1. हमें धमकाने का लाइसेंस किसी को नहीं’, मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने दिखाई आंखें
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohammad Muizzu) चीन के पांच दिवसीय दौरे के बाद स्वदेश लौट आए हैं. उन्होंने मालदीव (maldives) लौटते ही दो टूक कह दिया है कि हमें बुली करने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. मुइज्जू ने कहा कि हम भले ही छोटा देश हो सकते हैं लेकिन इससे किसी को भी हमें बुली करने का लाइसेंस नहीं मिलता. हालांकि, मुइज्जू ने प्रत्यक्ष तौर पर किसी का नाम लेकर ये बयान नहीं दिया है. लेकिन माना जा रहा है कि उनका निशाना भारत की तरफ है. चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू ने पांच दिन के अपने चीन दौरे के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. उनका ये दौरा ऐसे समय पर हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों को सस्पेंड किया गया. इस मामले को लेकर भारत और मालदीव दोनों देशों में राजनयिक विवाद बढ़ा हुआ है. भारत में चल रहे बॉयकॉट मालदीव के ट्रेंड के बीच मुइज्जू ने चीन से अपील की थी कि वो अधिक से अधिक चीनी पर्यटकों को मालदीव भेजे. मालदीव बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए मुइज्जू ने कहा था कि कोविड से पहले हमारे देश में सबसे अधिक पर्यटक चीन से आते थे. मेरा अनुरोध है कि चीन को ऐसा करने के लिए फिर से अपनी कोशिशें तेज करनी चाहिए.
लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections) से ठीक पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) में कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका (Big blow) लगा है। कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा (resignation from primary membership) दे दिया है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, “आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ है। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है।” मिलिंद देवड़ा 2024 के लोकसभा चुनाव में मुंबई की दक्षिणी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उद्धव ठाकरे के शिवसेना (यूबीटी) भी इस सीट पर दावा ठोक रही है। कांग्रेस यह सीट ठाकरे गुट को देने पर सहमत भी है। इस बात से देवड़ा काफी नाराज थे। ऐसे में उन्होंने शिवसेना (शिंदे गुट) का दामन थामने की तैयारी में हैं। उन्हें इस सीट पर सहमति मिलने की भी संभावना है।
3. इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारा बड़ी चुनौती, नहीं बन रही सहमति, बिहार से बंगाल तक बना दबाव
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ बने इंडिया गठबंधन (india alliance) में सभी घटक दल अपनी तरफ से दबाव और प्रभाव जमाने की सियासत पर काम कर रहे हैं। पहले जदयू प्रमुख नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नाराजगी की अटकलें थीं, तो अब ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बैठक में नहीं आने पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सपा और शिवसेना उद्धव गुट का भी बैठक में न आना इंडिया गठबंधन में चल रही दबाव की रणनीति की ओर ही इशारा करता है। दरअसल, साथ लड़ना है इसपर सहमति पहले बन गई थी लेकिन साथ कैसे लड़ना है और कितनी सीटों पर लड़ना है, किसकी क्या भूमिका होगी, इन गुत्थियों को लेकर ही दांवपेंच जारी है। अब शनिवार की बैठक के बाद माना जा रहा है कि शायद नेताओं की भूमिका का मुद्दा भी लगभग सुलझ गया है। अब ज्यादा पेंच सीटों को लेकर है और सभी अपने-अपने हिसाब से दबाव इसलिए बना रहे हैं कि उनकी हिस्सेदारी अधिक हो।
4. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 55 देशों के नेताओं को न्योता, राजदूत भी बनेंगे कार्यक्रम का हिस्सा
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा (Consecration of Ram temple on January 22 in Ayodhya) होनी है। इसी ऐतिहासिक दिन को नवनिर्मित मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, सियासत से लेकर खेल और अध्यात्म से जुड़ी तमाम हस्तियों को भी कार्यक्रम में आने का न्योता मिला है। वहीं, 55 देशों के करीब 100 प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है। विश्व हिंदू फाउंडेशन के संस्थापक एवं वैश्विक अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानंद का कहना है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राजदूतों और सांसदों सहित 55 देशों के लगभग 100 प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है।
5. RSS से जुड़े संगठन का दावा, देश के अधिकांश मुस्लिम अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में
आरएसएस से जुड़े संगठन (RSS affiliated organization) मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) (Muslim Rashtriya Manch (MRM) ने दावा किया है कि देश के अधिकांश मुसलमानों (most muslims) का मानना है कि भगवान राम सभी (Lord Ram belongs to everyone) के हैं और उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में अपनी राय दी। गुजरात के एक धर्मार्थ ट्रस्ट के सहयोग से किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्ष का हवाला देते हुए एमआरएम ने यह भी दावा किया कि मुस्लिम समाज के बहुत से सदस्य चाहते हैं कि ‘तथाकथित’ उलेमा, मौलाना और विपक्षी नेता, जो इस्लाम के नाम पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, उनका पूर्ण बहिष्कार किया जाना चाहिए। आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के नेतृत्व वाले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने सर्वेक्षण रिपोर्ट के हवाले से कहा कि देश के 74 फीसदी मुसलमान अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से खुश हैं। एमआरएम ने अपने बयान में कहा कि सर्वेक्षण में 74 फीसदी मुसलमानों ने राम मंदिर के पक्ष में और 72 फीसदी मुसलमानों ने मोदी सरकार के पक्ष में खुलकर अपनी राय दी। बयान में कहा गया है कि 26 फीसदी मुसलमानों ने मोदी सरकार पर कोई भरोसा नहीं जताया और ‘धार्मिक कट्टरता’ की बात कही। इन लोगों ने माना कि राम आस्था का विषय हैं लेकिन उन्हें नहीं लगता कि वे कभी राम मंदिर जाएंगे और न ही उन्हें मोदी सरकार पर भरोसा है।
6. उद्धव ठाकरे की मांग, बोले- पीएम मोदी नहीं, राष्ट्रपति करें अयोध्या में रामलला की प्राणप्रतिष्ठा
शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शनिवार को मांग की कि अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण-प्रतिष्ठा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) करें, क्योंकि यह राष्ट्र के गौरव और देश के स्वाभिमान का मामला है। ठाकरे ने कहा कि वह मुर्मू को नासिक स्थित कालाराम मंदिर का दर्शन करने के लिए आमंत्रित करेंगे। अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन ठाकरे कालाराम मंदिर का दर्शन करेंगे। ठाकरे ने पहले घोषणा की थी कि वह 22 जनवरी को अपनी पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ नासिक स्थित प्रतिष्ठित कालाराम मंदिर जाएंगे और गोदावरी नदी के तट परमहा आरती करेंगे। इसके एक दिन बाद यानी 23 जनवरी को नासिक में पदाधिकारियों के एक सम्मेलन का भी आयोजन होगा, जहां ठाकरे एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बहुजन समाज पार्टी (BSP) से निलंबित हुए लोकसभा सांसद दानिश अली (Danish Ali) की कांग्रेस से नजदीकियां काफी बढ़ रही हैं. इस कड़ी में दानिश अली रविवार (14 जनवरी) को मणिपुर (Manipur) में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने पहुंचे. लोकसभा सांसद दानिश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कई पोस्ट भी साझा की हैं. एक पोस्ट में उन्होंने राहुल गांधी के साथ की दो तस्वीरें शेयर की हैं, जोकि उस वक्त की हैं, जब संसद में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने उनको लेकर अवांछित टिप्पणियां की थीं. इस पर खूब सियासी बवाल मचा था. इस घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी उनके सरकारी आवास पर दानिश अली से मिलने पहुंचे थे. सोशल मीडिया पोस्ट की सीरीज में राहुल गांधी के साथ फोटो शेयर करते हुए दानिश अली ने कहा, ”आज मैंने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने का निर्णय लिया है. यह मेरे लिए बेहद ही खास और अहम पल हैं. मैंने काफी आत्ममंथन के बाद ही यह फैसला लिया है और आखिर में इस नतीजे पर पहुंचा हूं. उन्होंने कहा कि आज देश में जो मौजूदा हालात और माहौल बना है, उसमें मेरे पास दो विकल्प थे.
8. यूपी के 2000 से अधिक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर अयोध्या जाएंगे
यूपी के 2000 से अधिक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता (More than 2000 Congress Leaders and Workers of UP) 15 जनवरी को (On January 15) मकर संक्रांति पर (On Makar Sankranti) अयोध्या जाएंगे (Will Go to Ayodhya) । कांग्रेस द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से अनुपस्थित रहने की घोषणा के साथ, यूपी कांग्रेस ने अब सोमवार की पवित्र शहर की अपनी यात्रा का पैमाना बढ़ा दिया है। पार्टी ने पहले घोषणा की थी कि यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे और यूपीसीसी अध्यक्ष अजय राय लगभग 100 पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह के साथ अयोध्या में पूजा करेंगे। पार्टी ने अब कहा है कि 2000 से अधिक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर अयोध्या जाएंगे। इन नेताओं में उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, यूपी कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और फैजाबाद के पूर्व सांसद निर्मल खत्री, पूर्व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी.एल. पुनिया और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
9. मिलिंद देवड़ा से पहले सिंधिया समेत इन 7 बड़े नेताओं ने कांग्रेस को दिया था तगड़ा झटका
कांग्रेस (Congress) को रविवार को बड़ा झटका लगा। उसके युवा नेताओं में से एक मिलिंद देवड़ा (milind deora) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा (Former Union Minister Murli Deora) के बेटे मिलिंद के इस्तीफा देने के साथ ही उनके परिवार का कांग्रेस से 55 साल का रिश्ता भी टूट गया। मिलिंद अब शिंदे गुट की शिवसेना (Shinde faction’s Shiv Sena) में शामिल हो गए हैं। मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कहा कि वे विकास के पथ पर चल रहे हैं। उन्होंने एक्स पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता भी खत्म हो गया है। मिलिंद देवड़ा के इस्तीफा देने से हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हार का सामने करने वाली कांग्रेस को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के ठीक पहले तगड़ा झटका लगा है। मिलिंद देवड़ा से पहले भी कई नेताओं का कांग्रेस से मोह भंग हुआ है।
10. IND Vs AFG: इंदौर में रोहित शर्मा ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने रविवार को अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले के लिए मैदान पर उतरते ही एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है. इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम (Holkar Cricket Stadium, Indore) में टॉस के लिए आते ही रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 150 मैच खेलने वाले पहले पुरुष क्रिकेट बन गए. गौरतलब है कि रोहित के नाम पहले से ही सर्वाधिक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का रिकॉर्ड है यानि कि पुरुष क्रिकेट में उनसे ज्यादा टी20I मैच खेलने वाले कोई खिलाड़ी नहीं है. अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में रोहित ने रविवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया. भारतीय कप्तान ने बताया कि मेजबान टीम की प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव किए गए हैं. स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) और युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की वापसी हुई है और शुभमन गिल (Shubman Gill) और तिलक वर्मा (Tilak Varma) को बाहर रखा गया है. दूसरी तरफ अफगानिस्तान टीम में एक बदलाव है- रहमत शाह (Rahmat Shah) की जगह पर नूर अहमद (Noor Ahmed) को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है.
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