1. पड़ोसी देशों से एक लाख करोड़ के FDI प्रस्ताव, केंद्र सरकार ने दी 50 हजार करोड़ के निवेश को मंजूरी
भारत India) के साथ लगने वाली सीमा वाले देशों से अप्रैल, 2020 से अब तक लगभग एक लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रस्ताव भारत को मिले हैं। इनमें से करीब 50,000 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई है। बाकी निवेश प्रस्ताव या तो लंबित हैं या उन्हें वापस ले लिया गया है या अस्वीकार कर दिया गया है। इन पड़ोसी देशों से आए निवेश प्रस्ताव सुरक्षा एजेंसियों और कुछ मंत्रालयों के पास लंबित हैं। भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों में चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, म्यांमार और अफगानिस्तान हैं। सरकार ने कोरोना के बाद घरेलू कंपनियों के अधिग्रहण को रोकने के लिए अप्रैल, 2020 में भारत के साथ इन देशों से विदेशी निवेश के लिए पूर्व-मंजूरी को जरूरी कर दिया था। अप्रैल, 2020 से सितंबर, 2023 तक चीन से 2.5 अरब डॉलर का एफडीआई आया है। जिन क्षेत्रों के लिए ये आवेदन आए थे, उनमें भारी मशीनरी, ऑटोमोबाइल, ऑटो कलपुर्जों का विनिर्माण शामिल था। साथ ही, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, लाइट इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल का व्यापार, ई-कॉमर्स और विनिर्माण के लिए भी प्रस्ताव आए थे।
2. PM मोदी ने चक्रवाती तूफान मिचौंग को लेकर किया आगाह, बोले- हमारे लिए पार्टी से बड़ा देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly elections of three states) में प्रचंड जीत के बाद अपने संबोधन में देशवासियों को चक्रवाती तूफान मिचौंग को लेकर देशवासियों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि वह लगातार राज्य सरकारों के संपर्क में हैं और पूर्वी तट पर राहत और बचाव कार्यों के बारे में अपडेट ले रहे हैं। पीएम मोदी ने साथ ही तमिलनाडु, पुडुचेरी और ओडिशा के साथ ही आंध्र प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय प्रशासन की मदद करें। भाजपा मुख्यालय में दिए अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि इस उत्साह और जोश के माहौल के बीच चक्रवाती तूफान का खतरा भी बन रहा है। यही वजह है कि इस जश्न के मौके पर मैं अपने देशवासियों को सलाह देता हूं कि वह चक्रवाती तूफान मिचौंग को लेकर सतर्क रहें। केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकारों के संपर्क में है और उन्हें हरसंभव मदद दे रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता के यही मूल्य हैं। हमारे लिए पार्टी से बड़ा देश है और देशवासी हर चीज से बड़े हैं।
कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव (karnataka assembly elections) में पार्टी की सफलता का बड़ा श्रेय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Former National President Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को दिया था. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी, उनमें से 15 में कांग्रेस को जीत हासिल हुई. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को आए. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कई दिनों तक मध्य प्रदेश में रही थी, लेकिन इसका चुनावी असर ज्यादा नहीं हुआ. परिणाम के लिहाज से देखें तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में जिन क्षेत्रों से गुजरी, वहां पार्टी को नुकसान ही हुआ. यात्रा मार्ग की बहुत सी सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. कुछ सीटें तो कांग्रेस का मजबूत गढ़ मानी जाती थीं, लेकिन सब पर हार मिली. राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस ने पिछले साल सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी. करीब 4 हजार किलोमीटर की पदयात्रा का इस साल 30 जनवरी को श्रीनगर में समापन हुआ था. यह यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर-मालवा जिले से होकर गुजरी थी.
4. ‘बदमाश अब ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे…’ राजस्थान में CM पद के दावेदार बाबा बालकनाथ का दावा
राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan assembly elections) में कांग्रेस की हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने रविवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब राजस्थान में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार का गठन होगा और सरकार कौन चलाएगा यानी मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. इस तिजारा विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले बाबा बालकनाथ का नाम भी चल रहा है. कन्हैया लाल की हत्या के सवाल पर बाबा बालकनाथ ने कहा कि इस मामले में हम बिल्कुल न्याय तक पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ है. उन्होंने कहा कि गैंग्स्टर बदमाश अब देखिएगा ढूंढते भी नहीं मिलेंगे और जनता के साथ न्याय होगा.क्या आप मुख्यमंत्री बनेंगे तो इस सवाल पर बाबा बालकनाथ ने कहा कि ये मेरा विषय नहीं है. मेरा काम चुनाव जीतकर देना था और अब आगे सेवा करेंगे.
5. कैलाश विजयवर्गीय ने PM मोदी को दिया MP में जीत का एकल श्रेय, बोले- ‘लाडली बहना योजना नहीं बल्कि…’
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने इंदौर (Indore) विधानसभा एक से न केवल जीत हासिल की, बल्कि बड़े अंतर से अपने प्रतिद्वंदी और कांग्रेस के उम्मीदवार संजय शुक्ला को हराया. अपनी जीत के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को दिया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व की वजह से हम मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित छत्तीसगढ़ में सरकार बना रहे हैं और जनता का आशीर्वाद मिल रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बड़े अंतर से जीती है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा योगदान है. इसके अलावा उन्होंने कहा “पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति लोगों में श्रद्धा है. पीएम मोदी के मन में एमपी और एमपी के मन में पीएम हैं. यह साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. इसके अलावा कुछ भी नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भी 400 सीट से ज्यादा जीतेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने जो कहा वो किया है. अब हम और भी मजबूत स्थिति में है और प्रदेश को विकास की ओर अग्रसर करेंगे.”
6. आप सांसद राघव चड्ढा की संसद सदस्यता बहाल, कहा- एक चिराग कई आंधियों पर भारी
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा (Aam Aadmi Party MP Raghav Chadha) का निलंबन आज समाप्त कर दिया गया है। इसके बाद आप सांसद राघव चड्ढा ने एक वीडियो जारी करके सभी का धन्यवाद किया। बता दें कि उनका निलंबन समाप्त करने को लेकर राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति की आज संसद में बैठक हुई। इस बैठक के दौरान दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने चड्ढा को सदन में लौटने की अनुमति दे दी। वहीं अपने धन्यवाद संबोधन करने वाले वीडियो में राघव चड्ढा ने कहा कि 115 दिनों तक मैं लोगों की आवाज संसद में नहीं रख सका। AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “11 अगस्त को मुझे राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। यानी कि भारत की संसद से निलंबित कर दिया गया था। मैं अपने निलंबन को रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट गया। न्याय के मंदिर में जाकर न्याय की गुहार लगानी पड़ी। मैने जो याचिका दायर की थी उस याचिका का माननीय सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया और उसमें हस्तक्षेप किया। उच्चतम न्यायलय के हस्तक्षेप के बाद अब 115 दिनों के बाद मेरा निलंबन रद्द कर दिया गया है। आज संसद के भीतर एक प्रस्ताव लाकर मेरे निलंबन को खत्म किया गया।
7. मणिपुर में फिर से फैली हिंसा की आग, 14 लोगों की मौत
मणिपुर (Manipur) से एक बार फिर हिंसा की खबर सामने आई है। यहां तेंगनौपाल जिले में हुए हिंसा के दौरान 14 लोगों की मौत हो गई। घटना सोमवार के दोपहर की बताई जा रही है। सुरक्षाबल के एक अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाबल को टेंग्नौपाल जिले के साइबोल के पास लीथू गांव में आतंकवादियों के दो समूहों के बीच गोलीबारी होने की खबर मिली थी। जैसे ही सुरक्षाबल लीथू गांव में पहुंची तभी उन्हें घटनास्थल से 14 लोगों के शव मिले। हांलाकि शवों के पास से कोई हथियार नहीं मिला। मृत लोगों की पहचान की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। सुरक्षाबल के अधिकारी ने बताया कि मृतक लीथु क्षेत्र के नहीं लगते हो सकता है कि वे किसी दूसरी जगह से आए हों जिसके बाद वे एक अलग समूह के साथ गोलीबारी में शामिल हो गए और उनकी जान चली गई। हांलाकि घटनास्थल पर पुलिस बल भी मौजूद है। बता दें कि मणिपुर में 3 मई से ही मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़पों से हिंसा भड़का हुआ है। इन झड़पों में कम से कम 182 लोग मारे गए और लगभग 50000 बेघर हो गए। रविवार को ही अधिकारियों ने सात महीने के बाद हिंसा प्रभावित राज्य में कुछ जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध हटा दिया था। पिछले सात महीनों में अधिकांश हिंसा, गोलीबारी, आगजनी और अपहरण हुए हैं। केंद्र और मणिपुर सरकार द्वारा राज्य के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फोर्स के साथ नई दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के चार दिन बाद निलंबन हटाया गया था।
8. INDIA गठबंधन को तगड़ा झटका, बैठक में शामिल नहीं होंगी ममता बनर्जी
हाल ही में चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव (assembly elections) में से तीन राज्यों में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाई है. बीजेपी की यह जीत विपक्षी INDIA गठबंधन (INDIA ALLIANCE) के लिए खतरे की घंटी है. ऐसे में विपक्षी इंडिया गठबंधन (opposition india alliance) की बुधवार को अहम बैठक होने जा रही है. लेकिन इस बैठक से पहले विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) इस बैठक में शामिल नहीं होंगी. इस मामले पर ममता बनर्जी का कहना है कि मुझे इंडिया गठबंधन की बैठक (India alliance meeting) के बारे में कोई जानकारी नहीं है. किसी ने मुझे इस बैठक के बारे में नहीं बताया और ना ही इस संबंध में मुझे कॉल कर सूचित किया गया. उत्तरी बंगाल में मेरा छह से सात दिन का कार्यक्रम है. मैंने अन्य योजनाएं भी बनाई हैं. अगर अब वे मुझे बैठक के लिए बुलाते हैं तो मैं अपनी योजनाएं कैसे बदल सकती हूं. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने भी इंडिया टुडे को बताया था कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि कांग्रेस ने छह दिसंबर को नई दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है.
9. पढ़ाई फ्री, 450 में सिलेंडर, 2700 रुपये गेहूं…बीजेपी को अब पूरी करनी होंगी ये गारंटी
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान (Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Rajasthan) में बीजेपी की सरकार बन गई (BJP government formed) है और तीनों ही जगह प्रचंड बहुमत से सरकार बनी (Government formed with overwhelming majority) है. मध्य प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा की 230 में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, छत्तीसगढ़ की 90 में से 54 और राजस्थान की 199 में से 115 सीटें जीत ली हैं. इन तीनों ही राज्यों में बड़ी जीत बीजेपी के लिहाज से काफी अहम है. इस जीत से ‘ब्रांड मोदी’ भी और मजबूत हुआ है, क्योंकि तीनों राज्यों में बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था. बहरहाल, इन तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकार बन तो गई है, लेकिन अब पार्टी के सामने वादे पूरे करने की बड़ी चुनौती है. ऐसे में जानते हैं कि बीजेपी ने चुनावों से पहले जनता से क्या-क्या वादे किए थे, जिन्हें अब उसे पूरा करना होगा.
10. मिजोरम में ZPM ने जीती 40 में से 27 सीटें, मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) को मिजोरम विधानसभा (Mizoram Assembly) की 40 में से 27 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत (clear majority) मिला। इसके अलावा मिजो नेशनल फ्रंट (Mizo National Front) को 10, भाजपा को भाजपा को दो और कांग्रेस को एक सीट मिली। भाजपा ने पलक और सैहा सीट अपने नाम की, जबकि कांग्रेस ने लांग्तलाई वेस्ट सीट (Langtlai West Seat) पर जीत हासिल की। जीत दर्ज करने वाले जेडपीएम के प्रमुख नेताओं में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा शामिल हैं। उन्होंने सेरछिप सीट पर मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के जे. माल्सावमजुआला वानचावंग को 2,982 वोटों से हराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस बड़ी जीत के लिए बधाई भी दी। इस बीच मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा (Mizoram Chief Minister Zoramthanga) ने सोमवार शाम को राज्यपाल हरी बाबू कंभमपति (Governor Hari Babu Kambhampati) से मुलाकात की। उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट की हार के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मुख्यमंत्री जोरमथंगा आइजोल ईस्ट-प्रथम सीट पर जेडपीएम उम्मीदवार लालथनसांगा से 2,101 मतों से हार गए। चुनाव में जिन दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा, उनमें उप मुख्यमंत्री और एमएनएफ उम्मीदवार तावंलुइया शामिल हैं। उन्हें तुइचांग में जेडपीएम उम्मीदवार ने हराया।
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