उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) टिहरी (Tehri) बॉर्डर पर 15 बजार फीट की ऊंचाई पर सहस्त्रताल (Sahastratal) ट्रैक में बड़ा हादसा हो गया है. इसमें अब तक करीब 9 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो सकती है. हादसे के बाद 13 लोगों को रेस्क्यू (rescue) कर लिया गया है. पांच शवों को पहुंचा दिया गया है, जबकि 4 शव पहुंचाए जाने बाकी हैं. मंगलवार शाम करीब 4 बजे उत्तरकाशी और टिहरी आपदा प्रबंधन केंद्र के फोन की घंटियां बजने लगीं और खबर मिली कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के रहने वाले 22 ट्रैकर रहने वाले हैं और सहस्त्रताल ट्रैक से लौटते वक्त कुफरी टॉप पर खराब मौसम की वजह से फंस गए हैं.
2. नए चेहरे-NDA को बड़ा हिस्सा… जानें इस बार कितनी अलग होगी मोदी कैबिनेट?
प्रधानमंत्री पद से नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के इस्तीफे देने के साथ ही 17वीं लोकसभा भंग हो गई है. अब तीसरी बार मोदी सरकार के गठन की कवायद शुरू हो गई. एनडीए ने भले ही 293 सीटों के साथ बहुमत का नंबर जुटा लिया हो, लेकिन बीजेपी 240 सीटों पर सिमट गई. इसका सियासी इफैक्ट यह है कि बीजेपी को अपने सहयोगी दलों को साथ लेकर चलने की मजबूरी होगी, क्योंकि मोदी सरकार 3.0 का सारा दरोमदार उन्हीं पर टिका हुआ है. ऐसे में मोदी कैबिनेट का स्वरूप इस बार 2014 और 2019 से अलग होगा. मोदी कैबिनेट में इस बार सहयोगी दलों की भागीदार बढ़ेगी तो नए चेहरों मंत्रिमंडल में नजर आएंगे. प्रधानमंत्री आवास पर बुधवार को हुई मीटिंग में नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया. टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए थे. माना जा रहा है एनडीए की सात जून को बैठक होगी और उसी दिन सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. 2014 और 2019 में बीजेपी अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा जुटाने में कामयाब रही थी. इस बार पार्टी को 240 के खाते में सीटें आईं हैं, जो बहुमत के आंकड़े 272 से 32 सीटें कम हैं. हालांकि, एनडीए 293 सीटों के साथ बहुमत का नंबर जुटाने में सफल रहा, जिसके चलते सरकार बन जाएगी.
3. कांग्रेस नेताओं की मांग- ‘शिवराज सिंह चौहान बनें प्रधानमंत्री, ऐसा नहीं होता है तो…’
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा संसदीय सीट से बंपर जीत दर्ज करने वाले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के लिए अब मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनाने की मांग उठ गई है. सोशल मीडिया पर आम हो या खास हर व्यक्ति शिवराज सिंह चौहान को प्रधानमंत्री बनाए जाने की मांग कर रहा है. खास बात यह है कि कांग्रेस (Congress) नेता भी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को प्रधानमंत्री बनाए जाने की सलाह दे रहे हैं. बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस के नेता सार्वजनिक रूप से शिवराज सिंह चौहान की तारीफ कर रहे हैं साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को प्रधानमंत्री बनाने की सलाह भी दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कांग्रेसी नेता शिवराज सिंह चौहान को पीएम बनाने की बात कह रहे हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट (Lok Sabha Election 2024 Result) जारी होने के बाद दिल्ली में सरकार बनाने की खींचातानी अभी भी जारी है. रिपोर्ट के मुताबिक 8 जून को दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में कांग्रेस वार्किंग कमेटी की बैठक होने वाली है. कांग्रेस वार्किंग कमेटी की बैठक ऐसे समय में हो रही जब यह खबर सामने आई है कि नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. इससे पहले राजनीतिक उठापटक के बीच 5 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का आवास पर इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी. जिसे लेकर खरगे ने कहा था कि देश का यह जनादेश नरेंद्र मोदी के खिलाफ था.
लोकसभा चुनाव के नतीजे (Loksabha Election Results) आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार (7, जून) को बेंगलुरु की एक कोर्ट में पेश होंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी एमएलसी केशव प्रसाद ने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. उन्होंने स्थानीय समाचार पत्रों में बीजेपी को भ्रष्ट बताने वाले विज्ञापन को लेकर याचिका दायर की थी. बीजेपी की ओर से दायर मानहानि के मुकदमे के सिलसिले में कल बेंगलुरु की स्थानीय अदालत में राहुल गांधी कोर्ट में पेश होंगे. इससे पहले कोर्ट ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को जमानत दे दी थी. इस मामले में राहुल गांधी चौथे आरोपी हैं, जबकि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी), शिवकुमार और सिद्धारमैया पहले तीन आरोपी हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने कांग्रेस पार्टी में जान फूंक दी है. इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया है कि संसद भवन के सामने से छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां हटा दी गईं. इस मामले को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट की है जिसमें उन्होंने फोटो भी लगाए हैं. इस पोस्ट पर कांग्रेस नेता ने लिखा, “संसद भवन के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्तियों को उनके प्रमुख स्थानों से हटा दिया गया है. यह नृशंसता है.” रिपोर्ट के मुताबिक, संसद परिसर में भू-निर्माण कार्य के तहत महात्मा गांधी, बीआर अंबेडकर और छत्रपति शिवाजी सहित अन्य की मूर्तियों को ट्रांसफर कर दिया गया है. इस कदम की गुरुवार को कांग्रेस ने तीखी आलोचना की. आदिवासी नेता बिरसा मुंडा और महाराणा प्रताप की मूर्तियों को भी पुराने संसद भवन और संसद पुस्तकालय के बीच एक लॉन में टांसफर कर दिया गया है. सभी मूर्तियां अब एक ही जगह पर हैं.
7. कर्नाटक सरकार के मंत्री बी नागेंद्र का इस्तीफा, करोड़ों के घोटाले का आरोप
कर्नाटक सरकार के मंत्री बी नागेंद्र (Karnataka government minister B Nagendra) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके ऊपर करोड़ों के घोटाले में शामिल होने का आरोप है। नागेंद्र के इस्तीफे के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे और गुरुवार को उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया। कर्नाटक में एक सरकारी कर्मचारी ने आत्महत्या की थी और सुसाइड नोट में करोड़ों के घोटाले की बात कही थी। सुसाइड नोट में बी नागेंद्र का भी जिक्र था। इसी वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है। हालांकि, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का कहना है कि जांच के लिए गठित विशेष जांच दल और मंत्रिमंडल में शामिल वरिष्ठ सहयोगियों से बातचीत के बाद ही वह मंत्री के इस्तीफे पर फैसला लेंगे। आरोप के अनुसार कर्नाटक में अवैध तरीके से करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए थे। इसमें महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम शामिल था। 26 मई को राज्य के एक सरकारी कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली थी और पांच पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्री का नाम बताया था, जिन्होंने उनसे अवैध तरीके से पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा था।
8. कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली महिला ने किया खुलासा, बताया क्यों मारा थप्पड़, देखें वीडियो
चंडीगढ़ एयरपोर्ट (Chandigarh Airport) पर बीजेपी (BJP) सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) से बदसलूकी का मामला सामने आया है. सांसद की ओर से दी गई शिकायत में सामने आया है कि वह चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची थीं. उन्हें फ्लाइट (flight) से दिल्ली आना था. सिक्योरिटी चेक इन (security check) के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थीं, इसी दौरान एलसीटी कुलविंदर कौर (Kulwinder Kaur) ने उन्हें थप्पड़ मारा. उसके बाद कंगना रनौत के साथ यात्रा कर रहे शख्स मयंक मधुर, ने कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने की कोशिश की. आरोपी CISF कर्मी को हिरासत में ले लिया गया है. थप्पड़ क्यों मारा इसका खुलासा थप्पड़ मारने वाली महिला कर्मचारी कौर ने किया है. उसने कहा कि कंगना रनौत का एक बयान पिछले दिनों आया था उसने कहा था कि ₹100-100 के लिए महिलाए प्रदर्शन में बैठ रही है और इस बयान के बाद उसकी भावनाएं आहत हुई है. उसने कहा कि मेरी मां भी उस प्रदर्शन में शामिल थी.
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय (senior leader gopal rai) ने सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के घर हुई बैठक के बाद इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। हमारी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। बता दें कि आज सीएम केजरीवाल के आवास पर बैठक बुलाई गई थी। बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर समीक्षा की गई। बैठक के बाद गोपाल राय ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हमनें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने का फैसला किया था लेकिन विधानसभा चुनाव हम अकेले ही लड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह पहले से तय था कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक के लिए है। लोकसभा चुनाव हमनें ईमानदारी के साथ लड़ा था।
10. इन 16 सांसदों को अपने खेमे में लाना चाहेंगे मोदी-शाह, भाजपा के संकट का बन सकते हैं समाधान
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम (Loksabha) सबके सामने आ चुके हैं। पिछली 2 बार से अपने दम पर केंद्र में सरकार बना रही भाजपा (BJP is forming government at the center) इस बार केवल 240 सीटों पर सिमट गई और बहुमत के लिए 272 सीटों का जादुई आंकड़ा नहीं छू पाई। हालांकि, अपने सहयोगी दलों के साथ वह लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है। उसके लिए संकटमोचक बन कर उभरे हैं तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू (16 सीट) और बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुखिया नीतीश कुमार (12 सीट)। लेकिन, भाजपा के सामने समस्या यह है कि ये दोनों ही नेता कभी भी पलटी मार सकते हैं। ऐसा उनका इतिहास कहता है। अगर आने वाले समय में ऐसी स्थिति बनती है तो ऐसे में 16 ऐसे सांसद भाजपा के संकट का समाधान कर सकते हैं। ये 16 सांसद अभी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। मान लीजिए कि आने वाले समय में जदयू और टीडीपी ने एनडीए से किनारा किया तो उसके पास 264 सीटें रह जाएंगी। ऐसे में बहुमत के लिए उसके पास 8 सीटें कम पड़ जाएंगी। इस स्थिति में अगर वो छोटी पार्टियां या सांसद एनडीए का हिस्सा बन जाते हैं जो अभी तक किसी भी गठबंधन में नहीं हैं तो भाजपा का रास्ता फिर साफ हो जाएगा। बता दें कि ऐसे सांसदों की संख्या 17 थी। लेकिन इनमें से एक निर्दलीय सांसद ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
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