दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ (Maha Kumbh) जिस भव्यता के साथ आरंभ हुआ था, उसी भव्यता (Magnificence) के साथ कुंभ का समापन हो रहा है. इन पूरे 45 दिनों में करीब 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं (devotees) ने संगम (sangam) में आस्था की डुबकी लगाई, पहले दिन से शुरू हुआ पवित्र डुबकी लगाने का सिलसिला आज तक बदस्तूर वैसे ही जारी है, श्रद्धालुओं में वैसा ही उत्साह और उमंग आज भी देखने को मिल रहा है. महाकुंभ के आखिरी दिन 1.44 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर चुके हैं. आज तीन करोड़ों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान था. हालांकि, कुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 66 करोड़ के पार पहुंच गया है.
2. अमित शाह ने अपनी ही पार्टी के 32 नेताओं की सुरक्षा ले ली वापस, ये वजह आई सामने
भारतीय जनता पार्टी(Bharatiya Janata Party) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार (Central government)ने अपने ही 30 से ज्यादा नेताओं की सुरक्षा वापस(Security of leaders withdrawn) ले ली है। खबर है कि बुधवार को ही इस संबंध में एक लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कुछ नेताओं का कहना है कि यह रुटीन है और केंद्र ही सुरक्षा के बारे में फैसले लेता है। उन्होंने इसमें राजनीति होने से इनकार कर दिया है। कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी सूची हर 3 महीने में जारी की जाती है। जिन 32 नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है, वे सभी पश्चिम बंगाल से हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस लिस्ट में उन नेताओं का भी नाम शामिल है, जो बीते साल लोकसभा चुनाव हार गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला, पूर्व सांसद दशरथ टिर्की, सुखदेव पंडा और पूर्व IPS अधिकारी देवाशीष धार का नाम भी शामिल है।
3. मोदी सरकार काट रही है पिछड़े वर्गों के छात्रों की छात्रवृति, खरगे का बीजेपी पर बड़ा आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge)और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू (Union Minister Kiren Rijiju)के बीच हाल ही में सोशल मीडिया(Social media) पर तीखी बहस(heated debate) देखने को मिली है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रिजिजू ने बुधवार को खरगे के उन आरोपों का जवाब दिया है जिनमें उन्होंने केंद्र सरकार पर एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों के लिए दी जानी स्कॉलरशिप के फंड में कमी की बात कही थी। रिजिजू ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने अल्पसंख्यकों को पहले से कहीं अधिक सशक्त बनाया है। अधिक छात्रवृत्ति, अधिक अवसर, अधिक पारदर्शिता।”
कुंभ नगरी (Kumbh) में स्नान के लिए पहुंचे 48,500 लोग अपने परिजनों (family) से बिछुड़े। खास बात यह कि परिजनों से बिछुड़ने वालों में महिलाओं (Women) के मुकाबले पुरुषों (Men) की संख्या अधिक रही यह सभी कुछ दिनों के इंतजार के बाद अपने परिजनों तक पहुंच गए। मेले में सिर्फ छह साल का एक बच्चा ही ऐसा रहा, जो अब तक परिजनों तक नहीं पहुंच सका। कुंभ नगरी में परिजनों से बिछुड़ने वालों की मदद के लिए तीन केंद्र काम कर रहे थे। इनमें एक सरकार की ओर से बना डिजिटल भूला-बिसरा केंद्र रहा जबकि दो स्वयंसेवी संगठनों ने संचालित किया। इनमें सबसे पुराना भारत सेवा केंद्र (1946) एवं हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति (1954) शामिल रहीं। भूले भटकों के लिए सबसे अधिक मददगार भारत सेवा केंद्र एवं हेमवती नंदन बहुगुणा समिति रहा।
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