1. मिशन 2024 : इंडिया गठबंधन में मायावती को शामिल करने अखिलेश ने मांग
INDIA गठबंधन (INDIA alliance) में सीट बंटवारे को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है। गठबंधन में शामिल सभी पार्टियां सीट शेयरिंग को लेकर एक दूसरे से बात कर रही हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पार्टी के एक विधायक को मीटिंग में टोकते हुए कहा कि मायावती बहुत वरिष्ठ हैं और उम्र में काफी बड़ी हैं। उनका नाम सम्मान से लिया जाना चाहिए। अखिलेश ने यह बात तब कही जब पार्टी मुख्यालय में चल रही बैठक में एक विधायक ने उनके सामने बसपा सुप्रीमाे मायावती का नाम लेते हुए कुछ कहना चाहा। अखिलेश ने उन्हें तुरंत टोका और कहा कि वह बहुत सीनियर नेता हैं। उम्र में भी बड़ी हैं। उनका नाम हमेशा सम्मान से लिया जाना चाहिए। इस बैठक में स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों को लेकर भी कुछ विधायकों ने एतराज जताया। इस पर अखिलेश ने कहा कि आगे से ऐसा नहीं होगा।
2. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मुश्किल में फंसी, मणिपुर सरकार ने डाला अड़ंगा
भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद कांग्रेस पार्टी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) करने का फैसला किया है, जो कि मणिपुर से शुरू होगी और मुंबई में खत्म होगी. हालांकि इस यात्रा के शुरू होने से पहले ही कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, मणिपुर के जिस ग्राउंड से यात्रा शुरू होनी है, उसके लिए मणिपुर सरकार ने मंजूरी देने से मना कर दिया है. यह यात्रा 14 जनवरी से शुरू होने वाली है. लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिलने से यात्रा पर खतरा मंडरा रहा है. वहीं मणिपुर सरकार के फैसले पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘यह राजनीतिक प्रयास नहीं है और यात्रा का राजनीतिकरण ना करें. मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक के मेघचंद्र ने यात्रा की मंजूरी के लिए पार्टी नेताओं की एक टीम के साथ, बुधवार सुबह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि मुलाकात के दौरान सीएम ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया. के मेघचंद्र ने कहा, ‘सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार यात्रा की अनुमति नहीं दे सकती है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा (BJP Minority Front) को चादर सौंपने वाले हैं, जिसे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाया जाएगा. पीएम मोदी गुरुवार (11 जनवरी) दोपहर 12.30 बजे इस चादर को बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा को सौंपने वाले हैं. पीएम मोदी हर साल अजमेर शरीफ दरगाह पर उर्स के मौके पर चादर भेंट करते हैं. हर साल की तरह इस साल भी उनकी भेंट की गई चादर को दरगाह पर चढ़ाया जाएगा. पीएम पद संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने अब तक 9 बार अजमेर शरीफ दरगाह को चादर भेंट की है. इस तरह वह गुरुवार को 10वीं बार ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर भेंट करने वाले हैं. पिछले साल 811वें उर्स के मौके पर उन्होंने अजमेर शरीफ दरगाह को चादर भेंट की थी. पीएम ने इसकी तस्वीर भी शेयर की थी, जिसमें उनके साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री स्मृति ईरानी और बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी मौजूद थे.
4. 25 बरस में भारत को विकसित देश बनाने का PM मोदी का टारगेट, गुजरात ग्लोबल समिट में बोले- हम…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार (10 जनवरी) को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (Gujarat Global Summit) को संबोधित करते हुए सभी को नए साल की बधाई दी. पीएम ने अगले 25 साल में भारत को विकसित देश बनाने का टारगेट रखा है. उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए हैं. अब भारत अगले 25 सालों की तैयारी कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मकसद है कि भारत को उसकी आजादी के 100 साल पूरा होने तक एक विकसित देश बनाया जाए. पीएम मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात समिट आर्थिक विकास और निवेश के लिए ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गया है. भारत और यूएई ने फूड पार्क के विकास, नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग और हेल्थकेयर में निवेश के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने बताया कि भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे के लिए यूएई की कंपनियां अरबों डॉलर के निवेश पर सहमत हुई हैं. भारत और यूएई अपने रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं.
आगामी 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Consecration ceremony in Ayodhya Ram temple) की तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में देश दुनिया से विशिष्ट अतिथि भी शिरकत करेंगे. वहीं, आम लोगों को रामलला के दर्शन कराने के लिए बीजेपी की ओर से ‘अयोध्या दर्शन प्लान’ तैयार किया गया है. इस योजना के अंतर्गत देश भर से करोड़ों श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन करवाएं जाऐंगे. इसे लेकर बीजेपी ने ‘अयोध्या दर्शन कमेटी’ का गठन भी किया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक अयोध्या राम मंदिर दर्शन कराने को बीजेपी की अहम मीटिंग आयोजित की गई. इस मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष समेत 95 सदस्य उपस्थित रहे. इस दौरान यूपी के विधान परिषद सदस्य (MLC) मानवेन्द्र सिंह कमेटी की अध्यक्षता में अयोध्या दर्शन कमेटी बनाई गई है, जोकि श्रद्धालुओं को राम मंदिर के दर्शन कराने की पूरी व्यवस्था करेगी.
6. राम मंदिर में दिखेगी एटा की पहचान, रामलला को तोहफे में दिया 24 किलो का घंटा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya of Uttar Pradesh) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसके लेकर देशभर में उल्लास है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस भव्य मंदिर में जहां सोने के दरवाजे लगाए जा रहे हैं, वहीं अब 2400 किलो वजन का घंटा चर्चा में है। इस खास घंटे को एटा के जलेसरवासियों की तरफ से बुधवार को राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा गया। ऐसे में श्रीराम के भव्य मंदिर में उत्तर प्रदेश के एटा की पहचान भी दिखेगी। घंटा अष्टधातु का है। दावा किया जा रहा है कि एक ही ढलाई में बने इस घंटे की आवाज दस किलोमीटर तक जाएगी। इसके साथ ही 51 किलो के सात और घंटे भी सौंपे गए। पांच सौ रामभक्तों के साथ आदित्य मित्तल, मनोज, रिशांक, प्रशांत मित्तल आदि अयोध्या पहुंचे। इन लोगों ने कारसेवकपुरम पहुंचकर मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय, विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश चंद्र, राजेंद्र सिंह पंकज आदि को सभी घंटे मंदिर के निमित्त सौंपे। अष्टधातु से निर्मित घंटा में पीतल, कांस्य, तांबा, एल्युमिनियम, लोहा, स्वर्ण, चांदी और जस्ता शामिल हैं। एक निश्चित मात्रा में इन अष्टधातुओं का इस्तेमाल किया गया है। 2400 किलो का घंटा बनने में 21 दिन लगे। पीतल पिघलाकर सांचे में डालने का काम एक दिन में हुआ। इसकी लागत 25 लाख रुपये बताई जा रही है। ये घंटा भगवान रामलला को तोहफे के तौर पर दिया गया है।
7. कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकराया, सोनिया और खरगे अयोध्या नहीं जाएंगे
कांग्रेस पार्टी (congress party) ने 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया है। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अयोध्या नहीं जाएंगे। पिछले महीने राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला था। इस संबंध में कांग्रेस पार्टी की ओर से एक वक्तव्य जारी किया गया है। इस वक्तव्य में यह कहा गया है कि बीजेपी और आरएसएस ने वर्षों से अयोद्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है। एक अर्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है।
8. 4 वर्ष में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा, निर्मला सीतारमण का ऐलान
देश के अंतरिम बजट (interim budget) में 20 दिन भी मुश्किल से समय बचा है. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) आम चुनाव से पहले देश की जनता को सौगात देने की तैयारी में जुटी हुई हैं. ऐसे में उन्होंने एक ऐसा बयान या यूं कहें कि ऐलान कर दिया है. जिससे जापान के साथ-साथ चीन भी खौफ में आ सकता है. ये बात किसी से छिपी नहीं कि दुनिया की बड़ी इकोनॉमीज में भारत की जीडीपी (India’s GDP) की रफ्तार सबसे तेज है. आने वाले दो से तीन सालों में यही स्थिति बनी रह सकती है. इसी को देखते हुए निर्मला सीतारमण ने वाइब्रेंट गुजरात के समारोह (Celebrations of Vibrant Gujarat) से कहा है कि आने वाले चार वित्त वर्ष में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इसका मतलब है कि मौजूदा दशक के खत्म होने से पहले भारत की इकोनॉमी सिर्फ यूएस और चीन से ही नीचे होगी. यानी हम जापान और जर्मनी तक को पीछे कर देंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि भारत वित्त वर्ष 2027-28 तक पांच लाख करोड़ डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. इसके साथ ही सीतारमण ने कहा कि रुढ़िवादी अनुमानों के हिसाब से भी भारतीय इकोनॉमी का साइज वर्ष 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा. सीतारमण ने यहां आयोजित वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि संभव है कि हम वित्त वर्ष 2027-28 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे और हमारी जीडीपी उस समय तक पांच लाख करोड़ डॉलर से अधिक हो जाएगी. एक रुढ़िवादी अनुमान है कि वर्ष 2047 तक हमारी अर्थव्यवस्था कम-से-कम 30 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगी.
9. उद्धव गुट की याचिका खारिज, एकनाथ शिंदे बने रहेंगे महाराष्ट्र के CM
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर (Maharashtra Vidhan Sabha Speaker Rahul Narvekar) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) और उनके गुट के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता मामले में फैसला (decision in disqualification case) सुनाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और उद्धव ठाकरे भी पार्टी नियमों के तहत ही पार्टी के नेता बने थे. इसके साथ ही स्पीकर ने यह भी कहा था कि ‘एकनाथ शिंदे को हटाने का अधिकार उद्धव को नहीं है. बता दें कि, करीब 18 महीने पहले शिंदे समेत 39 विधायकों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसकी वजह से 57 साल पुरानी पार्टी शिवसेना में विभाजन हो गया था और महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. इस घटना के बाद दोनों गुटों ने एक-दूसरे के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए याचिकाएं दायर की थीं. स्पीकर ने शिव सेना संविधान में नेतृत्व ढांचे की बात जोर देकर कही. उन्होंने कहा कि, असली पार्टी का फैसला निर्वाचन आयोग कर चुका है. 2018 का लीडरशिप स्ट्रक्चर ही विश्वस्त है. उसमें पक्ष प्रमुख यानी पार्टी अध्यक्ष की व्याख्या की गई है. हमने भी उसे ही मान्यता दी है. वही उच्चतम पद है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 19 सदस्य होंगे. 14 चुने जाएंगे पांच मनोनीत होते हैं. शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले में फैसला सुनाते हुए राहुल नार्वेकर ने सुप्रीम कोर्ट का भी उल्लेख करते हुए आभार जताया. स्टाफ और वकीलों का भी आभार और धन्यवाद किया.
10. Mission 2024: टिकट काटने के लिए बीजेपी ने बनाया बड़ा प्लान, जल्द हो सकता है उम्मीदवारों का ऐलान
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए कमर कस चुकी है. केंद्र की सत्ता में हैट्रिक (Hat-trick in power at the Center) लगाने के लिए पार्टी जोर शोर से जुटी है. जेपी नड्डा के नेतृत्व वाली पार्टी चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी. बीजेपी की पहली सूची जनवरी के अंत या फरवरी के पहले हफ्ते में जारी हो सकती है. पहली लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का नाम हो सकता है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने अपनी पहली ही सूची में पीएम मोदी और अमित शाह की सीटों का नाम का ऐलान किया था. पार्टी ने टिकट बंटवारे का भी प्लान तैयार कर लिया है. बीजेपी इस बार 70 वर्ष से अधिक उम्र और तीन बार से अधिक बार जीते लोकसभा सांसदों को टिकट न देने का मन बना रही है. पार्टी की कोशिश है कि नए चेहरों पर दांव लगाया जाए. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने का लक्ष्य दे चुके हैं. बीजेपी अपने इतिहास में इस बार सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 543 में से 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इनमें 133 सीटों पर वो चुनाव हार गई थी. पिछली बार की तुलना में इस बार उसके सहयोगी दलों की संख्या कम हो गई है.
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