़ा था. केएल राहुल का इस वर्ल्ड कप में ये पहला शतक है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 97 रनों की नाबाद पारी खेली थी. राहुल के अलावा श्रेयस अय्यर ने भी शतक बनाया. वह 94 गेंदों में 128 रन बनाकर नाबाद रहे. राहुल और श्रेयस अय्यर के बीच चौथे विकेट के लिए 208 रनों की साझेदारी हुई. वर्ल्ड कप के इतिहास में चौथे विकेट के लिए ये सबसे बड़ी साझेदारी है. राहुल और अय्यर की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 410 रन बनाए. नीदरलैंड को मैच जीतने के लिए 411 रन बनाने होंगे.
10. Diwali 2023: दिवाली पर चीन को लाखों करोड़ों का नुकसान, भारतीयों ने किया ये कारनामा
दिवाली (Diwali 2023) पर चीन (China) का निकला दिवाला। जी हां, भारतीयों (Indians) ने मिलकर चीन के कारोबार को भारी भरकम नुकसान (huge loss) पहुंचा ही दिया। फेस्टिव सीजन शुरू होने से पहले ही ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजनाओं से इस बार चीन को तगड़ा झटका लग सकता है, और हुआ भी वही। इस सीजन चीन को लगभग 1 लाख करोड़ रुपए की चपत लगने जा रही है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अनुसार भारत में चलने वाले इस 5 दिन के फेस्टिव सीजन में चीन को सबसे ज्यादा तगड़ा झटका लगेगा। बाजार के मूड़ को देखकर लग रहा है कि भारत इस समय चीन के बने हुए प्रोडक्ट को सीधे तौर पर बायकॉट कर रहा है। मेड इन इंडिया में बने सामानों की ज्यादा डिमांड बाजार में देखी जा रही है। बच्चों के खिलौने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स तक सभी जगह चीन के प्रोडक्ट पैक किए हुए पड़े हुए हैं। भारत सरकार की मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की पॉलिसी ने शानदार काम किया है। सरकार की PLI पॉलिसी से कारोबारी को व्यापार शुरू करने की एक नई सौगात मिली है।
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