आज मेरे लिए सच में नया साल है। मैं डेढ़ साल बाद मुस्कुराया है। मैंने अपने बच्चों को गले से लगाया है। ऐसा लग रहा है कि मेरे सीने से पहाड़ जैसा एक पत्थर हट गया हो। मैं फिर से सांस ले सकती हूं। यह कहना है बिलकिस बानो (Bilkis Bano) का। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शनिवार को आजीवन कारावास की सजा काट रहे 11 लोगों की शीघ्र रिहाई के आदेश को रद्द (Release order canceled) कर दिया। इसी फैसले पर बिलकिस बानो ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि न्याय ऐसा ही होता है। मुझे और मेरे बच्चों के साथ-साथ हर महिला को जीत मिली है। समर्थन के लिए सर्वोच्च न्यायालय का धन्यवाद। बता दें, बिलकिस बाने के साथ गुजरात दंगों के दौरान इन्हीं आरोपियों ने दुष्कर्म किया था और उनके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि चूंकि मुकदमा मुंबई स्थानांतरित कर दिया गया है, इस वजह से गुजरात के पास सजा कम करने का अधिकार नहीं है। बानो ने अपनी वकील शोभा गुप्ता के माध्यम से कहा कि 15 अगस्त 2022 को जब आरोपियों को शीघ्र रिहाई दी गई तो मेरे सब्र का बांध खत्म हो गया। मेरा साहस खत्म हो गया था। इसके बाद देश की लाखों महिलाएं मेरे साथ खड़ीं हुईं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की। 10,000 लोगों ने खुला पत्र लिखा। सभी की एकजुटता के लिए मैं आभारी हूं। लोगों ने न सिर्फ मुझमें बल्कि, भारत की तमाम महिलाओं में शक्ति का संचार किया। सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।
2. ‘प्राण प्रतिष्ठा के दौरान माहौल खराब न हो’, PM मोदी ने कैबिनेट बैठक में दिए सख्त निर्देश
पिछली शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक (cabinet meeting) में पीएम मोदी (PM Modi) ने मंत्रियों (ministers) को सख्त निर्देश (strict rules) दिया है. पीएम ने बैठक में कहा कि प्रभु राम (Prabhu Ram) के प्राण प्रतिष्ठा (Dignity of life) कार्यक्रम को लेकर सचेत रहें. पीएम ने साफ शब्दों में कहा कि इसको लेकर आस्था दिखाएं, न कि आक्रमकता. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने बयानबाजी से बचने और मर्यादा का ख्याल रखने का निर्देश दिया है. पीएम ने कहा कि सभी अपने अपने संसदीय क्षेत्र में इस बात का ख्याल रखें कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो, माहौल खराब ना हो. पीएम ने यहां तक कहा कि अपने अपने क्षेत्र के लोगों को 22 जनवरी के बाद राम लला के दर्शन करवाने लाएं और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को राम लला का आशीर्वाद दिलवाएं. प्रधानमंत्री मोदी के इस सख्त निर्देश के बाद से जाहिर सी बात है भारतीय जनता पार्टी के नेता बचकर अब बोलेंगे.
3. लालू परिवार की बढ़ी मुश्किलें, राबड़ी देवी और मीसा भारती के खिलाफ ईडी की नई चार्जशीट
बिहार (Bihar) के चर्चित नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने नई चार्जशीट दाखिल की है. ईडी ने इस मामले में राबड़ी देवी, मीसा भारती, हिमा यादव, अमित कात्याल और ह्रदयानंद चौधरी का नाम शामिल किया है. आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों से उनकी जमीन अपने और अपने परिजनों के नाम लिखवाई थी. कोर्ट इस मामले में 16 जनवरी को सुनवाई करेगा. जांच एजेंसी पहले ही इस मामले में लालू प्रसाद यादव समेत 17 लोगों के खिलाफ जांच कर रही है. हालांकि राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव पहले से ही इस मामले में दोषी ठहराए गए हैं. इस मामले में 6 जनवरी को सुनवाई होनी थी. लेकिन लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव कोर्ट में पेश नहीं हुए. तीनों ने ही कोर्ट में पेश होने से छूट मांगी थी.
4. मोहम्मद शमी समेत 26 खिलाड़ियों को मिला अर्जुन अवॉर्ड
इंजरी के चलते टीम इंडिया (Teem India) से दूर रहकर भी मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) छाए हैं. उनके छाने की वजह है, उन्हें मिला देश का दूसरा सबसे बड़ा खेल पुरस्कार. भारत के इस तेज गेंदबाज को अर्जुन अवॉर्ड (Arjun Award) से नवाजा गया है. शमी को ये सम्मान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मिला. शमी इस अवॉर्ड को पाने वाले 46वें मेंस क्रिकेटर हैं. वहीं अगर इसमें इस अवॉर्ड को पाने वाली 12 महिला क्रिकेटरों को भी जोड़ दें तो वो ये सम्मान पाने वाले देश के 58वें क्रिकेटर हैं. शमी के अलावा अर्जुन अवॉर्ड से 25 और खिलाड़ियों को नवाजा गया है. अर्जुन अवॉर्ड के लिए शमी का नाम पहले से नामित हो चुका था, जिसके लिए वो काफी उत्साहित भी थे. उन्होंने इस खास पल को अपने सपने के साकार होने वाला लम्हा करार दिया था. शमी ने कहा था कि जिंदगी बीत जाती है पर ये अवॉर्ड नहीं मिलता. ये मेरी खुशनसीबी है कि मुझे ये मिलने जा रहा है.
5. 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण से 6 की मौत, 475 नए और केस दर्ज
देश (Country) में सोमवार (8 जनवरी) को 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण (corona virus infection) के 475 नए मामले सामने आए हैं. इस तरह कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3,919 पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, इन 24 घंटों में छह संक्रमितों की मौत (Death) हुई है जिसमें कर्नाटक के तीन, छत्तीसगढ़ के दो और असम का एक रोगी शामिल है. पिछले साल पांच दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक तक आ गई थी, लेकिन ठंड और वायरस के नए वेरिएंट के कारण मामलों में तेजी आई है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 5 दिसंबर के बाद 31 दिसंबर, 2023 को 841 नए मामले सामने आए जो मई 2021 में दर्ज किए गए उच्चतम मामलों का 0.2 प्रतिशत था.
भारत (India) और मालदीव (Maldives) के बीच विवाद गहराता जा रहा है. इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का समर्थन किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि वो (नरेंद्र मोदी) हमारे देश के पीएम हैं. किसी दूसरे देश का कोई भी शख्स प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करता है तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे. शरद पवार ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री पद का सम्मान करना ही चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हम प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के खिलाफ अपने देश के बाहर की किसी बात को भी स्वीकार नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में इजरायल (Israel) से लेकर बांग्लादेश (bangladesh) तक के देशों ने भारत का समर्थन किया है.
7.‘मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि…’, राम मंदिर को लेकर ममता बनर्जी का BJP पर हमला
राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा (Dignity of life) समारोह का जिक्र कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंगलवार (9 जनवरी) को बीजेपी (BJP) पर हमला किया. बनर्जी ने कहा कि लोकसभा चुनाव (LokSabha Election) से पहले राम मंदिर उद्घाटन (Inauguration) के जरिए बीजेपी नौटंकी कर रही है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ ममता बनर्जी ने बंगाल के जयनगर में कहा, “मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया. मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चलता है. आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले नौटंकी कर रहे हैं. इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है.” उन्होंने आगे कहा, ”मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदू-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी. मैं लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने में विश्वास नहीं रखती.”
8. फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने गेब्रियल अटल
गेब्रियल अटल (gabriel atal) फ्रांस (France) के सबसे युवा प्रधानमंत्री (young prime minister) बन गए हैं। जानकारी के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को गेब्रियल अटल को देश का नया प्रधान मंत्री नामित किया। क्योंकि वह गर्मियों में होने वाले यूरोपीय संघ चुनावों (european union elections) से पहले एक नया रास्ता तय करना चाहते हैं। इससे पहले अटल ने शिक्षा मंत्री के रूप में सेवाएं दी हैं। 34 वर्ष की आयु के गेब्रियल अटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। गौरतलब है कि फ्रांस के पीएम गेब्रियल अटल ने पहले फ्रांस के शिक्षा मंत्री (Minister of Education) के रूप में दुनियाभर में तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने घोषणा की थी कि मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों द्वारा पहना जाने वाला परिधान अबाया को फ्रांस के सरकारी स्कूलों में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इमैनुएल मैक्रॉन के लंबे समय से समर्थक और मित्र गेब्रियल अटल ने तब कहा था कि नीति नए स्कूल वर्ष की शुरुआत में लागू होगी।
10. UP में 22 जनवरी को नहीं खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, शराब भी नहीं बिकेगी, सार्वजनिक अवकाश घोषित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने अयोध्याधाम में बहुप्रतीक्षित श्रीरामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह (consecration ceremony) से आम जनमानस के भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए 22 जनवरी को प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित (Holiday declared in educational institutions) करने के निर्देश दिए हैं। इस विशिष्ट अवसर को ‘राष्ट्रीय उत्सव’ की संज्ञा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि 22 जनवरी को प्रदेश में मदिरा आदि की दुकानें बंद रखी जाएं। मंगलवार को अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन-पूजन के उपरांत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। मकर संक्रांति के बाद प्रारंभ हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के वैदिक अनुष्ठानों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने समारोह की सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सभी आवश्यक सहयोग के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके बाद, आयुक्त सभागार में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आ रहे गणमान्य जनों को अयोध्या में बेहतर आतिथ्य प्राप्त होना चाहिए। हर एक वीवीआईपी के विश्राम स्थल का चयन पूर्व में ही कर लिया जाए। मौसम के दृष्टिगत संभव है कि कुछ अतिथि एक-दो दिन पहले ही आ जाएं, ऐसे में उनके रुकने की बेहतर व्यवस्था हो।
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