1. चुनाव नतीजों के बाद पांच राज्यों में आदर्श आचार संहिता समाप्त, EC ने जारी किया आदेश
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in five states) संपन्न हो चुके हैं। चार राज्यों छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और राजस्थान (Four states Chhattisgarh, Telangana, Madhya Pradesh and Rajasthan) में नतीजे रविवार को तो मिजोरम में सोमवार को नतीजे घोषित हो गए। नतीजों के बाद अब चुनावी राज्यों में सरकार (Government in electoral states) बनाने के लिए गहमागहमी शुरू हो गई है। इस बीच, चुनाव आयोग (election Commission) ने भी इन राज्यों से मॉडल कोड के प्रावधानों को हटाने की घोषणा कर दी है। इस बाबत आयोग ने इन राज्यों के कैबिनेट सचिव और मुख्य सचिव को पत्र द्वारा निर्देशित भी कर दिया है। चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा कि विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में लागू आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों को हटा लिया गया है। कैबिनेट सचिव और मुख्य सचिव को संबोधित पत्र में आयोग ने यह भी कहा कि चूंकि सभी पांच राज्यों के साथ-साथ नगालैंड में तापी विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। ऐसे में अब आदर्श आचार संहिता के प्रावधान तत्काल प्रभाव से निष्क्रिय किए जाते हैं।
बड़ी खबर बिहार के वैशाली जिला (Vaishali district of Bihar) से है, जहां जमीनी विवाद को लेकर दो गुटों के बीच ऐसा विवाद हुआ कि एक पक्ष के लोग दूसरे के खून के प्यासे हो गए. हिंसक झड़प के बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया. जमीन के मामूली विवाद में झगड़ा इतना आगे बढ़ गया कि देखते ही देखते एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के 5 लोगों को ट्रैक्टर से रौंद दिया, जिसकी पूरी तस्वीरे कैमरे में कैद हो गई. दरअसल यह वरदात रुस्तमपुर थाना क्षेत्र के कर्मोपुर की है जहां एक खेत के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा था. विवाद के दौरान कहासुनी हो गई और देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि खेत जंग का मैदान बन गया. दोनों तरफ से दर्जनों लोग लाठी डंडे के साथ एक दूसरे से भिड़ गए और दोनों तरफ से मारपीट करते लोगों के बीच एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ट्रैक्टर दौड़ा दिया. ट्रैक्टर ने पांच लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. पुलिस ने इस मामले में दोनो पक्षों की लिखित शिकायत पर अलग-अलग FIR दर्ज कर लिया है और दोनों पक्षों से एक एक शख्स को हिरासत में ले लिया है.
3. PM मोदी की ये 28 योजनाएं और अभियान, जो BJP के लिए गेमचेंजर तो कांग्रेस के लिए बना राहु ‘काल’
देश के राजनीतिक गलियारे में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की जीत (BJP’s victory in Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Rajasthan) के मायने और कांग्रेस की हार का कारण खोजा जा रहा है. चौक-चौराहों से लेकर गली-मुहल्लों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के बढ़ते लोकप्रियता के ग्राफ की चर्चा हो रही है. वहीं, देश में पैदल यात्रा और मेहनत करने के बाद भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के गिरते ग्राफ पर चर्चा हो रही है. बता दें कि बीजेपी की इस जीत को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ कर देखा जा रहा है. आंकड़ें गवाही दे रहे हैं कि बीजेपी की प्रचंड जीत में महिलाओं की भागीदारी का योगदान सबसे ज्यादा है. ऐसे में आज जानेंगे कि महिलाओं को लेकर मोदी सरकार की वे योजनाएं हैं, जो कांग्रेस ही नहीं दूसरे पार्टियों के लिए भी साल 2024 के लोकसभा चुनाव में काल बन सकता है. अगर पिछले कुछ सालों के चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो बीजेपी लगातार कांग्रेस को पटखनी दे रही है. राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में कांग्रेस सरकारों की लोकलुभावन और कल्याणकारी योजनाओं के बावजूद पार्टी की हार हुई है. इस हार के पीछे महिला वोटरों का बीजेपी के प्रति रुझान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मोदी सरकार की महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई 25 से भी अधिक योजनाएं राज्य सरकारों की महिलाओं को लेकर बनाई गई योजनाएं भारी पड़ गया. ऐसे में जानते हैं कि मोदी सरकार की महिलाओं को लेकर वे सारी योजनाएं जो आने वाले चुनावों में भी गेमचेंजर साबित होगा.
4. MP Election: मैं सीएम पद का दावेदार ना था और ना हूं, शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विधानसभा चुनाव में बीजेपी (Bjp) ने बड़ी जीत दर्ज की है. अब राज्य (State) में मुख्यमंत्री (Chief Minister) के चेहरे को लेकर मंथन चल रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं था और ना हूं. सीएम शिवराज ने कहा कि मैं एक कार्यकर्ता हूं. इस नाते से बीजेपी मुझे जो भी काम देगी, मैं वह काम बहुत ईमानदारी से करूंगा. एमपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 सीटों में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर सीमित हो गई. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में सीएम शिवराज ने कहा, ”मोदी जी हमारे नेता हैं. उनके साथ काम करना सौभाग्य की बात है.बहुत सौभाग्य की बात है कि मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं. मैं जनता का हृदय से अभारी हूं. मुझमें जितना सामर्थ था, उतना मैंने काम किया.”
बीजेपी (BJP) ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि हिंदी हार्टलैंड के लोगों के बीच उसकी पकड़ कितनी मजबूत है. रविवार (3 दिसंबर) को आए चुनावी नतीजों में बीजेपी को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बंपर सीटें मिली हैं. इन चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं, अब डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) ने बताया है कि आखिर चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस (Congress) को क्या करने की जरूरत है. दरअसल, हिंदी हार्टलैंड में जिस तरह की बीजेपी ने जीत हासिल की है. उसे देखकर ऐसा लगने लगा है कि छह महीने बाद जब 2024 में लोकसभा चुनाव होंगे, तो बीजेपी के लिए उसे जीतना ज्यादा मुश्किल नहीं होने वाला है. भले ही दक्षिण में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. मगर उत्तर भारत में उसकी पकड़ बेहद ही मजबूत है. वहीं, अब कांग्रेस भले ही दक्षिण के दो राज्यों में सरकार में है, मगर बिना उत्तर भारत में जीत के वह 2024 में कोई बड़ा बड़ा कमाल नहीं कर सकती है.
6. करणी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर टी राजा सिंह बोले- योगी स्टाइल में हो इंसाफ
राजपूत करणी सेना (Rajput Karni Sena) के के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) पर बीजेपी नेता टी राजा सिंह (T Raja Singh) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जिसने भी सुखदेव की हत्या की हो, उसे उसी की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस को जांच करनी चाहिए कि हत्या के पीछे PFI और ISI की साजिश तो नहीं है. राजा सिंह ने कहा, “अभी-अभी दुखद समाचार मिला है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जो कि राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष थे. किसी ने उनके घर में घुसकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. क्या यह पीएफआई की साजिश है या आईएसआई की साजिश.” उन्होंने कहा कि सुख देव सिंह का एक ही लक्ष्य था कि गौहत्या पर प्रतिबंध हो. वह एक अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ने वाले व्यक्ति थे. इस दौरान बीजेपी नेता ने कहा, “मेरी भाषा में गोली का जवाब, गोली से ही देना जाना चाहिए. अगर राजस्थान में कानून व्यवस्था को कंट्रोल करना है, तो वहां योगी के स्टाइल में काम करना चाहिए.”
तेलंगाना (Telangana) में सीएम (CM) का नाम फाइनल कर दिया गया है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) तेलंगाना के सीएम होंगे। गौरतलब है कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना में कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष भी हैं और चुनाव जीतने के बाद से वह आलाकमान की पहली पसंद बने हुए थे। जब कांग्रेस ने तेलंगाना में जीत हासिल की, उसी वक्त से ये चर्चा शुरू हो गई थी कि रेड्डी को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। रेवंत रेड्डी तेलंगाना के सीएम बनेंगे और वो 7 दिसंबर को शपथ ले सकते हैं। तेलंगाना में कांग्रेस को जो जीत हासिल हुई, उसमें तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने अहम भूमिका निभाई। शायद यही वजह है कि सीएम पद के लिए वह पार्टी की पसंद बने। गौरतलब है कि तेलंगाना में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। कर्नाटक (Karnataka) के बाद तेलंगाना दक्षिण का दूसरा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार बनेगी।
8. मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहेंगे कमलनाथ, इस्तीफे की अटकलों पर लगा विराम
चार राज्यों की मतगणना (Counting of votes in four states) के बाद देश का सियासी माहौल ही बदल गया है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Madhya Pradesh) में कांग्रेस की करारी हार हुई है. इसके बाद हार के कारणों का पता लगाने के लिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने समीक्षा बैठक बुलाई (Kamal Nath called a review meeting) थी. कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ (Kamal Nath) एमपी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. 130 सीट जीतने का दावा करने वाली कांग्रेस 66 सीटों पर सिमट कर रह गई. इसके बाद हार के कारणों का पता लगाने के लिए पूर्व सीएम कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने समीक्षा बैठक बुलाई थी. कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ एमपी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पार्टी की इस हार की वजह खोजने के लिए जुटी कांग्रेस ने आज भोपाल में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में समीक्षा बैठक बुलाई गई.
9. लालू यादव ने किया INDIA गठबंधन की मीटिंग की नई तारीख का ऐलान, अब इस दिन होगी बैठक
पांच राज्यों में हुए चुनावों के नतीजों (Results of elections held in five states) में कांग्रेस को करारा झटका मिला है. इस झटके का खामियाजा अब नया बना INDIA गठबंधन (INDIA ALLIANCE) भी भुगत रहा है. दरअसल INDIA गठबंधन की बैठक पहले 6 दिसंबर को तय की गई थी. लेकिन नतीजे सामने आने के बाद सोमवार को सबसे पहले टीएमसी ने इस बैठक से किनारा किया. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी (Trinamool Congress chief Mamata Banerjee) ने कहा, हमें ऐसी किसी भी बैठक की जानकारी नहीं है. इसके बाद मंगलवार को राजद प्रमुख लालू यादव (RJD chief Lalu Yadav) ने एक नई तारीख का ऐलान कर दिया. लालू यादव के मुताबिक INDIA गठबंधन की अगली बैठक दिल्ली में 17 दिसंबर को होगी. इस बैठक से पहले कुछ दल कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. बीते दिन ही ममता बनर्जी ने किसी भी बैठक की जानकारी होने से मना किया था तो आज समाजवादी पार्टी ने इस बैठक में खराब समन्वय के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. सपा पहले से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन न होने को लेकर खफा है. ऐसे में आज सपा नेता राजीव राय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने सारे सहयोगी दलों से बात कर मीटिंग तय नहीं की होगी. अच्छा होता की बात करके मीटिंग तय की गई होती.
जयपुर (Jaipur) में अज्ञात मंगलवार को हमलावरों ने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President of Rashtriya Rajput Karni Sena) सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) पर गोलियां चला दीं. पुलिस के अनुसार गोगामेड़ी की बाद में अस्पताल में मौत हो गई. जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ (Jaipur Police Commissioner Biju George Joseph) ने कहा कि मंगलवार दोपहर को श्यामनगर इलाके में हुई इस गोलीबारी में एक हमलावर की भी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि गोगामेड़ी के घर के बाहर से एक व्यक्ति की स्कूटी छीनकर फरार हुए दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनमें से एक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जबकि अन्य को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं. हमलावरों को पकड़ने के लिए पूरे जयपुर में नाकेबंदी कर दी गई है. वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तलब किया है. पुलिस आयुक्त ने वारदात के संबंध में संवाददाताओं से कहा, “तीन लोग गोगामेड़ी के आवास पर गए और उन्होंने उनके सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे गोगामेड़ी से मिलना चाहते हैं. सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर ले गए जहां उन्होंने गोगामेड़ी से दस मिनट तक बातचीत की. इसके बाद, उन्होंने उन पर गोलियां चला दीं.” जोसेफ ने कहा कि गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मियों को भी गोली लगी, जबकि तीन आरोपियों में से एक नवीन सिंह शेखावत की भी गोलीबारी में मौत हो गई. उनके मुताबिक घटना के बाद दो हमलावर घर से बाहर निकले और एक व्यक्ति से स्कूटी छीनकर फरार हो गए.
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