1. ईरान-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से युद्ध का खतरा ज्यादा, भारत पर इसका कितना असर
ईरान (iran)के हवाई हमले की जवाबी प्रतिक्रिया (feedback)देकर पाकिस्तान ने इस पूरे क्षेत्र को ही तलवार (Sword)की धार पर ला खड़ा किया है। दो दिन पहले जब तेहरान ने पाकिस्तान (Pakistan)के बलूचिस्तान में अपने ड्रोन भेजे और मिसाइल दागे थे, तब यही माना गया था कि फिलहाल तीन मोर्चों (भारत, इस्लामिक आतंकवाद और इमरान खान प्रकरण) पर उलझा इस्लामाबाद तनाव का एक और दरवाजा शायद ही खोलना चाहेगा। मगर घरेलू दबावों और पश्चिम व दक्षिण एशिया में अपनी राजनीतिक साख के मद्देनजर उसने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत पर जवाबी हमला किया, जिसके बाद गेंद फिर से तेहरान के पाले में आ गया है। ऐसे में, यह कहना बेहद कठिन हो गया है कि स्थितियां अब क्या करवट लेंगी? ईरान के लिए दोतरफा मुश्किलें हैं। अगर वह अब चुप बैठता है, तो उस पर भी आंतरिक दबाव बढ़ जाएगा, और यदि उसने फिर से कोई जवाबी कार्रवाई की, तो इस पूरे क्षेत्र में जंग भड़कने की आशंका बढ़ जाएगी। दरअसल, तेहरान अपने ऊपर जन-दबाव महसूस कर रहा था। उस पर दहशतगर्दों के हमले लगातार हो रहे थे, खास तौर पर पाकिस्तान की सुन्नी तंजीमों द्वारा। तेहरान और इस्लामाबाद के बीच यह मुद्दा लगातार बना रहा है और ईरान ने इसे रोकने की वक्त-वक्त पर गुजारिश भी की, मगर पाकिस्तान ने कभी ध्यान दिया, तो कभी अनसुना कर दिया।
2. INDIA का साथ देंगे या BJP से हाथ मिलाएंगे? नीतीश कुमार की रैली पर टिकी सभी की निगाहें
इंडिया गठबंधन (india alliance)का संयोजक बनने से इनकार (denied)करने के बाद बिहार में सभी की नजरें नीतीश कुमार (Nitish Kumar)पर जा टिकी हैं। उनकी पार्टी जनता दल युनाइटेड (Party Janata Dal United) 22-24 के दौरान समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती के मौके पर तीन दिवसीय समारोह आयोजित करने जा रही है। पार्टी ने इसके लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अंतिम दिन यानी 24 जनवरी को पटना में एक बड़ी रैली की भी योजना है। इसमें नीतीश कुमार कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकते हैं। बिहार सरकार में सहयोगी आरजेडी सहित अन्य दल नीतीश कुमार के संकेतों को समझने के लिए रैली का इंतजार कर रहे हैं। 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी मनाई जाएगी। कर्पूरी जयंती समारोह आमतौर पर हर साल 22 जनवरी को उनके पैतृक गांव पितौंझिया, जिसे कर्पूरी ग्राम के नाम से जाना जाता है, में उनके बेटे और जदयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर द्वारा आयोजित किया जाता है। इस साल जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म-शताब्दी समारोह समिति नामक संस्था के द्वारा 22 जनवरी को कर्पूरी ग्राम में बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित किया जा रहा है। इसमें कई प्रमुख राजनेता, समाजवादी कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
3. शक्तिकांता दास का दावा; ‘अगले वित्त वर्ष में महंगाई पर हो जाएगा पूरा काबू, 4% के करीब होगा स्तर’
रिजर्व बैंक (reserve Bank)के गवर्नर शक्तिकांता दास (Governor Shaktikanta Das)का मानना है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की GDP ग्रोथ 7% रहेगी. जबकि महंगाई (Dearness)दर 4% के करीब रहेगी। दास ने कहा, ‘स्वास्थ्य संकट (कोविड) और उसके बाद जियो-पॉलिटिकल उथल-पुथल से पैदा हुई अनिश्चित्ता और अस्थिर स्थितियों से भारत अब बाहर आ चुका है। उन्होंने भारत की मैक्रो स्टेबिलिटी को दूसरे देशों से बेहतर बताया और कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर अब भी मजबूत बना हुआ है. वैश्विक विकास के धीमा होने के बावजूद भारत की ग्रोथ अपवाद बनी हुई है। दास के मुताबिक, ‘अगले वित्त वर्ष में हमें 7% GDP ग्रोथ की उम्मीद है. आर्थिक गतिविधियों का गति सकारात्मक बनी हुई है. ये अगले साल और उसके बाद भी जारी रहेगी. भारत अब दीर्घकालीन विकास के क्रम में आ गया है।
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ‘गांव चलो अभियान’ लॉन्च करने की तैयारी में है। 4 से 11 फरवरी के बीच यह कैंपेन (campaign) चलेगा जिसका फोकस गांव पर रहने वाला है। इस दौरान भाजपा का कम से कम एक कार्यकर्ता देश के 7 लाख गावों में से प्रत्येक में मौजूद रहेगा। बीजेपी वर्कर की ओर से गांव के लोगों को यह बताया जाएगा कि नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) ने डेवलपमेंट के लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं। साथ ही देश भर के सभी शहरी बूथों पर भाजपा के कार्यकर्ता पहुंचेगे और लोगों को विकास कार्यों की जानकारी देंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी वर्कर्स इस दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर भी चर्चा करेंगे। भाजपा ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह बड़ा अभियान चलाने का प्लान बनाया है। पीएम मोदी इस दौरान देश भर में 140 से अधिक सार्वजनिक सभाएं कर सकते हैं। गांव चलो अभियान के तहत यह टारगेट रखा गया है कि पार्टी को हर एक बूथ पर करीब 51% वोट मिले। अगर 2019 के चुनाव में यह टारगेट हासिल कर लिया गया हो तो इस बार उसे और आगे पहुंचाना है। मालूम हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने इस तरह का कैंपेन लॉन्च किया था। ऐसा माना जाता है कि मतदाताओं से जुड़ने में पार्टी को इसका लाभ भी मिला।
5. कांग्रेस के न्योता ठुकराने के बाद BJP की नई योजना, राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में करेगी ये काम
अयोध्या में राम मंदिर (Ram Temple) निर्माण के उद्धाटन की तैयारियां जोरों पर हैं। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम नगरी को सजाया जा रहा है। देश ही नहीं दुनिया में भी राम मंदिर के अभिषेक समारोह को लेकर उत्साह है। हर कोई राम भक्ति में सराबोर है। छोटे से छोटे शहर-गांव के लोग अपने भगवान के स्वागत के लिए तैयार है। इसी क्रम में भाजपा (BJP) नीत एनडीए वायनाड में समारोह को भव्य तरीके से मनाने की योजना बना रहा है। बता दें, वायनाड (Wayanad) कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का निर्वाचन क्षेत्र है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भाजपा नेताओं के साथ पर्वतीय जिले में भगवान राम मंदिर जाएंगे और अयोध्या में आयोजित समारोह का हिस्सा बनेंगे। वे पोंकुझी श्री राम मंदिर में अयोध्या समारोह का सीधा प्रसारण देखेंगे। इनके अलावा, यहां एनडीए के राज्य संयोजक तुषार वेल्लापल्ली भी मौजूद रहेंगे।
6. राम मंदिर से रामलला की पूर्ण तस्वीर आई सामने, मनमोहक मुस्कान और चेहरे से झलक रहा तेज
राम मंदिर के उद्घाटन (inauguration of ram temple) को लेकर चल रही जोर-शोर से तैयारियों के बीच शुक्रवार (19 जनवरी, 2024) को राम मंदिर से रामलला की पूर्ण तस्वीर सामने आई. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. रामलला की मूर्ति देखने में अद्भुत है. चेहरे पर मुस्कान भगवान राम की विनम्रता और मधुरता के बारे में बताती है. रामलला का स्वरूप साक्षात राम भगवान की तरह ही प्रतीत होता है. पहली नजर में रामलला की ये मूर्ति देखने वालों को मंत्र मुग्ध कर देती है. आस्था और आध्यात्म की झलक इस मूर्ति से झलकती है. जो पहली ही नजर में राम भक्तों को आकर्षित करती है. भगवान राम के मस्तक पर लगा तिलक सनातन धर्म की ललाट और विराटता को दर्शाता है. जो देखने वालों को भक्ति की एक अलग दुनिया में ले जाता है. इससे पहले 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति राम मंदिर के गर्भगृह में लाई गई थी. मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में विशेष पूजा की गई. इसके बाद 18 जनवरी (गुरुवार) को गर्भगृह में मूर्ति स्थापित किया गया. राम मंदिर में 16 जनवरी को रामलला के लिए अनुष्ठान शुरू हुआ था.
7. ‘देश में 15% महिला पायलट, ग्लोबल एवरेज से 3 गुना ज्यादा’- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बेंगलुरु में नए अत्याधुनिक बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (BIETC) परिसर का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने वहां पर सीएम सिद्धारमैया सहित मौजूद लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि “यह परिसर भारतीय प्रतिभा में दुनिया के विश्वास को मजबूत करता है. एक दिन भारत इसी फैसिलिटी में भविष्य के विमान डिजाइन करेगा… ” बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के अत्याधुनिक सेंटर (BIETC) का मुआयना कर लोगों से भी मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत की विमानन क्षेत्र में बढ़ती महिलाओं की भागीदारी पर भी बात की. उन्होंने बताया कि आज भारत के पायलट्स में से 15 प्रतिशत महिला हैं. यह ग्लोबल एवरेज से 3 गुना ज्यादा है. एविएशन और एयरोस्पेस सेक्टर में भी हम महिलाओं के लिए नए अवसर बनाने में जुटे हैं. चाहे फाइटर पायलट्स हों या सिविल एविएशन हो…आज भारत महिला पायलट्स के मामले में लीड कर रहा है.
8. गणतंत्र दिवस के बाद तिरंगे को अगर फेंका तो…, गृह मंत्रालय ने जारी किया यह आदेश
गणतंत्र दिवस समारोह (republic day celebration) को अब केवल एक सप्ताह का ही वक्त बचा है. 26 जनवरी को देखते हुए गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजन के दौरान उपयोग किए जाने वाले कागज से बने भारतीय झंडे को समारोह खत्म होने के बाद जमीन पर ना फेंका जाए. गृह मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और झंडे की गरिमा के अनुरूप कागज के तिरंगे का निजी तौर पर निपटान किया जाना चाहिए. मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया, ”कागज से बने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों से जुड़े महत्वपूर्ण अवसरों पर ‘भारत के ध्वज संहिता के भाग- II के पैराग्राफ 2.2 के खंड (x)’ के तहत लहराया जा सकता है. आपसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि जनता द्वारा उपयोग किए जाने वाले कागज से बने झंडों को कार्यक्रम के बाद जमीन पर नहीं फेंका जाता है. ऐसे झंडों को झंडे की गरिमा के अनुरूप, निजी तौर पर निपटाया जाना चाहिए.”
9. गणतंत्र दिवस के फ्लाई-पास्ट में दिखेंगे 2 राफेल लड़ाकू विमान
गणतंत्र दिवस की परेड (Republic Day Parade) में इस बार फ्लाई-पास्ट के दौरान आपको 2 फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट भी देखने को मिलेंगे. एक फ्रांसीसी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी गणतंत्र दिवस फ्लाई-पास्ट में भाग लेंगे. गणतंत्र दिवस पर फ्रांसीसी विदेशी सेना की 95 सदस्यीय मजबूत टुकड़ी कर्तव्य पथ पर मार्च करेगी.
अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर (Grand temple of Shri Ram in Ayodhya) बनकर तैयार हो रहा है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Ramlala’s life consecration ceremony) है, जिसमें पीएम मोदी यजमान (PM Modi host) के तौर पर शिरकत करेंगे. अयोध्या कार्यक्रम (Ayodhya programme) के बाद पीएम मोदी मिशन-2024 के अभियान (Mission-2024 campaigns) में पूरी तरह से उतर जाएंगे. यूपी के बुलंदशहर (Bulandshahr of UP) में 25 जनवरी को रैली कर 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha elections) की हुंकार करेंगे और उसके बाद बिहार के बेतिया में 27 जनवरी को विकास की सौगात देकर सियासी समीकरण को साधने की कवायद करेंगे. बीजेपी ने यूपी और बिहार में सियासी माहौल बनाने के लिए खास प्लान बनाया है, जिसके तहत पीएम मोदी की ताबड़तोड़ रैली कराने की पठकथा लिखी गई है. लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है और 31 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय खोल लिए जाएंगे. देश भर की सभी 543 लोकसभा सीटों को बीजेपी ने अलग-अलग क्लस्टर में बांटे हैं. एक क्लस्टर में तीन-चार लोकसभा सीटों को रखा गया है और पार्टी ने हर एक क्लस्टर के लिए प्रभारी भी नियुक्त कर दिया है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बहाने संघ-वीएचपी के लोग पहले से चुनावी माहौल बनाने में पहले से जुटे हैं. इस मिशन में बीजेपी भी पूरे दमखम के साथ लगी हुई है. पीएम मोदी फिलहाल दक्षिण भारत के मिशन को धार देने में जुटे हैं, लेकिन उत्तर भारत में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपनी रैली शुरू करेंगे, जिसके तहत यूपी और बिहार में चुनावी हुंकार भरेंगे.
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