1. महिला मतदाताओं पर भाजपा का फोकस, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पीएम मोदी कर सकते हैं बड़ी घोषणाएं
आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) आधी आबादी यानी महिलाओं (women) पर फिर एक बार फोकस बढ़ाने वाली है। दरअसल भाजपा चुनावी हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha elections) में भाजपा के लिए 370 सीटों का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए महिला मतदाता भाजपा के लिए एक बड़ा फैक्टर साबित हो सकती हैं। यही वजह है कि पार्टी प्रमुख राज्यों में महिला मतदाताओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की रणनीति पर काम कर रही है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीएम मोदी इस संबंध में कुछ “बड़ी घोषणाएं” कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भाजपा बेरोजगारी, महंगाई और कृषि संकट जैसे मुद्दों पर लोगों के एक वर्ग का गुस्सा झेल रही है लेकिन इसको दूर करने के लिए कई प्रमुख राज्यों में महिलाओं के बीच अपना समर्थन आधार बढ़ाने का प्रयास करेगी। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में संदेशखली की घटनाओं पर भाजपा काफी हमलावर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संदेशखालि में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस मुद्दे पर पूरा देश गुस्से में है।
2. योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष को हटाया; अब इन्हें मिली जिम्मेदारी
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा लीक (UP police recruitment exam leaked) मामले में योगी सरकार (Yogi Government) ने बड़ी कार्रवाई की है। यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष (chairperson of the board) को हटा दिया गया है। भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया गया है। उनकी जगह अब राजवी कृष्ण (Rajvi Krishna) को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी मिली है। पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा (Renuka Mishra) को हटाकर सरकार ने प्रतीक्षा में डाल दिया है। 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को अब भर्ती बोर्ड की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल गई है। उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
3. एक ही फोन नंबर से चलाते हैं कई अकाउंट तो हो जाएं सावधान, RBI करने जा रही है बदलाव
क्या आप भी एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखते हैं? अगर हां तो ये खबर आपके काम की है. जब भी आप बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए जाते हैं तो आपसे एक KYC फॉर्म भरवाया जाता है. जिसमें अकाउंट वेरिफिकेशन से जुड़ी और ग्राहकों की सभी जानकारी होती है. ऐसे में अगर आप एक से ज्यादा अकाउंट रखते हैं और उन्हें एक ही मोबाइल नंबर से लिंक किया है तो आपको सावधान होने की जरुरत है. दरअसल, RBI बैंकों के साथ मिलकर इस व्यवस्था में बदलाव ला सकती है. बैंकों में अकाउंट की सिक्योरिटी को टाइट रखने के लिए RBI बैंकों के साथ मिलकर KYC नियमों को सख्त कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक अपने ग्राहकों की वेरिफिकेशन के लिए एक एक्स्ट्रा लेयर लगा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंकों के इस नियम का असर एक ही नंबर से जॉइंट अकाउंट, मल्टीपल अकाउंट होल्डर्स पर ज्यादा होगा. उन्हें इसके लिए एक अन्य नंबर KYC फॉर्म में दर्ज करना होगा. ग्राहकों को जॉइंट अकाउंट के मामले में भी ऑलटर्नेट नंबर दर्ज करना होगा. वित्त सचिव टीवी सोमनाथन के नेतृत्व में एक समिति पूरे फाइनेंशियल सेक्टर में इंटेरोपेरेबल केवाईसी मानदंडों को मानकीकृत और सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है. इस कदम का उद्देश्य फिनटेक कंपनियों द्वारा केवाईसी मानदंडों में ढील के बारे में चिंताओं को दूर करना है, जिससे ऋणदाताओं के लिए जोखिम बढ़ सकता है.
पिछले दो आम चुनाव (General election) में करारी शिकस्त का सामना कर चुकी कांग्रेस इस बार कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है. ऐसे में पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. पार्टी इस संबंध में गुरुवार (7 मार्च) को होने वाली बैठक में अंतिम फैसला कर सकती है. पिछले 10 साल से केंद्र की सत्ता से बाहर कांग्रेस अपनी साख बचाने की कोशिश कर रही है. उसके पास गलती की कोई गुंजाइश नहीं हैं और उसे इस बार लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हिंदी राज्यों में लगभग साफ हो चुकी कांग्रेस इस बार उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में दिग्गज नेताओं को लोकसभा का टिकट दे सकती है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी ने प्रदेश इकाई की बैठकों में सभी वरिष्ठ नेताओं को तैयार रहने के लिए कहा है. जानकारी के मुताबिक पार्टी राष्ट्रीय महासचिव, सीडब्ल्यूसी सदस्यों, पूर्व सीएम और प्रदेश अध्यक्षों को चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतार सकती है.
कांग्रेस (Congress) पार्टी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (‘Bharat-Jodo-Nyay-Yatra’) 16 मार्च को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) में समाप्त हो जाएगी. इसके अगले दिन यानी 17 मार्च को विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन (india alliance) मुंबई में रैली करने वाला है. इसमें इंडिया गठबंधन के तमाम नेता शामिल होने वाले हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा अपने तय समय से चार दिन (4-days) पहले ही समाप्त हो रही है. माना जा रहा है कि इसके पीछे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तैयारी हो सकती है. चुनाव के देखते हुए ही रैली का भी आयोजन हो रहा है. दरअसल, भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत 14 जनवरी, 2024 को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से हुई थी. शेड्यूल के मुताबिक, इसे 20 मार्च को समाप्त होना था. हालांकि, अब ये यात्रा 4 दिन पहले 16 मार्च को समाप्त हो रही है. इस तरह कांग्रेस की ये यात्रा 62 दिनों तक चलने वाली है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं. उनके साथ कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश भी इस यात्रा में चलते हुए नजर आए हैं. इसके अलावा पार्टी के कई दिग्गज नेता इसका हिस्सा बने हैं.
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के 6 बागी विधायकों (MLA) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख किया है. इन कांग्रेसी (Congress) विधायकों ने स्पीकर के अयोग्य करार (disqualifying agreement) देने के फैसले को चुनौती दी है. स्पीकर ने विधानसभा में बजट के दौरान अनुपस्थित रहने के आधार पर इन विधायकों को अयोग्य करार दिया था. विधायकों ने स्पीकर के इस फैसले को गलत ठहराते हुए रद्द करने की मांग की है.
7. लोकसभा चुनाव के लिए मायावती की बसपा ने इस पार्टी से किया गठबंधन, रोचक हुआ मुकाबला
लोकसभा चुनाव के लिए मायावती की पार्टी बसपा (Mayawati’s party BSP for Lok Sabha elections) ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) के साथ गठबंधन कर लिया है। बसपा के तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण कुमार के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व सीएम केसीआर ने कहा कि हमने तय किया है कि अगला संसदीय चुनाव बीआरएस और बीएसपी साथ मिलकर लड़ेंगे। हमने कई पहलुओं पर साथ मिलकर काम किया है। हम कल तय करेंगे कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है। अभी तक मायावती से बात नहीं हुई है। अभी सिर्फ आरएस प्रवीण कुमार से बात हुई है। तेलंगाना के बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण ने कहा कि देश में संविधान को ख़त्म करने की साजिश हो रही है। हमारी दोस्ती तेलंगाना को पूरी तरह से बदल देगी। उन्होंने कहा कि केसीआर से मिलकर अच्छा लगा। हम लोग एक साथ लोकसभा चुनाव में जा रहे हैं।
8. लोकसभा चुनाव से पहले AAP को बड़ा झटका, बलबीर सिंह जाखड़ BJP में हुए शामिल
लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। ‘आप’ नेता बलबीर सिंह जाखड़ (Balbir Singh Jakhar) ने पार्टी बदल बीजेपी ज्वॉइन कर लिया है। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बतौर ‘आप’ उम्मीदवार पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। बलबीर जाखड़ दिल्ली में सीनियर एडवोकेट हैं। दिल्ली के सभी जिला न्यायालयों बार एसोसिएशनों की समन्वय समिति के पूर्व चेयरमैन भी रहे हैं। ‘आप’ ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर उम्मीदवार उतारकर बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती दी थी। दोनों चुनाव में ‘आप’ के एक भी उम्मीदवार ने जीत हासिल नहीं की थी। पिछले दोनों लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सातों सीटों पर परचम लहराया था। इस बार ‘AAP’ ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A अलायंस के तहत कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। 4 सीट नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली पर ‘AAP’ और 3 सीट चांदनी चौक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली पर कांग्रेस लड़ेगी।
9. योगी कैबिनेट का विस्तार, चार विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ; जानिए कौन हैं वो खास चेहरे
लंबी प्रतीक्षा के बाद आज योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का विस्तार (Yogi Adityanath cabinet expansion) हो गया है। इस कैबिनेट विस्तार में चार विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, साबिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान और आरएलडी कोटे से अनिल कुमार को योगी कैबिनेट में शामिल किया गया है। बता दें कि योगी 2.0 सरकार में मंत्री बनने के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को लम्बा इंतज़ार करना पड़ा। राजभर जुलाई 2023 में अमित शाह से मिलने गए थे,तब से ही राजभर के मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे। आज ओमप्रकाश राजभर ने इंडिया टीवी से कहा कि उन्होंने जुलाई में ही छह जोड़ी नए कपड़े सिलवा लिए थे। ओम प्रकाश राजभर 2017 में योगी सरकार में मंत्री थे,बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। सीएम योगी ने आज अपनी कैबिनेट में जिन 4 नए मंत्रियों को शामिल किया इनमें से दो नेता नेता पिछड़े वर्ग से आते हैं और जबकि एक दलित और एक ब्राह्मण हैं। इससे जाहिर है कि कैबिनेट विस्तार में में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। माना जा रहा है कि सीएम योगी ने इस मंत्रिमंडल विस्तार के सहारे यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने के बीजेपी के लक्ष्य को ध्यान में रखा है।
10. कब होगा लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान? सामने आया ये बड़ा अपडेट
चुनाव आयोग (election Commission) आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान (Announcement of dates of Lok Sabha elections 2024) 14-15 मार्च को कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनावों (2019 Lok Sabha elections) की तर्ज पर ही इस बार भी सात चरण में ही चुनाव कराए जा सकते हैं। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पहले चरण के लिए मतदान (Voting for the first phase) हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग अगले हफ्ते किसी भी दिन लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। फिलहाल आयोग आम चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए कई राज्यों के दौरे पर है। सभी राज्यों में तैयारियों का आकलन करने के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों की एलान करेगा। आयोग के अफसर अभी पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। इसके बाद टीम उत्तर प्रदेश और फिर जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगी। ये टीम 13 मार्च तक अपना दौरा पूरा कर लेगी। इस बीच चुनाव आयोग राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ लगातार बैठक भी करेगा। इस बीच चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दल भी अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं। चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सत्तारूढ़ भाजपा ने हाल ही में 195 सीट पर अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है।
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