1. महिला होकर नहीं समझा महिलाओं का दुख…, पीटी ऊषा के बयान के बाद पहलवानों का छलका दर्द
भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के निशाने पर अब महान एथलीट और ओलंपिक संघ प्रमुख पीटी ऊषा (Athlete and Olympic Association chief PT Usha) आ गई हैं। पहलवानों के अनुशान पर सवाल उठाने के चलते उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने कहा है कि ऊषा महिला होते हुए महिला का दुख नहीं समझ रही हैं। करीब तीन महीनों के बाद पहलवान फिर यौन उत्पीड़न (sexual harassment) के आरोपों को लेकर जंतर मंतर पर WFI अध्यक्ष बृज भूषण शरण के खिलाफ धरना दे रहे हैं। पूनिया ने साफ कर दिया है कि वे न्याय मिलने तक विरोध जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे जब पीटी ऊषा मैम की टिप्पणी के बारे में पता चला तो दुख हुआ, क्योंकि हम उन्हें अच्छा एथलीट मानते हैं। वह महिला होते हुए महिलाओं का दर्द नहीं समझ रही हैं। बीते तीन महीनों से हम न्याय का इंतजार कर रहे हैं और अब वे इसे अनुशासनहीनता बता रहे हैं। मुझे लगता है कि महिला होने के बाद भी वह एथलीट्स का दुख नहीं समझ रही हैं। मुझे दुख है।’
2. राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप फंसे मुश्किल में, यौन शोषण व दुष्कर्म का लगा नया आरोप
अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (presidential election) के लिए एक बार फिर मैदान में उतरने का एलान कर चुके हैं। चुनाव से पहले ट्रंप फिर मुसीबत में घिर गए हैं। उन पर यौन शोषण और दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है। अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हैं। ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि वे वापस नहीं आए तो अमेरिका अराजकता में उतर जाएगा। वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने रास्ते से भटक गया है। हाल ही में बाइडन द्वारा दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा की गयी है। इसके बाद ट्रंप ने कहा कि चुनाव अब ताकत या कमजोरी के बीच है। सफलता या विफलता, सुरक्षा या अराजकता, शांति या संघर्ष और समृद्धि या तबाही के बीच चुनाव करना है।
3. सूडान से विदेशी नागरिकों को निकालना होगा आसान, 72 घंटे और बढ़ा संघर्ष विराम
सूडान (Sudan) में चल रहा भीषण संघर्ष तीन दिन और रुका रहेगा। सूडान में 72 घंटे संघर्ष विराम बढ़ाने पर सहमति बन गयी है। इससे विदेशी नागरिकों (foreign nationals) को निकालना आसान होगा। सूडान पर कब्जे को लेकर सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेस के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है। ईद के दिन पहली बार 72 घंटे का संघर्ष विराम लागू किया गया था, किन्तु उस पर अमल नहीं हो सका। इसके बाद तमाम कोशिशों के बाद 24 व 25 अप्रैल की रात से 72 घंटे का संघर्ष विराम शुरू हुआ। इस संघर्ष विराम के बाद भारतीय नागरिकों को सूडान से निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी सहित सूडान में फंसे दुनिया भर के नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाले जाने का रास्ता तैयार हुआ। अब एक बार फिर संघर्ष विराम को 72 घंटे और बढ़ाने पर सहमति हो गयी है। सूडानी सेना ने बयान जारी कर कहा कि संघर्ष विराम को और 72 घंटे के लिए बढ़ाया जा रहा है। सेना ने कहा कि सऊदी अरब और अमेरिका ने इसके लिए मध्यस्थता की है। वहीं, दूसरे पक्ष रैपिड सपोर्ट फोर्सेस ने कहा है कि वह भी संघर्ष विराम बढ़ाने को राजी हो गए हैं। अमेरिका, सऊदी अरब, नॉर्वे, ब्रिटेन और यूएई ने इसका प्रस्ताव दिया था।
4. जिया खान सुसाइड केस में सूरज पंचोली को बड़ी राहत, CBI कोर्ट ने सबूतों के अभाव में किया बरी
मुंबई की एक विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अदालत आज बॉलीवुड अभिनेत्री जिया खान की मौत (Jiah Khan Suicide Case) के मामले में अपना फैसला सुना दिया है. जिया खान को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी अभिनेता सूरज पंचोली (Suraj Pancholi) को बरी कर दिया गया है. जस्टिस एएस सैय्यद की कोर्ट इस बहुचर्चित मामले अपना फैसला सुनाया है, जिस पर सबकी निगाहें टिकी हुईं थीं. कोर्ट ने कहा कि सूरज पंचोली के खिलाफ सबूतों नहीं मिले हैं, इसलिए उनको आरोपों से बरी कर दिया गया है. देखा जाए तो सूरज पंचोली को सीबीआई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सीबीआई कोर्ट में फैसला सुनाए जाने के पहले सूरज पंचोली को पहले विटनेस बॉक्स में बुलाया गया और उनसे फिर उनका पूरा नाम पूछा गया. इसके बाद सूरज पंचोली ने अपना पूरा नाम बताया. आखिर में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और कहा कि आपको इस पूरे मामले से बरी किया जाता है.
5. ‘BJP विधायक के बिगड़े बोल, सोनिया गांधी को बताया ‘विषकन्या’; कहा- चीन और पाकिस्तान की एजेंट हैं
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव (assembly elections in karnataka) प्रचार के बीच अब राजनीति अब व्यक्तिगत हमलों तक पहुंच गई है. अभी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress president Mallikarjun Kharge) की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर की गई टिप्पणी का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि उसके जवाब में कर्नाटक में बीजेपी विधायक बासनागौड़ा यतनाल ने कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को ‘विषकन्या’ बताकर हंगामा खड़ा कर दिया है. चुनाव प्रचार को लेकर बीजेपी विधायक यतनाल ने कहा कि पूरी दुनिया ने पीएम मोदी को माना है. अमेरिका ने पीएम मोदी का रेड कार्पेट से स्वागत किया लेकिन, कांग्रेस पार्टी उनकी तुलना कोबरा से करती है और कहती है कि वह जहरीला हैं. आपकी पार्टी पार्टी के नेता जिसके आदेश पर नाचते हैं क्या सोनिया गांधी विषकन्या हैं? वह चीन और पाक की एजेंट हैं. सोनिया गांधी को लेकर दिए गए इस बयान को लेकर बिना देर किए कांग्रेस भी बीजेपी पर हमलावार हो गई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से दिए गए बयान का बीजेपी ने पूरे देश में विरोध किया.
6. अतीक-अशरफ हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने मांगी UP सरकार से 3 हफ्तों में रिपोर्ट
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्या मामले की जांच की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. जस्टिस एस रविंद्र भट्ट और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ इस मामले की सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका में मांग की गई है कि इस पूरे मामले की Supreme Court के रिटायर जज की निगरानी में स्वतंत्र जांच करवाई जाए. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से उठाए गए कदमों पर स्टेटस रिपोर्ट तलब की है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार हलफनामे में बताएगी कि किन परिस्थितियों में अतीक अशरफ की हत्या हुई. विकास दुबे एनकाउंटर की जांच के लिए गठित की गई जस्टिस बीएस चौहान की रिपोर्ट के आधार पर सरकार नेक्याकदमउठाए. इसकी जानकारी भी सरकार को देनी होगी.
दिल्ली के जंतर मंतर (Delhi’s Jantar Mantar) पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (28 अप्रैल) को सुनवाई हुई. इस दौरान दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश हुए सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हमने तय किया है कि आज बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगे आरोपों के मामले में FIR दर्ज कर ली जाएगी. इसके बाद पहलवानों की तरफ से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल ने सुरक्षा की मांग की. जांच के लिए STF के गठन का भी अनुरोध किया. इसपर सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि यह विषय दिल्ली पुलिस कमिश्नर पर छोड़ देना चाहिए सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए. इसपर तुषार मेहता ने कहा कि अब यह मांग कुछ अधिक है. पुलिस कमिश्नर ज़िम्मेदार अधिकारी हैं.
8. मन की बात का 100वां एपिसोड सफल बनाने के लिए BJP ने कसी कमर, रिकॉर्ड बनाने का है लक्ष्य
30 अप्रैल को रेडियो पर प्रसारित होने वाले मन की बात के 100वें एपिसोड को यादगार बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए सरकार और बीजेपी ने कमर कस ली है और रूपरेखा तैयार कर ली गई है. जानकारी के मुताबिक पार्टी की तरफ से उसके सभी जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को इसे सफल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है. सभी सांसदों से कहा गया है कि वो अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में एक चुनी हुई जगह पर लोगों के साथ 30 अप्रैल को इस प्रसारण को सुनें. जानकारी के मुताबिक, इस रेडियो प्रसारण को एक साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों की ओर से सुनने का रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. पार्टी ने अपने सभी सांसदों और विधायकों को ‘मन की बात’ के प्रसारण को सुनने के लिए विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया है. इसके तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करने, उस इलाके के बुद्धिजीवियों और गणमान्य लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और पार्टी संगठन के साथ समन्वय के साथ कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है.
9. पहलवानों के धरने के बीच बृजभूषण सिंह ने दिया बड़ा बयान
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation of India) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ एफआईआर दर्ज (FIR registered) कर सकती है. महिला पहलवानों का उनपर शोषण का आरोप है. अब आरोपी बृजभूषण ने इसपर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका (Judiciary) पर उन्हें पूरा भरोसा है. फेडरेशन चीफ ने कहा कि जांच होने दीजिए दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खिलाड़ियों ने बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग की. एक मीडिया संस्थान इंडिया टुडे से बातचीत में बृजभूषण सिंह ने कहा कि पुलिस की जांच के बाद पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी.सुप्रीम कोर्ट में सात महिला पहलवानों ने याचिका दायर की थी. याचिका में उन्होंने बृजभूषण सिंह पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि खिलाड़ियों की शिकायत पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में खिलाड़ियों ने बृजभूषण को सभी पदों से हटाने की मांग की और जेल भेजने की अपील की.
10. अब बिना शिकायत के दर्ज होगी FIR, SC ने सभी राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों को दिए निर्देश
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों (union territories) को नफरत फैलाने वाले भाषणों पर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने अपने 2022 के आदेश का दायरा बढ़ाते हुए कहा कि इस मामले में बिना किसी शिकायत के भी एफआईआर दर्ज (FIR registered) करनी होगी. इसके साथ-साथ शीर्ष न्यायालय (supreme court) ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में अगर केस दर्ज करने में देरी की जाती है तो उसे अदालत की अवमानना माना जाएगा. नफरत भरे भाषणों पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने धर्म की परवाह किए बिना कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ यूपी, दिल्ली और उतराखंड सरकार को ये आदेश दिया था, लेकिन अब ये आदेश सभी राज्यों को दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा ऐसे मामलों में कार्रवाई करते हुए बयान देने वाले की धर्म की परवाह नहीं करनी चाहिए. ऐसे ही धर्मनिरपेक्ष देश की अवधारणा को जिंदा रखा जा सकता है. अदालत ने कहा कि हेट स्पीच एक गंभीर अपराध है, जो देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को प्रभावित कर सकता है.
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