1. सर्वे में NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद, जानिए कहां कितनी मिलेगी सीटें
NDA के लिए 400 पार का नारा दे रही भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छे संकेत हैं। हाल ही में हुए एक सर्वे से पता चला है कि भाजपा (BJP) की अगुवाई वाला गठबंधन (alliance) 400 से ज्यादा सीटें जीत सकता है। खास बात है कि पहली बार है जब किसी सर्वे में एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। फिलहाल, भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है। मीडिया के मेगा ओपिनियन पोल के अनुसार, एनडीए 411 सीटें जीत सकता है। लोकसभा में कुल सीटों की संख्या 543 है। हालांकि, 370 सीटें जीतने का दावा कर रही भाजपा अपने लक्ष्य से पीछे रह सकती है। ओपिनियन पोल के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा इस चुनाव में 350 सीटें जीत सकती है। खास बात है कि अगर ऐसा हुआ, तो 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले भाजपा 47 सीटें ज्यादा अपने नाम करेगी। सर्वे के मुताबिक, एनडीए उत्तर प्रदेश की 80 में से 77, मध्य प्रदेश में 28, छत्तीसगढ़ में 10, बिहार में 38 और झारखंड में 12 सीटें अपने नाम कर सकता है। गठबंधन कर्नाटक में 25, तमिलनाडु में 5 और केरल में 2 सीटों पर भी जीत हासिल कर सकता है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि कई राज्यों में एनडीए का ग्राफ बढ़ने के आसार हैं।
2. MSP से कम कुछ मंजूर नहीं, महापंचायत में किसानों का ऐलान; पूरे देश में आंदोलन का बनाया प्लान
संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha)ने गुरुवार को रामलीला मैदान (Ramlila Maidan)में एमएसपी पर कानूनी गारंटी (legal guarantee)सहित दूसरी मांगों को लेकर किसान मजदूर महापंचायत (Kisan Mazdoor Mahapanchayat)की। महापंचायत में 23 मार्च को लोकतंत्र दिवस मनाने और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि एमएसपी से कम कुछ मंजूर नहीं है। महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, यूपी सहित दूसरे राज्यों के किसान शामिल हुए। इस दौरान संकल्प पत्र भी जारी किया गया। महापंचायत में भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान विरोधी सरकार के खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि महापंचायत में आने वाले किसानों संग मारपीट की गई। वहीं, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सारे कानून पूंजीपतियों के लिए बनाए गए हैं। संघर्ष करने पर गोलियां दागी जाती हैं, मगर हम बात मनवाकर ही उठेंगे। रामलीला मैदान में गुरुवार महापंचायत में शामिल हुए किसान नेताओं ने 23 मार्च को लोकतंत्र दिवस मनाने और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया गया।
3. बंगाल में बड़े उलटफेर की संभावना, भाजपा को मिल सकती है बढ़त, कम होंगी टीएमसी की सीटें : सर्वे
लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election 2024) को लेकर सियासी पार्टियों ने कमर कस ली है। हालांकि, चुनाव आयोग (election Commission) ने तारीखों का ऐलान नहीं किया इसके बावजूद पार्टियां चुनावी मोड में आ गई हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर अलग अलग सर्वे (survey) कराए जा रहे हैं। लोगों का मूड जानने के लिए हाल ही में एक सर्वे किया गया है। इस सर्वे में पश्चिम बंगाल राज्य को लेकर भविष्यवाणी की गई है। मीडिया के मेगा ओपिनियन पोल के मुताबिक, आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए पश्चिम बंगाल की 42 में से 25 सीटें जीत सकता है। दूसरी ओर, राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी को 17 सीटें जीतने का अनुमान है और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को कोई सीट नहीं मिलेगी। ओपिनियन पोल में आगामी चुनावों में एनडीए और टीएमसी दोनों के लिए लगभग 42% वोट शेयर की भविष्यवाणी की गई है। सर्वे में इंडिया अलायंस के लिए 14% वोट शेयर मिलने का अनुमान लगाया गया है।
4. इलेक्टोरल बॉन्ड नंबर जारी न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने SBI से मांगा जवाब, 18 मार्च तक का दिया समय
चुनाव आयोग (Election Commission) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर कर शीर्ष अदालत को सौंपे गए चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) पर सीलबंद लिफाफे वापस करने की मांग की थी। याचिका (Petition) पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई (SBI) से पूछा कि उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के नंबर्स क्यों जारी नहीं किए, जिनसे दानदाता और राजनीतिक पार्टियों के बीच का लिंक पता चल सके। सुप्रीम कोर्ट ने 18 मार्च तक एसबीआई से इस मामले पर जवाब मांगा है। चुनाव आयोग के सीलबंद लिफाफे वापस करने की मांग पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि डाटा को स्कैन और डिजिटलीकरण किया जा रहा है, इसमें एक दिन का समय लग सकता है। जैसे ही पूरा डाटा स्कैन हो जाएगा, तो मूल डाटा को चुनाव आयोग को वापस कर दिया जाएगा। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने पूछा कि एसबीआई की तरफ से कौन पेश हुआ है? एसबीआई ने बॉन्ड नंबर जारी नहीं किए हैं। स्टेट बैंक को इनका खुलासा करना चाहिए। स्टेट बैंक को सारी जानकारी प्रकाशित करनी होगी।
5. लोकसभा चुनाव की तारीखों का कल होगा ऐलान, जानें कितने बजे होगी आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तारीखों (Date) का कल यानी शनिवार को ऐलान होगा. चुनाव आयोग (election Commission) कल यानी शनिवार दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) करेगा और चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. खुद चुनाव आयोग ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. चुनाव आयोग ने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट कर कहा, ‘लोकसभा चुनाव 2024 और कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कल 16 मार्च को दोपहर 3 बजे आयोजित की जाएगी. इसे चुनाव आयोग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा.’
6. चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, EVM से जुड़ी याचिका खारिज
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से चुनाव आयोग (Election Commission) को आज यानी शुक्रवार को बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (electronic voting machines) के कामकाज में अनियमितता (irregularity) का आरोप लगाने वाली याचिका खारिज (petition rejected) कर दी है. कोर्ट ने कहा ईवीएम को लेकर कितनी याचिकाएं? हर एक पद्धति के अपने सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होंगे, हम धारणाओं के आधार पर नहीं चल सकते. जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच इस मामले को सुन रही थी. बेंच ने कहा कि यह अदालत पहले ही कई याचिकाओं की बार-बार जांच कर चुकी है और ईवीएम के कामकाज से संबंधित कई मुद्दों पर विचार कर चुकी है. जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि हमने वेबसाइट पर देखा कि पहले से ही ऐसे 10 मामले हैं. कोर्ट ने याचिकाकर्ता नंदिनी शर्मा से कहा कि, ”हम कितनी याचिकाओं पर विचार करेंगे? हाल ही में, हमने से संबंधित VVPAT की एक याचिका पर विचार किया है. हम धारणाओं पर नहीं चल सकते. इस मामले को सुनने में इच्छुक नहीं हैं. कोर्ट ने कहा कि वो अनुच्छेद 32 के तहत इस पर विचार नहीं कर सकते.”
7. लोकसभा चुनाव से पहले जानिए कैसे 10 राज्यों में बदल चुका है गठबंधन
16 मार्च, शनिवार को 3 बजे 2024 के आम चुनाव (General election) की तारीखों (Date) का ऐलान हो जाएगा. चुनाव की तारीखों से पहले ही कई राज्यों (State) में सत्ता के समीकरण (equations of power) नए सिरे से बने बिगड़े हैं. कहीं गठबंधन (alliance) का नया स्वरूप सामने आय़ा है तो कहीं पहले से चले आ रहे गठबंधन टूटे हैं. हरियाणा से लेकर तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश तक किस तरह गठबंधनों का स्वरूप बदला है, आइये जानते हैं. हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी के रास्ते अलग हो गए. दोनों दल साथ में 4 साल साल से भी अधिक समय से प्रदेश सरकार चला रहे थे मगर लोकसभा चुनाव से पहले दोनों ने एक दूसरे को नमस्ते कर दिया. जानकार इस कदम को दोनों पार्टियों के लिए जीत की स्थिति बता रहे हैं. फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंदर सिंह हुड्डा को जाट वोटों का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. ऐसे में बीजेपी और जेजेपी के अलग होने से जाट वोट बंटेंगे क्योंकि जेजेपी का भी वोट बेस जाट ही है. वहीं, बीजेपी ने ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री बनाकर इस वर्ग की बड़ी आबादी तक पहुंचने का रास्ता अख्तियार कर लिया है.
8. तेलंगाना के पूर्व सीएम KCR की बेटी कविता को ED ने हिरासत में लिया
ईडी (Ed) अधिकारियों ने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर (Former Telangana CM KCR) की बेटी के.कविता को हिरासत में ले लिया (K.Kavita taken into custody) है. के. कविता को गिरफ्तारी नोटिस जारी (Arrest notice issued) किया गया था. ईडी के अधिकारी शुक्रवार को हैदराबाद (Hyderabad) में कविता के घर पहुंचे और कविता को सर्च वारंट और गिरफ्तारी वारंट दिया. कविता के घर की घंटों तलाशी ली गई. बाद में ईडी अधिकारियों ने कविता को हिरासत में ले लिया. आबकारी घोटाले की जांच को लेकर ईडी के अधिकारी कविता को दिल्ली लेकर निकली है. उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जा रहा है. दिल्ली शराब कांड में एक साल के अंतराल के बाद फरवरी महीने में सीबीआई ने एमएलसी कविता को नोटिस जारी किया था. दिसंबर 2022 में सीबीआई ने कविता के आवास से बयान लिया और एक नोटिस जारी कर उन्हें 26 फरवरी को दिल्ली आने और उनके सामने पूछताछ करने के लिए कहा. सीबीआई ने इस मामले में कविता को भी आरोपी बनाते हुए 41-ए के तहत नोटिस जारी किया था. जैसे ही शराब मामले में मुख्य आरोपी सरकारी गवाह बन गए. सीबीआई ने उनके बयानों के आधार पर कविता को नोटिस जारी किया. इसी मामले में कविता से ईडी भी पूछताछ कर चुकी है.
9. हाथ बदलेगा हालात…कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए दिया नया नारा
कांग्रेस (Congress) ने लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) के लिए नया नारा दिया (gave a new slogan) है. कांग्रेस ने चुनाव के ऐलान से ठीक पहले ‘हाथ बदलेगा हालात’ (circumstances will change hands) नारा दिया है. बता दें कि कांग्रेस लगातार केंद्र में शासित मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है कि केंद्र सरकार के शासन में देश कई क्षेत्रों में पिछड़ गया है. देश में धर्म और जाति की राजनीति बढ़ गई है. राहुल गांधी ने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है और अब चुनाव से पहले देश की हालात बदलने का नारा दिया है. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से पहले भी कांग्रेस ने नया नारा दिया था. इसके पहले राहुल गांधी की यात्रा का नाम भारत जोड़ो यात्रा थी, लेकिन इस बार राहुल गांधी की यात्रा के साथ न्याय यात्रा भी जोड़ दी गई है. अब कांग्रेस ने चुनाव से पहले नया नारा दिया है.
10. बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार, 21 मंत्रियों ने ली शपथ, जानिए कौन-कौन विधायक बने मंत्री
बिहार में नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार (Nitish Kumar cabinet expansion in Bihar) हो रहा है. कैबिनेट में आज कई नए चेहरों को शामिल किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, नीतीश कैबिनेट (Nitish cabinet) में कुल 21 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई. कैबिनेट विस्तार में बीजेपी और जेडीयू (BJP and JDU) दोनों ने ही जातीय समीकरण का ख्याल रखा है और हर जाति को सरकार में हिस्सेदारी देने की कोशिश की गई है. हाल ही में बिहार में उस समय सियासी उथल-पुथल देखने को मिली जब नीतीश कुमार राजेडी का साथ छोड़ते हुए एक बार फिर से एनडीए में वापस आ गए. हरि साहनी को भी मंत्री बनाया गया है. हरि साहनी अति पिछड़ा के मलाह जाति से आते हैं. जुलाई 2022 में विधान परिषद के सदस्य हुए. दरभंगा के काफी पुराने बीजेपी के नेता रहे हैं. सम्राट चौधरी के बाद बीजेपी ने मुकेश साहनी के विकल्प के तौर पर आगे करके विधान परिषद का नेता प्रतिपक्ष बनाया था. हरि साहनी पहली बार मंत्री बने हैं. मदन सहनी, सुधीर कुमार, शीला कुमारी, जनक राम को भी मंत्री बनाया गया है. जनक राम दलित समाज से आते हैं. गोपालगंज लोकसभा सीट से 2014 में चुनाव लड़कर जीत हासिल की है. बीजेपी के काफी पुराने नेता रहे हैं. 2021 में विधान परिषद में पार्टी ने भेजा और इसके बाद खान एवं भूतत्व मंत्री का पदभार दिया गया था.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved